क्या एक साल के बच्चे चलना शुरू कर देते हैं?

क्या एक साल के बच्चे चलना शुरू कर देते हैं?

अपने बच्चे को बढ़ते हुए देखना हर माता-पिता के लिए सबसे सुन्दर अनुभव होता है। बच्चे का पहली बार चलना और उसके मुँह से निकला पहला शब्द पूरी उम्र माता-पिता को याद रहता है। हर एक बच्चा दूसरे बच्चे से अलग होता है क्योंकि हर बच्चे की बढ़ने की क्षमता दूसरे से अलग होती है। यह ज़रूरी नहीं कि अगर आपके एक बच्चे ने एक साल की उम्र में बोलना शुरू कर दिया था तो दूसरा भी उसी उम्र में बोलना शुरू करें।

ऐसे ही बच्चा किस उम्र में चलना शुरू करता है, यह बात हर बच्चे के मामले में अलग हो सकती है। कई मामलों में बच्चा नौ महीने से लेकर एक साल की उम्र में ही चलना शुरू कर देता है तो कई बार उसे दो साल से अधिक समय भी लग जाता है।

अगर आपका बच्चा एक साल से अधिक आयु का है लेकिन टांगों पर अपने वजन को संभाल पा रहा है तो परेशान न हों लेकिन अगर बच्चा कोई भी मूवमेंट नहीं दिखा रहा तो ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। तो आइये आज के इस अंक में जानें कि आखिर बच्चे कब चलना शुरु करते हैं (When Does Baby Start Walking)?

 

बच्चे कब चलना शुरु करते हैं? (When Does Baby Start Walking in Hindi)
जन्म के समय शिशु की मांसपेशियाँ कमजोर होती हैं जो धीरे-धीरे मजबूत होती हैं। कुछ बच्चे 6 से 7 महीने की उम्र में बैठना शुरू कर देते हैं और उसके बाद वो घुटनों के बल आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं।

उसके बाद कई बच्चे 10 से लेकर 12 महीने में चलना शुरू कर देते हैं लेकिन हर बच्चे के मामले में ऐसा नहीं होता। तो वहीं कुछ बच्चे बैठना सीखने के बाद सीधे चलने लगते हैं, वह घुटनों के बल कम चलते हैं। इसलिए जानते हैं शिशु के चलने के चरण।

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पहले छह महीने (First Six Months)
पहले कुछ महीनों में शिशु अपनी टांगों को सीधा करने की कोशिश करता है। चार से पांच महीने का होने पर वो अपनी टांगों का संतुलन बनाने की कोशिश करता है। हालाँकि वो खड़ा नहीं हो पाता लेकिन अगर आप उसे खड़ा करने की कोशिश करते हैं तो वो अपने पैरों को टिकाने की कोशिश अवश्य करता है।

इस समय शिशु की टांगों पर अधिक भार नहीं डालना चाहिए। छह महीने के बाद उसका विकास शुरू होता है और इसके बाद जैसे-जैसे वो बढ़ता है वो खुद ही खिसकना, बैठना और अन्य गतिविधियाँ करना शुरू कर देता है जिससे उनकी मांसपेशियाँ मजबूत होती जाती हैं।

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छह से लेकर दस महीने तक का वक्त (Six to Ten Months)
जैसे ही बच्चा छह या सात महीने का होता है तो वह धीरे-धीरे बैठना शुरू करता है। उसके बाद कई बच्चे अपने नितम्बों या घुटनो के बल खिसकना शुरू कर देते हैं। कई शिशु आठ महीने की उम्र में किसी चीज़ का सहारा लेकर खड़े होना भी सीख जाते हैं।

अगर आपका शिशु खुद खड़ा हो जाता है तो यह इस बात का संकेत है कि बहुत जल्दी वो चलना शुरू कर देगा। कई बच्चे नौ और दस महीने में चलना भी शुरू कर देते हैं हालाँकि सभी शिशुओं के साथ ऐसा नहीं होता। यह सब बच्चे के शरीर और शारीरिक विकास पर निर्भर करता है। नौ-दस महीने तक बच्चा अपने शरीर का संतुलन बनाने में सक्षम हो जाता है इसके बाद वो किसी चीज़ का सहारा लेकर आगे बढ़ता है।

 

एक साल (One Year)
अधिकतर शिशु एक साल की उम्र में चलना शुरू कर देते हैं। हालाँकि वो अभी अधिक देर तक स्वयं नहीं चल सकते इसलिये वो दूसरों के सहारा लेकर ही चलते हैं लेकिन कुछ ही दिनों में वो खुद से चलना भी शुरू कर देते हैं। कई शिशु एक साल की उम्र तक खुद चलने भी लगते हैं।

अगर शिशु चलना शुरू कर दें (चाहें वो लड़खड़ाते हुए ही चलें) तो इसके बाद चलना उनकी प्रिय गतिविधि बन जाता है और वो बार-बार चलने की कोशिश करते हैं। जब शिशु नया-नया चलना शुरू करता है तो उनका संतुलन नहीं बन पाता इसलिए गिरने की संभावना अधिक रहती है।

इसलिए एक साल के बच्चों को बड़ों की निगरानी की अधिक आवश्यकता पड़ती है। कुछ बच्चों के चलने की शुरुआत डेढ़ साल या उसके बाद की उम्र में भी होती है और इसमें कोई परेशानी वाली बात नहीं है। हालाँकि डॉक्टर और विशेषज्ञ यह मानते हैं कि जो बच्चा जल्दी चलना शुरू करता है उसकी हड्डियाँ देर से चलने वाले बच्चों की तुलना में अधिक मजबूत होती हैं।

 

बच्चों को चलने में कैसे मदद करें (How to Help Kids in Walking)

हाथ पकड़ कर चलाएँ (Hold hands)
जैसे ही शिशु अपने पैर पर भार डालना शुरू करता है तब आप उसके दोनों हाथों को पकड़ कर उसे चलाना शुरू कर सकते हैं। ऐसा करने से बच्चे के नाजुक पैरों पर अधिक वजन भी नहीं पड़ेगा और बच्चा आसानी से धीरे-धीरे आगे बढ़ना भी सीख जाएगा।

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खिलौने (Toys)
बच्चों को खिलौने बेहद पसंद होते हैं जैसे ही आपका बच्चा खुद से खड़ा होना शुरू कर देता है तो आप उसके सामने थोड़ी दूरी पर उसके खिलौनों को रख दें और उसे खुद चलकर उन्हें उठाने के लिए प्रोत्साहित करें। आप स्वयं भी कुछ दूरी पर खड़े हो कर अपने शिशु को अपने पास आने के लिए प्रेरित कर सकती हैं।

 

बच्चों के साथ खेलने दें (Play with children)
बच्चे दूसरे बच्चों से बहुत कुछ सीखते हैं और दूसरे बच्चों को चलते और खेलते हुए देखकर भी बच्चा प्रेरित हो सकता है और खुद से चलना की कोशिश कर सकता है।

 

वाकर (Walker)
वाकर भी बच्चे को चलने में मदद कर सकती हैं। वाकर में बैठ कर बच्चा आसानी से चलना सीख लेता है हालाँकि कुछ विशेषज्ञ बच्चों को वाकर देना सही नहीं मानते। उनका यही मानना है कि वाकर का प्रयोग करने से बच्चों की मांसपेशियाँ जल्दी विकसित नहीं होती और इसके साथ ही वाकर में बैठे बच्चे की गिरने की संभावना कम रहती है। इसे अवश्य पढ़ेंः बच्चों के लिए वॉकर खरीदने से पहले यह जान लें 

 

बच्चे को तीन साल की उम्र तक अच्छी तरह से चलना और दौड़ना आ जाना चाहिए। अगर ऐसा न हो तो डॉक्टर की सलाह लेना अनिवार्य है। कई बार बच्चा चलना देरी से शुरू करता है।

इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे अगर बच्चा प्री-मच्योर हो या अगर आपने या आपके पति ने अपने बचपन में देरी से चलना शुरू किया था तो भी हो सकता है कि आपका बच्चा भी देरी से चलना शुरू करे। इसके अलावा भी अन्य कारण हो सकते हैं। इसलिए अगर आपका बच्चा एक साल के बाद भी चलना शुरू नहीं करता है तो घबराएं नही क्योंकि समय के साथ वो चलना,दौड़ना और कूदना सीख जाएगा।

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