सामान्य प्रसव को सबसे सुरक्षित तरीका माना जाता है। प्राकृतिक रूप से होने वाले इस प्रसव में दर्द अवश्य अधिक होता है जिससे महिलाएं घबराती हैं। यहां आप नॉर्मल डिलीवरी में होने वाले दर्द, उसकी सावधानियां, उसके लिए आहार आदि की जानकारी पा सकते हैं।
हम महिलाओं की जिंदगी में डर तो जैसे हर पड़ाव पर परीक्षा लेने को तैयार रहता है लेकिन लेबर रूम के डर के आगे शायद सब डर फीके लगें। यह कहानी है हमारी रीडर कृत्तिका बिष्ट की डिलीवरी की।
भले ही नॉर्मल डिलीवरी में महिला को कहीं ना कहीं ज्यादा दर्द का अनुभव करना पड़ता है फिर भी ये सेहत के लिहाज़ से ज्यादा अच्छा विकल्प है। चलिए जानते हैं नॉर्मल डिलीवरी के लिए आसान टिप्सः
नॉर्मल डिलीवरी के बाद हार्मोनल बदलाव के कारण शरीर में दर्द (Pain after Normal Delivery) होता है। ऐसे में कुछ घरेलू उपाय जैसे मालिश, गर्म पानी के सेंक, आराम, अदरक चाय आदि फायदेमंद होते हैं।
सामान्य प्रसव में स्त्री को बेशक थोड़े समय के लिए अधिक दर्द होता है लेकिन फिर भी माँ जल्दी स्वस्थ भी हो जाती है। अधिकांश महिलाएं यही चाहती हैं। नॉर्मल डिलीवरी के लिए कुछ सामान्य बातों (About Normal Delivery) का ध्यान देना आवश्यक होता है ताकि यह आसानी से हो सके।
अधिकतर माएं चाहती हैं कि उनका सामान्य प्रसव यानि नॉर्मल डिलीवरी हो। सामान्य प्रसव (Natural Delivery) तभी होता है जब महिला और बच्चा दोनों पूर्ण रूप से स्वस्थ हो और उन्हें कोई समस्या ना हो।