हमारा वजन और हमारे मासिक धर्म एक दूसरे के साथ जुड़े हुए होते हैं। पीरियड्स का अनियमित होने का कारण आपका वजन बढ़ना हो सकता है। यह भी मुमकिन है कि अनियमित पीरियड्स के कारण आपके वजन में अचानक ही बढ़ोतरी हो जाए। इसलिए महिलाओं के लिए यह समझना बहुत जरूरी है कि कैसे अनियमित पीरियड्स और वजन का बढ़ना (Weight Gain Related to Irregular Periods) आपस में जुड़े हुए हैं।
इससे पहले कि आप यह जाने की पीरियड्स और वजन का आपस में क्या संबंध है, आपको यह जानना चाहिए कि अनियमित पीरियड्स के क्या संकेत होते हैं। कुछ संकेत जो बताते हैं कि आपके पीरियड्स अनियमित हैं, जैसे कि:
वजन बढ़ने से पहले ही आप इन संकेतों से पता लगा सकते हैं या फिर यह भी हो सकता है कि एकदम से वजन बढ़ने के कारण आपको अपने आप में यह बदलाव नजर आए। इसलिए आपका यह जानना जरूरी है कि कैसे अनियमित पीरियड्स और वजन बढ़ना एक दूसरे से जुड़े हुए होते हैं।
अनियमित पीरियड का कारण वजन का बढ़ना हो, इसके बहुत सारे कारण हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं कुछ ऐसे कारण जो बताते हैं कि कैसे अनियमित पीरियड्स और वजन बढ़ना आपस में जुड़े हैं।
जब आपका वजन बढ़ता है तब आपके एंडोक्राइन सिस्टम (Endocrine System) की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है। जब आपका वजन बढ़ता है तो सबसे पहले इंसुलिन प्रतिरोध होता है। जब आपके रक्त में इंसुलिन की मात्रा अधित हो जाती है तब आपका हार्मोन का उत्पादन भी प्रभावित होता है। इससे आपके मासिक धर्म पर बुरा प्रभाव पड़ता है और आपके पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं।
अगर आप सबसे पहला कारण देख रहे हो जिससे अनियमित पीरियड के कारण वजन बढ़ना हो तो यह एंडोक्राइन रोग है। इसमें Amenorrhea व पीओएस (Polycystic Ovary Syndrome) होता जो कि अनियमित पीरियड्स और वजन बढ़ने का कारण है। अगर आपको पीसीओस (PCOS) हो तो आपका शरीर एंड्रोजन का अत्यधिक स्तर पर उत्पादन करता है और इसमें आपके ज्यादा वजन बढ़ने की भी संभावना होती है। इसमें भी आपके पीरियड कभी कभार छूट जाते हैं।
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महिला के सेक्स हार्मोन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन (Estrogen and Progesterone) होते हैं। यह हार्मोन तब बनते हैं जब आपके पियूष ग्रंथि और हाइपोथैलेमस (Pituitary Glands and Hypothalamus) कुछ अलग संकेत देते हैं। एस्ट्रोजन का काम होता है कि वह एंडोमेट्रियम के जरिए आपके गर्भाशय के अंदर की परत को सुरक्षा प्रदान करें और अंडे को भी पोषण दे।
अगर अंडा निषेचित नहीं हो पाता है तो यह लाइन पीरियड्स के समय खत्म हो जाती है। वह महिलाएं जिनका वजन ज्यादा होता है उनके कुछ कॉलेस्ट्रोल यौगिक ऐसे होते हैं जो वसा कोशिकाओं में पाए जाते हैं। वे एस्ट्रोन में बदल जाते हैं जो कि एस्ट्रोजन का कमजोर भाग होता है।
इसलिए जब वसा कोशिकाएं ज्यादा होती है तब एस्ट्रोन का उत्पादन बढ़ता है और आपकी ग्रंथियों को नुकसान पहुंचाता है जिसके कारण महिलाओं में अधिक रक्तस्राव या यहां तक कि कुछ महीनों तक ओव्यूलेशन भी बंद हो जाता है जो कि अनियमित पीरियड का कारण बनता है।
जो महिलाएं प्रीमेंस्ट्रूअल स्टेज (Premenstrual Stage) पर होती हैं वे उस समय काफी तनाव महसूस करती हैं जिसे प्रीमेंस्ट्रूअल सिंड्रोम और पीएमएस (Premenstrual Syndrome or PMS) कहा जाता है। ऐसे में उन्हें ज्यादा खाने या फिर पीने की लालसा होने लगती है जिसके कारण उनके मासिक धर्म के समय उनका वजन बढ़ने लगता है। चूँकि यह अस्थाई है।
यह सुनिश्चित करना कि महिला का वजन स्थाई रूप से ना बढ़ रहा हो उसके लिए तत्काल देखभाल और ध्यान देने की आवश्यकता है। यह उन कारणों में से एक है जिसमें अनियमित पीरियड्स और वजन बढ़ना आपस में जुड़े हुए होते हैं।
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जैसा कि अब आप जान चुके हैं कि अनियमित पीरियड्स और वजन का बढ़ना आपस में जुड़े हुए हैं। अब अगला प्रश्न यह है कि अब आपको क्या करना चाहिए? कुछ टिप्स जो आपको बताएंगे कि इससे कैसे बचें:
अगर आपका वजन बढ़ने का कारण अनियमित पीरियड्स है तो आप तुरंत अपने डॉक्टर को दिखाएं। अगर यह किसी प्रकार के हार्मोन असंतुलन के कारण हुआ हो तो आप दवा भी ले सकती हैं और उससे आपका वजन भी कम हो जाएगा।
अगर आप अपने भोजन को स्वस्थ रखेंगी तो आपके मासिक धर्म सही रहेंगे। उदाहरण के तौर पर जिन महिलाओं को पीसीओएस होता है, डॉक्टर उन्हें विटामिन बी3, बी5 और बी6 सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं। अगर आपका वजन ज्यादा है तो आपको ऐसी डाइट लेनी होगी जिसमें आपको सभी पोषक तत्व मिले और साथ ही साथ वजन भी कम हो जाए। केवल 5 से 10 किलो तक वजन कम करने से ही आपके अनियमित मासिक धर्म में सुधार हो सकता है।
महिलाओं के लिए फिट और एक्टिव रहना अत्यंत आवश्यक है। स्वस्थ जीवनशैली आपके हार्मोन संतुलन को बनाए रखती है और वजन घटाने में भी महत्वपूर्ण साबित होती है। नियमित व्यायाम से आपके पीरियड्स भी सामान्य रहेंगे और आपको अन्य बीमारियां जैसे मधुमेह, दिल की बीमारी आदि से भी छुटकारा मिल सकता है।
पानी का सेवन ना केवल आपके शरीर को पोषण तत्त्वो से अवशोषित और शरीर के अंगो को सही से काम करने में मदद करता है बल्कि आपकी हार्मोनल हेल्थ भी बनाए रखता है।
अगर बढ़ते वजन के कारण अनियमित पीरियड्स हो रहे हैं तो आपको जल्द ही अपने वजन पर कंट्रोल करना चाहिए। यह देखने में आया है कि वजन कंट्रोल होने पर पीरियड्स फिर से नॉर्मल होने लगते हैं।
जिन महिलाओं को पीसीओएस होता है उन्हें हार्मोनल ट्रीटमेंट (Hormonal Treatment) के साथ विटामिन बी 3, व बी 6 की मात्रा लेने से भी यह समस्या दूर हो जाती है।
अनियमित पीरियड्स को अगर नजरअंदाज किया जाए तो यह वजन को बढ़ाने के साथ कई प्रकार की शारीरिक समस्याओं को भी बुलावा देता है। अनियमित पीरियड्स के कारण महिलाओं में बांझपन व प्रेगनेंसी के दौरान गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। प्रेगनेंसी की समस्याओं से बचने के लिए महिलाओं को अपने मासिक चक्र का सही से ध्यान रखना चाहिए और समय रहते डॉक्टर या गायनो से संपर्क करना चाहिए।
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