बच्चों के बारे में एक कहावत बहुत प्रसिद्ध है “बच्चे मन के सच्चे” यानि बच्चों के मन में किसी तरह का कोई छल-कपट नहीं होता। उनके मन में जो होता है वही उनकी ज़ुबान पर भी होता है लेकिन बच्चे भी परेशान हो सकते हैं। जब बच्चा स्कूल जाना शुरू करता है तो उसका रोना स्वभाविक है लेकिन धीरे-धीरे बच्चे को स्कूल अच्छा लगने लगता है।
लेकिन अगर अचानक बच्चा स्कूल जाने से कतराने लगे तो माता-पिता का चिंतित होना स्वभाविक है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे हो सकता है कि बच्चे की तबीयत ठीक न हो, स्कूल में उसे डांट पड़ी हो या बच्चे को स्कूल में तंग किया जा रहा हो।
अगर बच्चे को स्कूल में किसी भी तरह से तंग किया जा रहा हो तो यह सच में बेहद परेशानी की बात है। आइये जानें व्यवहार (Warning signs that child is being bullied) में होने वाले कुछ ऐसे बदलाव जो इशारा करते हैं कि आपके बच्चे को कोई स्कूल में परेशान कर रहा है।
बच्चा को अगर स्कूल में कोई परेशान कर रहा हो जैसे उसकी कोई चीज़ छीन लेता है या उसके अलग-अलग नामों से चिढ़ाता है तो आमतौर पर कोई भी इसे बहुत आम बात मानेगा लेकिन बच्चों के दिमाग को यह छोटी बातें भी प्रभावित कर सकती है।
ऐसे में उसे डांट कर स्कूल भेजना माता-पिता के लिए आसान है लेकिन बच्चे के दिमाग में यह बातें घर कर लेती हैं और आसानी से नहीं निकलती। अगर आपका बच्चा रोजाना स्कूल जाने से मना करता है तो इस बात से जान लें कि स्कूल में उसे परेशान किया जा रहा है और उसे डांट कर स्कूल जाने के लिए न कहें बल्कि उसके स्कूल न जाने के पीछे का कारण जानने की कोशिश करें।
आपका बच्चा पढ़ाई में अच्छा है लेकिन अचानक से पढ़ाई में पिछड़ने लगे तो समझ जाएं कि कोई परेशानी वाली बात है। अगर बच्चे के टेस्ट में नंबर कम आ रहे हो, उसका ध्यान पढ़ाई में न हो या स्कूल से उसकी पढ़ाई से सम्बन्धित शिकायतें आ रही हों तो यह इस बात की तरफ इशारा हो सकता है कि बच्चे को स्कूल में परेशान किया जा रहा है और उसके बारे में उचित कदम उठाने से पीछे न हटें।
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अगर आपके बच्चे को स्कूल में परेशान किया जा रहे है तो बच्चा मानसिक रूप से परेशान होगा जिसके कारण वो अकेला रहने की कोशिश करेगा, आपकी किसी भी बात का प्यार से या सीधा जवाब न देकर उसके स्वभाव में चिड़चिड़ापन दिखेगा। सारा दिन अपने कमरे में ही रहेगा और बाहर निकलने से भी कतराएगा।
ऐसा व्यवहार बच्चे के लिए नुकसानदायक हो सकता है। हो सकता है कि आने वाले समय में अगर बच्चे की इस समस्या का समाधान न किया जाए तो यह समस्या तनाव का रूप ले ले। अगर आपका बच्चा भी ऐसा कुछ कर रहा हो तो तुरंत उसके टीचर से बात करें।
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अगर बच्चे को स्कूल में कोई परेशान कर रहा हो तो वो घर में या आस-पड़ोस में सबसे दूरी बना लेगा। खाने-पीने या खेल-कूद में भी उसका मन नहीं लगेगा। बच्चा अपनी पसंद की चीज़ भी नहीं खायेगा, उसकी भूख बिल्कुल कम हो जायेगी या बहुत बढ़ जायेगी या अपने प्यारे दोस्तों या भाई/बहन से भी दूर रहेगा।
ऐसा भी हो सकता है कि बच्चा बड़े लोगों से डरने लगे या जहाँ अधिक लोग हो वहां जाने में उसे डर लगे। अगर आपको अपने बच्चे में ऐसा कुछ लगे तो तुरंत उसे प्यार से बिठा कर या अन्य तरीकों से कारण जानने का प्रयास करें।
बच्चे अक्सर अपनी दिनचर्या के बारे में अपने माता-पिता को बताते है खासकर स्कूल से जुड़ी बातें लेकिन अगर आपका बच्चा घर आकर आपसे कुछ भी न शेयर करें। उसके हावभाव बदले हुए हों और वो स्कूल के नाम से भी डरने लगे या उसके बारे में कोई बात न करना चाहे तो समझ जाएं कि कोई न कोई परेशानी है।
कई बार माता-पिता इन बातों को गंभीरता से नहीं लेते बल्कि सामान्य मान लेते हैं लेकिन आगे चल कर यह समस्याएं गंभीर रूप ले सकती हैं।
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आजकल स्कूल में बच्चों से यौन शोषण की घटनाओं में बहुत बढ़ोतरी हुई है इसलिए माता-पिता के लिए सतर्क रहना बहुत ही आवश्यक हो गया है। स्कूल से आने के बाद अगर आपको बच्चे के शरीर पर किसी तरह की कोई चोट या घाव दिखता है तो इसे सामान्य बात न समझें।
बच्चों को खेलते हुए भी चोट लग सकती है इसलिए बच्चे से उस चोट का कारण पूछें लेकिन अगर बच्चा आपको सही से इसका कारण नहीं बता पाए या रोने लगे या वहां से चला जाए तो आप इस बात को गंभीरता से लें।
बच्चा अगर स्वस्थ है तो वो अच्छे से अपनी नींद पूरी करता है लेकिन अगर उसे कोई शारीरिक या मानसिक समस्या हो तो उसे भी बड़ों की तरह नींद नहीं आती। अगर आपका बच्चा भी सही से नहीं सो पा रहा है, नींद में एकदम से घबरा कर उठा जाता है या नींद में बड़बड़ाता है तो यह भी एक कारण हो सकता है कि उसे स्कूल में परेशान किया जा रहा है।
यही नहीं अगर बच्चे में आत्मविश्वास कम हो रहा हो। वो किसी से अच्छे से बात नहीं कर पा रहा हो या उदास महसूस कर रहा है तो यह भी स्कूल की किसी परेशानी का हिस्सा हो सकता है।
यह कुछ ऐसे लक्षंंण (Warning signs that child is being bullied) होते हैं जो इस तरफ इशारा करते हैं कि आपके बच्चे को कोई स्कूल में परेशान कर रहा है। अगर आपके बच्चे में ऐसे कोई भी लक्षण हैं तो तुरंत ठोस कदम उठाएं।
समस्या का सही कारण जानकर उसे दूर करने का प्रयास करें। और सबसे जरूरी है अपने बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ाएं, उसकी कॉउंसलिंग कराएं और खुद भी उसे समझाएं।
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