दो साल के होते-होते बच्चे लगभग सबकुछ खाना शुरु कर देते हैं। दो साल के बच्चों को खाना खिलाते समय यह ध्यान रखें कि इस दौरान बच्चे का दिमागी विकास काफी तेजी के साथ होता है इसलिए ऐसा आहार बच्चे को दें जिससे उसका संपूर्ण शारीरिक और मानसिक विकास हो सके। दो साल के बच्चे का फूड प्लान (Veg Food Chart for 2 Year Old Baby in Hindi) कैसा हो इसके लिए हम आपके लिए एक सैंपल डाइट चार्ट लेकर आयें हैं।
लेकिन किसी भी फूड चार्ट को अपनाने से पहले कुछ विशेष सावधानियों का होना बहुत जरूरी है। याद रखें, बच्चों को शुरुआत से ही अधिक चीनी या नमक वाली चीजें देने से बचें। आप बच्चे को दिन में तीन बार खाना और दो बार स्नैक्स दे सकते हैं। सुबह-शाम एक गिलास दूध को हमेशा अनिवार्य रूप से बच्चे की डाइट में रखें। 24 महीने (24 Month) के बच्चे को ऐसे आहार कभी ना दें जिनको चबाने में अधिक समय लगे। दो साल के बच्चे का आहार नरम होना चाहिए।
तो चलिए देखते है कि एक से दो साल के बच्चे के लिए सैंपल फूड चार्ट या भोजन चार्ट (2 years indian baby food chart in hindi) कैसा होना चाहिएः
पहले दिन दूध के साथ कॉर्न फ्लैक्स, दलिया, ओट्स या हॉल ग्रेन ब्रेड और बटर के साथ दे सकती हैं। नाश्ते में एक फल अवश्य रखें। नाश्ते के बाद बारी आती है पोस्ट ब्रेकफास्ट की। अमूमन दस या ग्यारह बजे आप बच्चे को एक कटा हुआ सेब या एक कटोरी पपीता दें। इस दौरान कुछ ऐसी चीज दें जिससे बच्चे का पेट दिन के लंच तक भरा रहे। लंच में आप बच्चे को एक कटोरी दाल, एक गेंहू की रोटी, सब्जी दे सकती हैं। खाने के साथ सलाद अवश्य दें। अगर बच्चे की शुरु से ही सलाद खाने की आदत रहेगी तो यह उसके पाचन तंत्र के लिए बेहतर है। दाल और रोटी में घी या बटर अवश्य डालें।
Read: प्रोटीन चार्ट 6 माह से 3 वर्ष के बच्चो के लिए
अमूमन चार बजे के बाद जब बच्चे दिन की नींद से जागे तब उन्हें आप पोस्ट लंच में फिर से कुछ हेल्थी स्नैक्स दीजिएं। पहले दिन आप पनीर कटलेट या वेज कटलेट दें। रात के डिनर में एक रोटी या एक कटोरी चावल के साथ दाल और सब्जी दें। सब्जी में आप कोई भी चीज दे सकती हैं बस अच्छा होगा अगर आप मसाले वाली सब्जियां ना दें। हो सके तो बच्चे के लिए अलग से सब्जी बनाएं। तीखी सब्जियां बच्चे के पाचन तंत्र के लिए अच्छी नहीं होती। रात को सोते समय फिर एक गिलास दूध दें। रात को दूध देने और सोने के बीच में कुछ अंतर अवश्य रखिए।
सुबह के नाश्ते में आप परांठा बना सकती हैं। याद रहें परांठे नरम हों। परांठे के साथ दही दें क्योंकि दही काफी देर तक पेट को भरा-भरा रखती है। अगर आप दही दे रही हैं तो दूध देने से बचें। पोस्ट ब्रेकफास्ट में आप बच्चे को इस दिन एक गिलास दूध के साथ कुछ कुकीज दे सकती हैं। इस दिन लंच में मिक्स वेज, चावल और दाल दें। लंच के बाद चार बजे के करीब बच्चे को एक कटोरी कटे हुए फल या अंकुरित दालें दें। पोस्ट लंच स्नैक्स को आप जितना मजेदार बना सकती हैं वह आपके लिए फायदेमंद होगा। डिनर के समय आप बच्चे को रोटी, दाल और पनीर की भूजिया दे सकते हैं। इस समय भी खाने के साथ सलाद ही दें। रात को सोने से पहले एक गिलास दूध दीजिए।
बेसन का चीला या रागी डोसा दिन की शुरुआत के लिए एक अच्छा विकल्प है। इसे आप टमाटर की ताजा बनी चटनी या सांभर के साथ परोस सकती हैं। ब्रेकफास्ट के बाद लंच से पहले एक गिलास दूध या मिल्क शेक दीजिए।
लंच में आप बच्चे के टेस्ट को बदलने के लिए छोले या राजमा दे सकते हैं। राजमा या छोले स्वाद में बेहतर होने के साथ प्रोटीन से भी भरे होते हैं। इस दिन अगर लंच हैवी है तो मिड डे स्नैक्स में कोई हल्की चीज रखें जैसे पोहा या दूध-बिस्किट। डिनर में आप रोटी के साथ सोयाबिन चंक्स दे सकती हैं। सोयाबिन चंक्स हल्के फ्राई और चटपटे होने चाहिए।
चौथे और पांचवे दिन आप बच्चे को नाश्ते में पोहा, उपमा, चीज सैंडविच आदि दे सकते हैं। नाश्ते के बाद बच्चे को दूध के स्थान पर चौथे और पांचवे दिन मिल्क शेक और स्मूदी बनाकर दें। चीकू शेक या बनाना स्मूदी एक विकल्प हो सकता है। नाश्ते में कुछ रागी से बने हुए व्यंजन अवश्य रखें। इन दो दिन लंच में आप चाहे खिचड़ी, वेज पुलाव या नमकीन चावल दे सकते हैं। लंच के समय बच्चे को मौसम के अनुसार छाछ या जूस दे सकते हैं। लंच के बाद शाम के समय बच्चे को इन दिनों मिठी दही, उपमा या हलवा दे सकते हैं। डिनर में रोटी व पनीर की भूजिया, दाल-चावल व सब्जी दे सकते हैं।
Read: कैल्शियम चार्ट 6 माह से 3 साल तक के बच्चो के लिए
सात दिनों तक अलग-अलग तरह का खाने का टेस्ट मिलता रहे इसके लिए नाश्ते में भी वैरायटी होनी चाहिए। इन दो दिन आप बच्चे को नाश्ते में इडली-सान्भर या फिर जूस के साथ फ्रूट सलाद या चीज सेंडविच दे सकते हैं। इन दो दिनों में आप बच्चे को पोस्ट ब्रेकफास्ट और पोस्ट लंच में सूप दे सकते हैं। सूप घर पर ही बना हो तो बहुत अच्छा है।
लंच में मूंग के दाल की खिचड़ी, पनीर पुलाव या रोटी के साथ मसूर की दाल और मिक्स वेज दे सकते हैं। बच्चों को लंच के समय आप पालक, मशरूम या भिंडी जैसी सब्जियां भी दे सकती हैं। यह सब्जियां हो सकता है बच्चे को अच्छी ना लगे लेकिन उसका लंच पूरा करने के लिए आपके पास दाल होगी, जो दिक्कत को कम कर देगी। डिनर में आप बच्चे को परांठे या मिक्स वेज पुलाव दे सकती हैं। साइड डिश में दाल, शाही पनीर या सान्भर रख सकती हैं।
Read: 11 Best High Calorie Foods for Your Baby’s Growth and Weight Gain in English
क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से अपने अनुभव बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माताओं के संयुक्त संगठन का हिस्सा बने| यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे|
null