कुछ दिन पहले मुझे मेरी एक पुरानी सहेली मिली। वो कुछ परेशान थी और उसकी परेशानी की वजह थी उसकी सात साल की बेटी। मेरी सहेली का मानना था कि उसकी बेटी का दिमाग अन्य बच्चों की तरह तेज नहीं है। दिमाग हमारे शरीर का अहम अंग है और बच्चों के दिमाग का खास ध्यान रखना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि बच्चों के नब्बे प्रतिशत दिमाग का विकास पांच साल से कम की उम्र तक हो जाता है। ऐसे में बच्चों के दिमाग को तेज करने के लिए उसे पौष्टिक आहार कराना, तनाव से उसे दूर रखना, व्यायाम आदि बहुत आवश्यक है। ऐसे ही कुछ ऐसी चीजें भी है जिनसे अपने बच्चे को दूर रख कर आप उसके दिमाग को तेज कर सकते हैं। जानिए कौन-कौन सी हैं वो चीजें (Factors Affecting Child Brain Development)।
आदतें जिनके कारण बच्चों का दिमाग हो सकता है कमजोर (Top Factors Affecting Child Brain Development in Hindi)
मुख्य आदतें जिनके कारण बच्चों का दिमाग होता है कमजोर
- मोबाइल
- तेज म्यूजिक
- टेलीविजन का अधिक प्रयोग
- कम नींद
- गलत व्यवहार
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#1. मोबाइल (Mobile)
मोबाइल आजकल आवश्यकता से ज्यादा एक फैशन की वस्तु बन चुका है और बच्चे भी इससे अछूते नहीं हैं। छोटे-छोटे बच्चों के हाथों में मोबाइल फोन देखा जा सकता है। वयस्कों ही नहीं बल्कि बच्चों के लिए भी मोबाइल एक बुरी आदत बन चुका है। लेकिन अगर मोबाइल के कुछ फायदे हैं तो बहुत सारे नुकसान भी है जो अक्सर सामने आते हैं। मोबाइल का लगातार और दिन में कई घंटों तक प्रयोग करने का सबसे अधिक दुष्प्रभाव बच्चों के कोमल दिमाग पर पड़ता है। इससे बच्चों का दिमाग कमजोर बन जाता है। ऐसे में अपने बच्चे के दिमाग को तेज करने के लिए बच्चों को मोबाइल से दूर रखना चाहिए।
#2. फास्ट फूड (Fast Food)
आजकल की पीढ़ी घर के खाने से अधिक फास्ट फूड खाने में दिलचस्पी लेते हैं। लेकिन इसके बारे में किये गए शोध के अनुसार अधिक फास्ट फूड, अधिक मीठी चीज़ों और कोल्ड ड्रिंक आदि का सेवन करने से दिमाग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और दिमाग तेज नहीं होता। फास्ट फूड में MSG नामक तत्व पाया जाता है जो दिमाग के न्यूरोन को हानि पहुंचाता है। अधिक जंक फ़ूड खाने से बच्चों की एकाग्रता, सीखने और समझने की क्षमता और यादाश्त में भी असर पड़ता है। इसलिए अपने बच्चे के दिमाग को तेज करने के लिए उन्हें फास्ट फूड और अधिक मीठी चीज़ों के सेवन से दूर रखें।
#3. तेज संगीत (Loud Music)
यह भी पाया गया है कि अधिक शोर बच्चों के दिमाग को प्रभावित करता है। बच्चों के सामने अधिक जोर से चिल्लाना, बच्चों के कानों में हैडफ़ोन या इयरफ़ोन लगा कर उन्हें संगीत सुनने देने आदि से बच्चों के दिमाग पर बुरा असर होता है और यही नहीं इससे अल्जाइमर होने की संभावना भी होती है। अपने बच्चों के कानों को अधिक ऊँची आवाज़ से बचाए।
#4. टेलीविज़न (Television)
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टेलीविज़न पर कार्टून देखना किस बच्चे को पसंद नहीं। आजकल के बच्चे तो अपनी मम्मियों के साथ सिरियल्स देखने भी बहुत रूचि लेते हैं लेकिन अधिक टेलीविज़न देखने से भी बच्चों का दिमाग कमजोर होता है। इसलिए अपने बच्चे को इससे दूर रखें। दिन में एक या आधा घंटा टेलीविज़न देखने का कोई नुकसान नहीं है लेकिन इससे अधिक समय तक रोजाना टेलीविज़न देखना बच्चों के लिए घातक हो सकता है। इसके अलावा यह भी जरूरी है कि टेलीविज़न थोड़ी दूरी से देखा जाये।
#5. कम नींद (Not Enough)
नवजात शिशु पूरे दिन में लगभग सोलह घंटे सोते हैं। वही थोड़ा बड़ा होने पर यह अवधि दस से ग्यारह घंटे की हो जाती है। वयस्कों के साथ-साथ बच्चों के लिए भी सोना बेहद आवश्यक है। अगर उन्हें पर्याप्त नींद नहीं मिलती हैं तो उसका असर उनके स्वास्थ्य के साथ-साथ उनके दिमाग पर भी पड़ता है। अगर बच्चे पर्याप्त नहीं सोते तो उनका दिमाग सही से काम नहीं कर पाता। जिससे उनके काम करने की क्षमता कमजोर हो जाती है और उनका दिमाग कमजोर हो जाता है और तेज नहीं बन पाता हैं। इसलिये अपने बच्चे को पर्याप्त नींद लेने दें।
#6. मोटापा (Obesity)
अगर आप बच्चों के दिमाग को तेज करना चाहते हैं तो अपने बच्चे को मोटापे से दूर रखें। उसे घर में न बैठने दें बल्कि अन्य गतिविधियों के लिए भी उन्हें प्रेरित करें जैसे कि खेलकूद, व्यायाम आदि। अगर बच्चा अधिक खायेगा या व्यायाम नहीं करेगा तो उसका प्रभाव उसके दिमाग पर पड़ेगा और ऐसा देखा गया है कि अधिक मोटा होने पर भी दिमाग कमजोर हो जाता है।
#7. दुर्व्यवहार (Misbehavior)
बच्चे के साथ अगर कोई दुर्व्यवहार होता है तो उसका असर भी बच्चों के नाजुक दिमाग पर गहराई से पड़ता है जिससे उनका दिमाग कमजोर हो सकता है। आजकल बच्चों के साथ दुर्व्यवहार के साथ-साथ यौन शोषण के भी बहुत से मामले सामने आ रहे हैं। अगर घर का माहौल नकारात्मक है या डांट कर बच्चों को बार-बार टोका जाता है, गुस्सा किया जाता है या मारा जाता है तो उसका दिमाग कमजोर हो जाता है इसके साथ ही उनका आत्मविश्वास भी कमजोर होता है। अपने बच्चों के दिमाग को तेज करने के लिए उन्हें ऐसे माहौल से दूर रखें।
बच्चों के दिमाग को तेज करने के लिए न केवल उनके खाने-पीने का ध्यान रखें, इसके साथ उनकी गतिविधियों पर भी नजर रखें। बुरी आदतों से उन्हें दूर रखें। आपको यह जान कर हैरानी होगी कि बच्चे भी तनाव और चिंता का शिकार हो सकते हैं और इनका प्रभाव भी बच्चों के दिमाग पर पड़ सकता है। ऐसे में बच्चे को तनाव से बचाना भी बहुत आवश्यक है। खुद भी खुश रहें और बच्चों को भी खुश रखें।
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