बच्चों को मोबाइल से रखना हो दूर तो आजमाएं यह उपाय

बच्चों को मोबाइल से रखना हो दूर तो आजमाएं यह उपाय

आजकल बच्चे अपना अधिकांश समय मोबाइल पर बिताते हैं। यह आदत ऐसी हो गई है कि वह अपना खेलना कूदना सब कुछ भूल जाते हैं। एक्सट्रीम लेवल पर यह आदत बच्चों को दिमागी रूप से कमजोर बनाने का कारण भी बन सकती है। अगर आपके बच्चे भी दिन भर मोबाइल में ही व्यस्त रहते हैं तो जरूरी है कि आप समय रहते उनकी इस आदत को दूर करें। इस आदत को दूर करने के लिए आपको कुछ मेहनत तो जरूर करनी पड़ेगी साथ ही आपको थोड़ा सख्त बनने की भी जरूरत है। आइयें जानें कैसे आप बच्चों को मोबाइल से दूर रख सकती हैं।

 

बच्चों को मोबाइल से कैसे दूर रखें? (Tips to Keep Kids Away From Mobile in Hindi)

#1. घर पर लाएं पौधे

बच्चों को पौधों से बेहद लगाव होता है विशेषकर फूलों से। आप घर पर बच्चों को फूल व पौधे देकर उसकी जिम्मेदारी निभाने के लिए उन्हें कह सकते हैं। हाल में ही में इंडोनेशिया के स्कूल ने यह पहल की और वहां इसके सकारात्मक प्रभाव देखने को मिले।

आप बच्चों को उन पौधों की केयर करने को कह सकते हैं। बेहतर होगा अगर आप इन पौधों का कोई निकनेम भी रखें। इसके लिए जरूरी है कि आप एक डेली रूटीन फिक्स करें कि बच्चा उस समय पौधे के पास जाए ही। सप्ताह में एक दिन गमले की मिट्टी बदलना या उसमें खाद डालना भी सिखाएं।

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#2. पालतू जानवर

यह थोड़ा कठिन है लेकिन अगर आप घर में एक तोते या चिड़िया का जोड़ा रखते हैं तो उसकी देखरेख में भी बच्चा बिजी रहेगा। इसके लिए आप आप इन पक्षियों का कोई नाम भी रख सकते हैं।

यहां यह समस्या अवश्य आ सकती है कि बच्चा कुछ दिनों में इनसे ऊब जाए लेकिन आपको यह कोशिश करनी होगी कि बच्चा दिन में कुछ समय उनके साथ जरूर बिताए। एक्वेरियम या मछली घर भी एक उपयुक्त उपाय हो सकता है।

 

#3. किताबों के करीब ले जाएं

दो साल के बच्चे ड्राइंग बुक्स व पिकचर बुक को काफी पसंद करते हैं। उनकी इस पसंद को उनकी आदत बना डालिएं। हां लेकिन इसके लिए आपको जरूरत है ज्यादा किताबों की। आप साप्ताहिक बुक मार्केट या ऑनलाइन से ब्लक में यानि ज्यादा मात्रा में एक साथ किताबें खरीद लें।

बच्चों को किताबों को संभाल कर रखने, पेन पेंसिल व कलर को एक बैग में रखने आदि की भी आदत डालें।

 

#4. आउटडोर गेम्स

आजकल कई ऐसे स्पोर्ट्स क्लब हैं जो बच्चों को कोचिंग देते हैं जैसे फूटबॉल, क्रिकेट, टेनिस, स्वीमिंग, जुडो। शाम या सुबह के समय बच्चों को ऐसे स्पोर्ट्स के लिए इनरोल कराएं। अगर बच्चा स्कूल जाता है तो हो सकता है कि आपको लगे कि यह उसपर काफी प्रेशर देने के समान होगा। लेकिन सोचिए इस एक घंटे के खेल की जगह अगर वह मोबाइल देखेगा तो दोनों में से क्या बेहतर है?

 

माना कि स्कूल जाने वाले बच्चों पर होमवर्क, पढ़ाई का प्रेशर काफी होता है ऐसे में आप उन्हें साप्ताहिक स्पोर्ट्स क्लब से जोड़ सकते हैं। लेकिन इस एक घंटे के स्थान पर मोबाइल ना दें। स्पोर्ट्स क्लब में ले जाना आसान ना हो तो उसे खेल के सामान उपलब्ध कराएं और बाहर जाकर खेलने को कहें।

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#5. पजल्स

दो से पांच साल के बच्चों के लिए पजल्स एक अच्छा विकल्प है। बच्चे इसमें व्यस्त भी रहते हैं और मोबाइल से भी दूर रहेंगे। आप लिगो भी ला सकती हैं जो ब्लॉक्सनुमा खिलौने होते हैं। बच्चों को इनसे आकृतियां बनाने को कहें।

 

#6. समय निर्धारित करें

बच्चों को किस समय मोबाइल देना है या लैपटॉप देना है इसके लिए एक सही समय निर्धारित करके रखें। इस एक या दो घंटे के अलावा उसे स्क्रीन के पास ना जानें दें। यह सबसे जरूरी है।

 

#7. अंत में खुद पर कंट्रोल

आप यकीन मानें या ना मानें लेकिन यह सच है कि बच्चे मोबाइल की आदत पेट से तो सीख कर नहीं आते। वह जो सीखते हैं हमें देख कर सीखते हैं। जब वह खुद अपने मम्मी पापा, भाई बहनों आदि को मोबाइल में व्यस्त पाते हैं तो उनकी जिज्ञासा उन्हें मोबाइल के करीब ले जाती है। तो कहीं ना कहीं इस लत को हम ही अपने बच्चों को में डालते हैं और बाद में पछताते भी है।

 

इसलिए सबसे जरूरी है कि आप खुद बच्चे के सामने ज्यादा देर तक मोबाइल में व्यस्त रहने से बचें। अपने पति से भी इस बारें में बात करें कि वह ऑफिस से घर आने के बाद बच्चों के साथ खिलौने के साथ खेलें या बुक्स आदि में उन्हें व्यस्त रखें। यह छोटी छोटी चीजें बच्चों को इस लत से दूर ले जाने में काफी सहायता करेगी।

 

अगर आपके पास भी बच्चों को मोबाइल से कैसे दूर रखें के कुछ सुझाव व उपाय हैं तो हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

 

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