अपने बच्चों के बीच अच्छा संबंध बनाने के 11 तरीके

अपने बच्चों के बीच अच्छा संबंध बनाने के 11 तरीके

किसी ने बिल्कुल सही कहा है कि आपके भाई-बहन आपके ऐसे दुश्मन होते हैं जिनके बिना आप रह नहीं सकते हैं। भाई बहन या भाइयों के बीच का रिश्ता ऐसा रिश्ता होता है जो सबसे लंबे रिश्तो में एक होता है। आपकी जिंदगी में दोस्त आ या जा सकते हैं, आपके साथी भी आ या जा सकते हैं लेकिन भाई और बहन हमेशा आपके साथ रहते हैं। जिन लोगों के अपने भाई बहन के साथ अच्छे रिश्ते होते हैं उनमें तनाव कम व जिंदगी की संतुष्टि ज्यादा होती है। वह भाई और बहन ही होते हैं जो विपरीत परिस्थितियों में एक दूसरे को भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक समर्थन प्रदान करते हैं। भले ही वे एक दूसरे से कितनी दूर रहे लेकिन यह रिश्ता हमेशा बरकरार रहता है क्योंकि एक ही वातावरण में बड़े होने के कारण व एक ही माता-पिता होने के कारण उनकी बहुत सी यादें एक दूसरे के साथ जुड़ी होती है जो वे एक दूसरे के साथ साझा करते हैं व समझ सकते हैं। भाई बहन का रिश्ता सिर्फ एक परिवार तक ही सीमित नहीं होता है बल्कि वे एक अच्छे दोस्त भी बन सकते हैं। इसलिए जरूरी है दोनों के बीच एक बेहतर रिश्ता होने की। इसमें कोई संदेह नहीं है कि भाई बहन का रिश्ता बहुत प्यारा होता है लेकिन एक माता-पिता होने के नाते आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि दोनों के बीच बचपन से ही एक गहरा रिश्ता हो क्योंकि एक समय के बाद आपके बच्चे कुछ बातें आपसे शेयर करना सही नहीं समझते हैं या हिचकते हैं लेकिन अगर दोनों भाई बहनों के बीच अच्छा रिश्ता है तो वे सारी बातें एक दूसरे के साथ शेयर करते हैं जो आगे चलकर उनके बहुत काम आती है। तो आइए जानते हैं कुछ टिप्स (Tips to Build a Strong Sibling Bonds) के बारे में जिनसे आप अपने बच्चों के बीच के संबंध को और गहरा व प्याराभरा कर सकती है।

भाई बहन के बीच अच्छा संबंध बनाने के लिए टिप्स (Tips to Build a Strong Sibling Bonds in Hindi)

#1. माता-पिता खुद एक उदाहरण बनें (Take the example of yours)

बच्चे हमेशा बड़ों की नकल करते हैं इसलिए माता-पिता को चाहिए कि उन्हें बात-बात पर एक दुसरे पर चिल्लाना, गुस्सा करना या लड़ाई करने जैसे काम ना करें। वे खुद भी अपने भाई बहनो के साथ और परिवार में सबके साथ प्रेम से बात करें। बच्चे जो भी देखते हैं उसका असर उनके दिमाग पर वैसा ही होता है। उनको शुरू से ही अनुशासन में रहना और भाई बहन के साथ प्यार और खुशी से रहने की प्रेरणा दे। घर में प्यार भरा माहौल बना रहेगा तो बच्चे भी आपस में प्यार से ही रहेंगे।

#2. एक दूसरे को उनकी अहमियत समझाये (Teach values of each other)

आप अपने दोनों बच्चों में फर्क ना करें बल्कि हमेशा उन्हें प्यार से समझाएं कि आपके जीवन में उन दोनों की क्या अहमियत है और दोनों बच्चों को भी यह समझाएं कि उन दोनों के जीवन में एक दूसरे की क्या अहमियत है। आप हमेशा ही अपने बड़े बच्चे को जिम्मेदारी ना दें और छोटे बच्चे को गलत बात में सपोर्ट भी ना करें। उन दोनों को गलती होने पर हमेशा डांटने की बजाय प्यार से भी समझाएं। Read: ज्यादा चिड़चिड़े बच्चों को संभालने के 10 टिप्स

#3. दोनों को अच्छी सीख दें (Teach values to both)

आप अपने दोनों बच्चों को सही गलत का फर्क करना समझाएं। कौन सी बात सामान्य और कौन सी बहुत गलत है यह भी समझाएं। अपने बच्चों को यह भी बताये कि अगर उनका भाई या बहन कोई गलत काम करता है तो आप उसको रोके और अपने माता पिता को बताएं। उन्हें यह भी समझाए कि अपनी बातें आपस में दोनों शेयर भी करें। इससे बच्चों में जिम्मेदारी की भावना के साथ-साथ दोस्ती की भावना भी आएगी। अगर आप अपने दोनों बच्चों को एक दूसरे की बात मानना, एक दूसरे की कद्र करना और एक दूसरे के आगे झुकना सिखाएंगे तो वह भी एक दूसरे से प्यार करना अपने आप सीख जाएंगे।

#4. परिवार को समय दे (Give your time to family)

माता-पिता का यह कर्तव्य बनता है कि वे घर की जिम्मेदारियों के साथ-साथ थोड़ा समय अपने परिवार के लिए भी निकालें। परिवार के सभी लोग इकट्ठे बैठकर बातें करें, खेल खेलें, एक दूसरे के साथ अपनी समस्याएं साझा करें, हंसी मजाक करें। इन सबसे बच्चे भी परिवार का महत्व समझते हैं और उनके बीच की बॉन्डिंग भी अच्छी होती है। खेल-खेल में बच्चे एक दूसरे को और भी अच्छे से समझते हैं।

#5. तुलना मत करो (Don’t compare)

आपको यह समझना चाहिए कि प्रत्येक बच्चा शारीरिक, सामाजिक व भावनात्मक रूप से अलग होता है। उदाहरण के लिए आपके बच्चों में से एक शारीरिक रूप से मजबूत हो सकता है और एक मानसिक रूप से मजबूत हो सकता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप उन दोनों में कोई फर्क करें। इसलिए आप ऐसी चीजों को कहने से बचे कि तुम्हारा भाई कितना महान कलाकार है, वह ये कितने अच्छे से करता है लेकिन तुम नहीं करती हो या तुम्हारी बहन खेल में बहुत अच्छी है तुम उसके जैसा नहीं करते हो!! इसलिये ध्यान रखें कि कभी भी अपने बच्चों के बीच में तुलना ना करें।

#6. न्यायी बने (Be right)

आपको यह चाहिए कि आप अपने दोनों के बच्चों के बीच बिल्कुल भी फर्क ना करें। अगर किसी की कोई गलती है या कोई सही है तो उसको यह चीज बताएं। अपने बड़े बच्चे को ही हमेशा बड़ी जिम्मेदारियां ना दें और ना ही छोटे बच्चे को कुछ गलत होने पर हमेशा डांटे। दोनों बच्चों को हमेशा समान समय दें व समान व्यवहार करें। Read: बच्चों का हकलाना और इसे दूर करने के घरेलू उपाय

#7. उन दोनों के बीच एक टीम के रूप में काम सौंपे (Assign task to both of them as team)

एक दूसरे के बीच बेहतर तालमेल बनाने व सहयोग बढ़ाने के लिए आप उन दोनों को घर का कुछ काम भी दे सकती हैं। आप उन्हें काम एक टीम के रूप में सौंपे और कुछ सरल कार्य करने को दें जैसे कमरे की सफाई करना, बीके धोना या कुछ अन्य घरेलू कामों में मदद करना इत्यादि। इनसे दोनों के बीच आपस में काम करने का बढ़ावा मिलेगा और उनके बीच में तालमेल भी बढ़ेगा।

#8. एक दूसरे का सम्मान करना सिखाए (Teach each other to respect)

मतभेद हर घर में होते हैं इसका मतलब यह नहीं है कि हम एक दूसरे की भावनाओं की कद्र ना करें या उनसे नफरत करें। इसलिये आप अपने दोनों बच्चों को यह समझाएं कि सबकी सोच विचार अलग-अलग होते हैं। यह जरूरी नहीं है कि तुम्हारा भाई या बहन भी वही सोचे जैसा तुम सोचते हो तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह गलत है या तुम सही हो। मतलब बस जरूरत है तो एक दूसरे को पहचानने की। इसलिए मतभेदों को दूर रख कर या असहमति को अपनाना भी आप अपने बच्चों को समझाएं।

#9. एक दूसरे के साथ अनुभव साझा करें (Share experience with each other)

आप अपने बच्चों को एक दूसरे के साथ बात करने के लिए भी प्रोत्साहित करें जैसे उनका दिन कैसा बीता, उन्होंने पुरे दिन क्या-क्या किया इत्यादि। इस बारे में आप भी कुछ समय निकालकर अपने दोनों बच्चों के साथ बैठे व उन्हें बताएं कि सारी बातें अपने माता-पिता के साथ साझा करने के अलावा अपने भाई और बहन के साथ भी साझा करें व एक दुसरे से उनकी राय पूछे। इससे आपके बच्चे एक दूसरे के साथ सभी चीजें शेयर करना सीखेंगे व एक दूसरे के बारे में और अच्छे से भी जानेंगे जिससे उनका संबंध और गहरा होगा। इसलिए रोजाना यह कोशिश करें कि कम से कम कुछ समय दोनों बच्चे एक दूसरे के साथ बैठे व अपने दिन की बातें एक दूसरे के साथ शेयर करें। Read: बच्चो को स्कूल भेजते समय माँ को इन 5 बातो का जरुर ध्यान रखना चाहिए

#10. चुनौतियां दें (Guve challanges)

अपने बच्चों के बीच अच्छे संबंध बनाने के लिए यह सबसे अच्छा तरीका है। इसके लिए आप अपने दोनों बच्चों को खेल-खेल में या कुछ अन्य कामों में चुनौती दें और बताएं कि दोनों मिलकर इसे सॉल्व करें। यह चीजें बच्चों को पसंद भी आएंगी व वे एक दूसरे का सहयोग करके उससे निपटने का व खत्म करने का प्रयास करेंगे।

#11. शिक्षाप्रद कहानियां सुनाएं

आप अपने बच्चों के बीच अच्छे संबंध बनाने के लिए उन्हें भाई बहन के ऊपर वीडियोस, मूवीज दिखा सकती हैं या कहानियां व कविताओ को सुना सकती हैं जिनसे उनको एक दूसरे को समझने में मदद मिलेगी व अच्छी शिक्षा भी मिलेगी। शिक्षाप्रद कहानियों से उनके चरित्र का निर्माण भी होगा जो आगे चलकर उनके लिए बहुत लाभदायक होगा। उपरोक्त कुछ ऐसे टिप्स (Tips to Build a Strong Sibling Bonds) थे जिनसे आप अपने बच्चों के बीच बेहतर सम्बंध बनाने में कामयाब हो सकते हैं। इसके अलावा अपने बच्चों में कभी भेदभाव या एक दूसरे का कंपेरिजन ना करें। बच्चों के बीच आपसी प्रतियोगिता होना अच्छी बात है लेकिन उनके बीच ऐसा कुछ ना करें जिसके कारण जिससे वह एक-दूसरे से ईर्ष्या करने लगे। क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से अपने अनुभव बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माताओं के संयुक्त संगठन का हिस्सा बने| यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे|

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