3 से 5 साल के बच्चों में कैसे जगाएं देश प्रेम की भावना

3 से 5 साल के बच्चों में कैसे जगाएं देश प्रेम की भावना

बच्चे देश का भविष्य होते हैं और देश की तरक्की बच्चों पर ही निर्भर होती है। उनमें देश के प्रति प्यार, कर्तव्य और दायित्व का जानना बहुत जरूरी होता है। अगर बच्चे के मन में अपने देश के प्रति यह सब भावनाएं हैं व वह अपने कर्तव्य से भलीभांति परिचित है तो वह समाज व अपने देश के विकास में अपना अहम योगदान देता हैं। इसलिए अपने बच्चे में देश प्रेम की भावना जगाना हर मां का कर्तव्य होता है। आप बच्चों की परवरिश इस ढंग से करें कि बचपन से ही उनके मन में अपने देश के प्रति प्यार और श्रद्धा के साथ बलिदान की भावना भी जागृत हो। तो आइए जानते हैं बच्चों में देश के प्रति प्रेम की भावना जगाने के लिए कुछ टिप्स (Tips to Teach Patriotism To Kids in Hindi)।   देशभक्ति एक ऐसा गुण है जो चाहे बूढ़े हो या जवान या बच्चे, सभी में देश के प्रति निष्ठा, निस्वार्थ प्रेम और श्रद्धा का गुण पैदा करता है। यह एक ऐसा प्रेम है जो कि एक नन्हा बालक अपनी मां से करता है और उसे अपनी मां के अलावा कोई अन्य महिला इतनी प्यारी नहीं लगती हैं वैसे ही सभी को अपने देश से लगाव होता है। संस्कृत का एक श्लोक हैं “जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी” अर्थात जननी और जन्मभूमि स्वर्ग से भी श्रेष्ठ है। हम सभी इसी के वशीभूत होकर देश की उन्नति और प्रगति में रुचि लेते हैं।  

बच्चों में ऐसे जगाये देश प्रेम की भावना (Tips to Teach Patriotism To Kids in Hindi)

 

#1. देश के प्रति जिम्मेदारियां (Duties for the Nation)

सबसे पहले तो आप अपने बच्चों को अपने देश के प्रति उनकी जिम्मेदारियों का अहसास करवाएं। उन्हें समझाए कि हम इस देश से हैं, देश हमसे नहीं। मतलब हम तब तक सुरक्षित रहेंगे जब तक हमारा देश व हमारे देश की सीमाएं सुरक्षित है। उन्हें यह भी समझाए कि जब भी देश पर कोई संकट आए तब सीमा की सुरक्षा के लिए हमारे जवान हमेशा तैयार रहते हैं। उन्हें बताएं कि किस प्रकार हमारे सेना के बहादुर जवान विकट परिस्थितियों में भी सीमा पर हमेशा तैयार रहते हैं चाहे किसी भी प्रकार का मौसम हो। कड़क सर्दी व भीषण गर्मी में भी वे अपनी जान पर खेलकर अपने देश की सुरक्षा करते हैं। इसके लिए आप उन्हें स्कूल की छुट्टियों में सीमा पर ले जाकर उन्हें जवानों में मिलवाए व सीमा के बारे में बताये। जब बच्चे यह सब देखेंगे तो उनमे देश प्रेम की भावना जागृत होगी।
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#2. स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियां सुनाएं (Tell stories of freedom fighters)

अपने बच्चों को देश के स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियां सुनाना बिल्कुल ना भूलें। हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने देश को आजाद कराने के लिए कैसे कठिन यत्न किए थे व अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। आप उन्हें देशभक्ति की फिल्में भी दिखाएं। उन्हें इस तरह की किताबें भी पढ़ने को दें। देश भक्ति की कहानियां पढ़ने से उनमें रचनात्मकता भी आएगी।  

#3. एकता की भावना (Feeling of Unity)

आप अपने बच्चों को बताइए कि भारत भौगोलिक स्तर से लेकर भाषाई, सांस्कृतिक और धार्मिक आधार पर कितना बड़ा देश है लेकिन इन सब के बावजूद सभी लोग आपस में प्यार व स्नेह से रहते हैं। आप उन्हें बताएं कि हमारे देश में हर 100 किलोमीटर के दायरे में भाषा, संस्कृति, रहना, खान-पान इत्यादि बदल जाते हैं फिर भी सब लोग एक दूसरे का सहयोग करके देश की प्रगति में हमेशा लगे रहते हैं। आप अपने बच्चों के मन में एकता की भावना भरे और कहे कि उन्हें सबके साथ मिलकर रहना चाहिए चाहे वह किसी भी धर्म, जाति, राज्य, भाषा या लिंग का हो। जब बच्चे बचपन से ही यह सब बातें सीखेंगे तो आगे चलकर भी इन पर अम्ल करेंगे।

#4. अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ (Against of Injustice and Corruption)

आपको अपने बच्चे को बचपन से ही अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना सिखाना चाहिए। अगर किसी के साथ कोई गलत व्यवहार करें या फिर खुद उनके साथ कुछ गलत हो रहा है तो उसे उसके खिलाफ आवाज उठाना सिखाये। इसके साथ ही आप अपने बच्चों को भ्रष्टाचार के दुष्प्रभाव भी बताये और उन्हें बताएं कि भ्रष्टाचारियों को बिल्कुल भी समर्थन नहीं करना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो उनका योगदान राष्ट्र के बेहतर निर्माण में सहायक होगा।  

#5. देशप्रेम की अन्य बातें (Other things related to Patriotism)

आप अपने बच्चों को यह भी समझाएं कि देश प्रेम सिर्फ सीमा पर लड़ने से या अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने से ही नहीं होता है बल्कि देश के प्रति सही काम करने से भी देश को योगदान मिलता है। जैसे कि उन्हें बताएं कि उन्हें सड़क पर या बाहर साफ-सफाई रखने पर पूरा ध्यान देना चाहिए व कचरा हमेशा कूड़ेदान में ही फेंकना चाहिए। इससे अपना देश साफ सुथरा रहेगा। उन्हें बताएं कि कैसे हम अपने आसपास सफाई रख कर व सार्वजनिक सामानों की रक्षा करके और गरीब लोगों के प्रति संवेदना रखकर भी देश को बेहतर बनाने में योगदान दे सकते हैं। अगर आपका बच्चा अभी से यह सब बातें सीख लेता है तो देश का और बच्चे का दोनों का भविष्य उज्जवल होता है। इसे भी पढ़ेंः हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानी

#6. शिक्षकों का योगदान ले (Take help from Teachers)

छोटे बच्चों पर माता-पिता से ज्यादा बातें शिक्षकों की प्रभाव डालती है क्योंकि वे उनकी बात ज्यादा ध्यान से सुनते हैं। इसलिए बच्चों में देश प्रेम की भावना जागृत करने में शिक्षकों का काफी योगदान होता है। इसके लिए आप अपने बच्चे को स्कूल में देशभक्ति के रंगारंग प्रोग्राम में भाग दिलवा सकती है। इसमें आप बच्चों को देशभक्ति के नाटक और विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों में भाग लेने को कहे। इससे उसकी रचनात्मकता भी बढ़ेगी और सोचने समझने की शक्ति भी अच्छी होगी।  

#7. मातृभाषा से प्यार (Love your Mother Tongue)

आजकल हर तरफ अंग्रेजी भाषा का बोलबाला है। स्कूलों में और अन्य जगहों पर भी जो अंग्रेजी बोलता है उसको ज्यादा विद्वान समझा जाता है लेकिन हमें व आपको यह जानना अतिआवश्यक है की भाषा सिर्फ अपनी बातों का आदान-प्रदान करने का एक माध्यम है ना की किसी के विद्वान होने का कोई परिचय। इसलिए अपने बच्चों को समझाए कि अपनी मातृभाषा से प्यार करें व उसको बोलने में किसी प्रकार की शर्म ना करें। यह भी देश के प्रति स्नेह व प्रेम को दर्शाता है।   अंत में देश भक्ति (Desh Bhakti) या देश प्रेम का मतलब यह कतई नहीं है कि हम दूसरे देशों से घृणा करें। जैसे एक बच्चा अपनी मां से बहुत प्यार करता है इसका मतलब यह नहीं है कि वह दूसरी महिलाओं से घृणा करता है। देश प्रेम का अर्थ यह होता है कि हम जिस देश में रह रहे हैं व जिस भूमि में हमने जन्म लिया है, उसकी प्रगति पर अपना पूरा योगदान दे व देश को आगे बढ़ाने में अपना सहयोग दें। इसे भी पढ़ेंः 7 सेल्फ डिफेंस ट्रिक्स क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से अपने अनुभव बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माताओं के संयुक्त संगठन का हिस्सा बने। यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे।

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