बढ़ते हुए शरीर को मजबूती देने के लिए मजबूत हड्डियां जरूरी होती है। मजबूत हड्डियां पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम से ही बनती है। कैल्शियम की आवश्यकता हर उम्र के लोगों को होती है चाहे वह बड़े हो या छोटे। कई बार बच्चों के दांत जल्दी ना आने का एक मुख्य कारण कैल्शियम की कमी भी होता है। तो आइए जानते हैं बच्चों के शरीर में कैल्शियम (Bachcho Mein Calcium ki Kami) की कमी को दूर करने के लिए उन्हें क्या-क्या खिलाया (Sources of Calcium for Kids) जा सकता है।
हमारा शरीर का लगभग 99% कैल्शियम हड्डियों और दांतों में होता है। कैल्शियम का काम सिर्फ हड्डियों और दांतों की मजबूती तक ही सीमित नहीं है बल्कि इसकी शरीर के कई अन्य महत्वपूर्ण कार्यों में भी आवश्यकता होती है। अगर किसी कारणवश किसी के शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाए तो उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
इससे दांत और हड्डियाँ कमजोर हो जाते हैं व उनके टूटने का डर बना रहता है। कैल्शियम की कमी से भूख में कमी, मांसपेशियों में खिंचाव, थकान, तनाव, स्मरण शक्ति का कमजोर होना भी होता है। इसके अलावा इसकी कमी से दांतों का गिरना, हड्डियों का आसानी से टूटने के संकेत इत्यादि भी हो सकते हैं।
1 साल से छोटे बच्चे को हर दिन कम से कम 250 से 300 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत पड़ती है और 1 साल से ऊपर के बच्चों को 700 से 1000 मिलीग्राम कैल्शियम की आवश्यकता होती है। आइये अब जानें कौन से आहार कैल्शियम से भरपूर (Calcium Rich Food) होते हैं।
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कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाने व रक्त कोशिकाओं के निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए सबसे अच्छा पदार्थ है दूध और उससे बने उत्पाद। कई बच्चे दूध और उससे बने उत्पाद पसंद नहीं करते हैं। तो आइए जानते हैं ऐसे कुछ और आहार जो बच्चों में कैल्शियम की कमी को पूरा करते हैं।
दूध कैल्शियम का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। इसलिए आप अपने बच्चे के आहार में दूध को अवश्य शामिल करें ताकि उसके शरीर में कैल्शियम की कमी ना रहे। आप बच्चों को दूध को फाड़कर उसका छेना निकाल कर भी दे सकती है। यह भी कैल्शियम की कमी को पूरा करता है।
आप अपने बच्चों को दूध के साथ-साथ उससे बने डेयरी प्रोडक्ट इत्यादि भी दे सकती हैं। आप बच्चों को दूध से बने पनीर की अलग-अलग डिशेस बनाकर खिला सकती है जैसी कि पराठे में पनीर भर कर। कच्चा पनीर सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। इसलिए आप अपने बच्चों को कच्चे पनीर में काली मिर्च छिड़क कर खिलाये।
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दही भी कैल्शियम का सर्वोत्तम स्रोत (Sources of Calcium) माना जाता है। आप अपने बच्चे को ताजा दही खिलाए। यह आपके बच्चों के शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करके उसकी हड्डियों और दातों को मजबूत करेगा। इसकी तासीर ठंडी होती हैं इसलिये अपने बच्चे को इसका रात को सेवन कराने से बचें। हो सके तो अपने बच्चे को सुबह के नाश्ते के समय या दोपहर के खाना खाते समय दही दे।
रागी एक प्रकार का अनाज होता है जिसमें कैल्शियम प्रचुर मात्रा में होता है। इसलिए रागी का सेवन प्रतिदिन अपने बच्चे को अवश्य करवाएं। इससे उसमें कैल्शियम की कमी नहीं होगी। रागी को अनाज के रूप में खाया जा सकता है जैसे कि रोटी, हलवा, दलिया इत्यादि बनाकर।
हरी पत्तेदार सब्जियों में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है चाहे वह ब्रोक्कोली हो या पालक या कोई अन्य हरी पत्तेदार सब्जी। इसलिये अपने बच्चे के आहार में सब्जियों का अवश्य शामिल करें। आप अपने 1 साल से छोटे बच्चों को सब्जियों की प्यूरी या सूप बनाकर भी उन्हें दे सकती है।
आंवले में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होने के साथ-साथ इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी पाए जाते हैं। यह बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। आप अपने बच्चों को आंवले का मुरब्बा बनाकर या फिर इसे उबाल कर इसमें घी, गुड़ और सूखे मेवे डालकर इसका हलवा बनाकर भी खिला सकती है।
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आप इसे दूध के साथ अपने बच्चे को सुबह नाश्ते में दे सकती है। इसमें कैल्शियम और फाइबर दोनों प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। यह एक बेहतर नाश्ते में खाया जाने वाला आहार है। इससे आपके बच्चे को कैल्शियम भी भरपूर मात्रा में मिलेगा और उसका पेट भी भर जाएगा। यह बच्चों के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं के लिए भी बहुत अच्छा आहार माना जाता है।
अंजीर एक प्रकार का ड्राई फ्रूट होता है जो खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होता है। इसमें प्रचुर मात्रा में कैल्शियम और आयरन होता है जो आपके बच्चे के दांत और उसके शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त होता है। आप अपने बच्चे के लिए आहार बनाते समय उसमें अंजीर या फिर दूसरे ड्राई फ्रूट मिला कर भी उसे दे सकती है।
बादाम में बहुत कैल्शियम (Calcium) होता है। यह आपके बच्चे को स्वस्थ रखने व उसका दिमाग तेज करने में भी अहम योगदान निभाता है। आप बच्चे को बादाम दूध में मिलाकर या फिर बदाम का हलवा बनाकर भी दे सकती है। इसमें कैल्शियम के अलावा कई अन्य तरह के पोषक तत्व होते हैं जो शिशु के शरीर के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए आवश्यक होते हैं।
तिल में बहुत ज्यादा कैल्शियम होता है। आप अपने शिशु के आहार में तिल को अवश्य शामिल करें। इसके लिए आप जब अपने बच्चे का आहार बनाती है तो उसके खाने में थोड़ा तिल भी मिला दे। इससे खाने का स्वाद भी बढ़ेगा और उसके शरीर में कैल्शियम की कमी भी पूरी होगी।
संतरा में कैल्शियम और विटामिन अच्छी मात्रा में होता है। यह बच्चों को स्वादिष्ट लगने के साथ-साथ उनकी हड्डियां भी मजबूत बनाता है। इसके अलावा यह बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाने में योगदान देता है। इससे बच्चे का शरीर बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है। इसलिए आप अपने बच्चे को संतरा अवश्य खिलाएं या फिर उसका जूस बनाकर अपने बच्चे को दे। संतरे के अलावा अन्य साइट्रस फलों में भी कैल्शियम और विटामिन की अच्छी खासी मात्रा होती है।
कैल्शियम के कुछ अन्य स्रोत होते हैं जो आप अपने बच्चे को दे सकती है, वह इस प्रकार है:
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