बच्चों के सिर में खुजली होना एक आम समस्या होती है जिसका कारण होता है सिर की साफ सफाई का पूरा ध्यान नही रखना या ज्यादा केमिकल वाले प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना। यदि आप अपने शिशु या बच्चे के सिर की साफ सफाई का ध्यान नहीं रखेंगे तो इसके कारण आपके बच्चे के सिर में गंदगी जमा होने लगती है जिसके कारण सिर में छोटे-छोटे दाने या लाल चकते होने लगते हैं। इन्हीं दोनों की वजह से सिर में खुजली का प्रकोप शुरू होता है और फिर यह दाने धीरे-धीरे फुंसी (Sir par Dane) का रूप भी ले सकते हैं जिसके कारण सिर में दर्द भी रहने लगता है। बालों में हाथ लगने या बालों में कंघी करने से भी दर्द होता है। आइए जानते हैं बच्चों के सिर पर दाने (Scalp Acne) होने के क्या कारण हो सकते हैं।
सिर में एक या दो दाने हो जाना आम बात है परंतु यह दाने अगर सिर में बार-बार होते हैं तो आपको समझ जाना चाहिए कि यह फुंसी का रूप ले सकते हैं। आपके बच्चों के सिर पर दाने होने का कारण संक्रमण हो सकता है। संक्रमण कई बार बच्चों के सिर पर गंदे तेल का इस्तेमाल करने या फिर ज्यादा केमिकल वाला शैंपू का प्रयोग करने से भी हो सकता है। यह कई बार एलर्जी (allergy) के कारण होता है।
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अगर आप बच्चों के सिर की साफ सफाई का पूरा ध्यान नहीं रखती है तो भी यह समस्या उत्पन्न हो सकती है। सिर में ज्यादा पसीना आने से भी दाने होने की समस्या हो सकती है। जिन बच्चों की त्वचा ज्यादा तैलीय होती है उनको भी यह समस्या हो सकती है।
सिर में रूसी की समस्या भी दाने होने का एक मुख्य कारण है। इसलिए जिन बच्चों के सिर पर रूसी होती है उनका ज्यादा ख्याल रखना चाहिए।
कई बार बच्चों की त्वचा संक्रमण और फोड़े फुंसी के प्रकोप में जल्दी आ जाती है जैसे कि अगर बच्चों का पेट पूरी तरह से साफ ना हो या फिर बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो तो यह इसके कारण हो सकते है। इसके अलावा पेट में ज्यादा गर्मी होने के कारण भी यह समस्या उत्पन्न हो सकती है। वैसे भी आयुर्वेद के हिसाब से यह माना गया है कि पेट की गड़बड़ी कई रोगों की जड़ होती है।
नीम का प्रयोग एक बेहतर घरेलू उपाय है क्योंकि यह एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक होने के कारण त्वचा से संबंधित ज्यादातर सभी बीमारियों को दूर कर सकता है। इसके लिए आप नीम के पत्तों को पानी में थोड़ी देर तक उबालकर, उस पानी से अपने बच्चे के सिर को अच्छे से धो लें जिससे सिर में बैठे हुए जीवाणु मर जाएंगे और दाने फुंसियां इत्यादि ठीक हो जाएंगी। आप नीम, परवल और आडू के पत्तों को पीसकर अपने बच्चे के सिर पर लेप की तरह लगाएं। इससे भी सिर की छोटी-छोटी फुंसियां या दाने ठीक हो सकते हैं। नीम कोई आयुर्वेदिक औषधि से कम नहीं है और यह हर तरह के घाव भरने के लिए भी प्रयोग की जाती है।
बच्चों के सिर पर दाने होने पर आप नारियल के तेल के साथ कपूर मिला कर अपने बच्चे के सिर पर लगाये। यह लेप इस समस्या से आपके बच्चों को छुटकारा दिलवा सकता हैं। इस मिश्रण को तैयार करने के लिए आप नारियल के तेल में थोड़ा सा कपूर पीसकर अच्छे से मिला लें। फिर आप इस तेल को बच्चों के सिर पर जहां दाने हो वहां लगाये। यह लेप आप अपने बच्चे के पूरे शरीर पर भी लगा सकती है। इससे आपके बच्चे को दर्द से राहत मिलेगी।
बादाम का तेल बच्चों के सिर में ठंडक देगा जिससे आपके बच्चों को फूंसी की समस्या से राहत मिलेगी। इसके लिए आप रात के समय बच्चों के सिर पर बादाम के तेल की मसाज करके छोड़ दें और सुबह बच्चों का सिर धो दें। इससे आपके बच्चे को जरूर फायदा मिलेगा। आप सिर पर खुजलाहट दूर करने के लिए लैवेंडर के तेल का भी इस्तेमाल कर सकती हैं।
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इस उपचार में आप जायफल को पीसकर उसका पावडर बना लें और फिर इस पावडर में आप चार चम्मच दूध मिलाएं। अब आप इस मिश्रण को बच्चों के सिर पर लेप की तरह लगा दे और आधे घंटे बाद अपने बच्चे का सिर धो दें। इस उपचार से आपके बच्चों को दानो की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
गुलाब जल सिर को ठंडक देने में सहायक होता है। इसके लिए आप बच्चों के सिर पर जहां ज्यादा दाने हो वहां पर आप गुलाब जल की कुछ बूंदें लगाकर छोड़ दें। इसको लगाने से बच्चों को दानो की वजह से होने वाले दर्द से राहत मिलेगी।
सेब का सिरका भी सिर में होने वाले दाने से राहत दिलाता है। इस उपचार के लिए थोड़ा सा सेब का सिरका लेकर अपने बच्चे के सिर की मसाज करें और आधे घंटे बाद उनके बालों को अच्छे से धो लें। ऐसा करने से आपके बच्चे को सिर के दानों से राहत मिलेगी और साथ के साथ सिर की गंदगी भी साफ होने में मदद मिलेगी।
इन सबके अलावा आप बच्चों के सिर की साफ सफाई का पूरा-पूरा ध्यान रखें। आप उनके सिर पर मैल ना जमने दे और बालों को अच्छे से धोकर रखें ताकि उनके सिर में कोई भी दानों की समस्या ना हो और आपके बच्चे बिल्कुल स्वस्थ रहें। अगर इन दानों से खून आए या बच्चे को बहुत ज्यादा खुजली तो डॉक्टर से अवश्य सलाह लें। यह स्किन से जुड़ा कोई इन्फेक्शन या बीमारी हो सकती है।
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