प्रेगनेंसी के नौ महीने होने वाली माँ को कई सावधानियां बरतनी पड़ती है। इस दौरान उसके जीवन में कई शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक परिवर्तन आते हैं। प्रसव के बाद नयी जिम्मेदारियों के कारण माँ का व्यस्त होना भी स्वभाविक है। प्रसव के बाद महिला कब शारीरिक सम्बन्ध बनाने के लिए तैयार होती है, इसके बारे में सबकी अलग-अलग राय है लेकिन अगर डिलीवरी सी-सेक्शन हो तो इसमें अधिक समय भी लग सकता है (Sex After C Section Delivery)। हालाँकि इसके बारे में पूरी जानकारी होना भी आवश्यक है। आइये जानते है कि सी-सेक्शन डिलीवरी के कितने दिन बाद सेक्स व यौन सम्बन्ध बनाया जा सकता है।
डिलीवरी चाहे सामान्य हो या सी-सेक्शन, दोनों ही सूरतों में सेक्स संबंध कब बनाये जा सकते हैं, इस बारे में डॉक्टर मानते हैं कि डिलीवरी के बाद कम से कम 6 हफ्ते बाद ही यौन संबंधों के बारे में सोचना चाहिए। हालांकि सी सेक्शन डिलीवरी के बाद कम से कम तीन महीने के बाद ही सेक्स करना चाहिए।
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यह बात इस चीज़ पर भी निर्भर करती है कि स्त्री कब शारीरिक संबंधों के लिए खुद को शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से तैयार मानती हैं। सी-सेक्शन प्रसव के बाद कुछ समस्याएं ऐसी होती हैं जिसके ठीक होने पर ही महिला को शारीरिक सम्बन्ध बनाने के बारे में सोच सकती है। पहले जानते हैं उन समस्याओं के बारे में जिनसे सी-सेक्शन प्रसव (Sex After C Section) के बाद महिलाएं गुजरती हैं और जिनका प्रभाव शारीरिक संबंधों पर पड़ता है।
सी सेक्शन डिलीवरी के दौरान घाव को ठीक होने में कुछ दिन लगते हैं। इस पर घाव पर टांकें तो लगते हैं लेकिन अंदर से ठीक होने पर इन्हें कुछ समय लगता है। जब तक यह घाव ना ठीक हो जाए तब तक सी सेक्शन डिलीवरी के बाद सेक्स या यौन संबंध बनाने से परहेज करना चाहिए।
प्रसव के बाद ब्लीडिंग की समस्या होती है। यह ब्लीडिंग यूट्रस के अंदर से होती है। इस तरह की ब्लीडिंग हर गर्भवती महिला को होती है चाहे उसकी डिलीवरी सामान्य हो या सिजेरियन। ऐसा माना जाता है कि इस ब्लीडिंग को बंद होने में कम से कम तीन से चार हफ्ते लगते हैं। ऐसे में सम्भोग के बारे में ब्लीडिंग के रुकने के बाद ही सोचना चाहिए।
सी सेक्शन डिलीवरी के दौरान टांके लगाएं जाते हैं। अगर इन टांको पर जोर लगे तो यह दिक्कत पैदा कर सकते हैं। सी सेक्शन के बाद तीन महीने से पहले सेक्स करने के टांकों के टूटने की समस्या सामने आ सकती है। जब तक यह टांके पूरी तरह सही नहीं हो जाते तब तक सेक्स से परहेज करना चाहिए।
प्रसव के बाद अगर जल्दी शारीरिक सम्बन्ध बनाये जाए तो इससे संक्रमण होने की संभावना बढ़ जाती है। प्रसव के बाद महिलाओ में यूरीन इन्फेक्शन का खतरा होता है जो शारीरिक सम्बन्ध बनाने के बाद और भी बढ़ जाता है। ऐसे में कम से कम 6 हफ्ते तक शारीरिक संबंधों से बचना चाहिए।
प्रसव के बाद सेक्स या यौन संबंध बनाने के लिए स्त्री का केवल शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी तैयार होना भी आवश्यक है। प्रसव से पहले महिला कई तरह के उतार-चढ़ाव से गुजरती है। ऐसे में जब तक महिला खुद को पूरी तरह से शारीरिक संबंधों के लिए तैयार न पाए, तब तक उन्हें शारीरिक संबंधों के बारे में नहीं सोचना चाहिए। इस बारे में खुल कर अपने पार्टनर से बात कर सकती हैं।
यह सच है कि सी-सेक्शन प्रसव के बाद महिला को भयंकर दर्द से गुजरना पड़ता है। ऐसे में महिला के मन में यह भय हमेशा रहता है कि कहीं शारीरिक सम्बन्ध बनाने के बाद यह दर्द बढ़ न जाए। ऐसा भय भी स्वभाविक है। जब आप इसके लिए खुद को पूरी तरह से तैयार समझें, तभी सम्भोग के लिए राजी हों। ऐसे मामले में जल्दबाज़ी करना समझदारी नहीं बल्कि इसके लिए पूरा समय लें।
प्रसव के बाद महिलाएं संभोग में इच्छा खो देती हैं। शुरुआत में जिम्मेदारियों आदि के कारण नींद पूरी नहीं होती जिसके कारण महिला कमजोर और शक्तिहीन महसूस करती है। जिसके कारण शारीरिक सम्बन्ध बनाने की इच्छा में कमी आ सकती है। ऐसा भी माना जाता है कि स्तनपान करवाने से प्रोलैक्टिन हॉर्मोन उत्पन्न होते हैं जो शारीरिक संबंधों में महिला की रूचि को कम कर देते हैं। प्रसव के बाद महिलाएं अक्सर अवसाद से गुजरती हैं और यह भी संभोग में अरुचि का कारण हो सकता है। अगर आपको भी ऐसा महसूस हो तो आप डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं।
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संवाद हर रिश्ते की बुनियाद होती है। आप दोनों के जीवन में आपका बच्चा आ चुका है, इस पल को इंजॉय करें। सेक्स की भावना स्वभाविक है किंतु इसे आप अन्य तरीकों से भी हैंडल कर सकती हैं। सी सेक्शन डिलीवरी के बाद अगर पति का मन सेक्स को हो तो आप निम्न तरीके अपना सकती हैंः
ऐसा कहा जाता है कि सामान्य प्रसव के मुकाबले में सी सेक्शन से हुए प्रसव का अधिक असर महिला पर पड़ता है। सी सेक्शन प्रसव के बाद महिला को यौन सम्बन्ध (Sex After C Section Delivery) बनाते हुए बहुत अधिक दर्द से गुजरना पड़ता है जिसे डिस्परेयूनिया कहा जाता है।
एक शोध के मुताबिक सी सेक्शन प्रसव के बाद 6 से लेकर 18 महीने की अवधि तक महिलाओं को डिस्परेयूनिया का सामना करती हैं। अगर आपको ऐसी कुछ समस्या हो तो अपने पति से बात करें और डॉक्टर की सलाह लेना न भूलें। ऐसा भी पाया गया है कि कुछ महिलाएं प्रसव के एक महीने बाद ही शारीरिक संबंधों के लिए तैयार होती हैं तो कई महिलाओं को अधिक समय लग जाता है। प्रसव के बाद शारीरिक सम्बन्ध तभी बनाने के दिलचस्पी लें जब आप शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह से तैयार हों।
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