7 सेल्फ डिफेंस ट्रिक्स जो बच्चों को अवश्य सिखाएं

7 सेल्फ डिफेंस ट्रिक्स जो बच्चों को अवश्य सिखाएं

आज के जमाने को देखते हुए यह बहुत जरूरी हो गया है कि हम अपने बच्चों को आत्म रक्षा करना सिखाएं। तकरीबन हर साल बहुत से बच्चे अपहरण का शिकार होते हैं जिनमें से कई बच्चे मार भी दिए जाते हैं। इसलिये माता-पिता होने के नाते हमें अपने बच्चों को अच्छे व बुरे की पहचान करवानी चाहिए और बच्चों को यह बताना चाहिए कि किस पर विश्वास करना चाहिए और किस पर नहीं। इसलिए आजकल यह बहुत जरूरी हो गया है कि आप बच्चों को सावधान रहने के साथ-साथ उन्हें आत्म रक्षा के कुछ तरीके (Self Defense Tricks for Kids) भी समझाएं।    माता पिता हर वक्त तो अपने बच्चों के साथ नहीं रह सकते इसलिए उन्हें आत्मरक्षा की कुछ ट्रिक्स (Self Defense Tricks for Kids) सिखाना बहुत लाभदायक होता है। ज्यादातर माता-पिता यह सोचते हैं कि आत्मरक्षा का मतलब मारपीट करना होता है जबकि यह सही नहीं है। आत्मरक्षा का मतलब अपने आप को सुरक्षित करने से होता है। आत्मरक्षा का मतलब अपने चारों तरफ के वातावरण को पहचानना, अपनी अंतरात्मा की आवाज को सुनना, अपने ऊपर विश्वास करना और समस्या आने के पूर्व ही उसे पहचानना इत्यादि होता है। तो आइए जानते हैं जिससे आप अपने बच्चों को आत्मरक्षा करना सिखा सकती है।  

बच्चों को आत्मरक्षा सिखाने के लिए कुछ ट्रिक्स (Self defense Tricks for Kids in Hindi)

#1. बच्चों के मन में विश्वास जगाना (Raise confidence)

जब भी हमारे साथ कुछ गलत होने वाला होता है तो हमें उस बात का पहले से ही आभास होने लगता है। हमें ऐसे लगता है कि कुछ गलत होने वाला है जिससे हमें नुकसान पहुंच सकता है। यही बात हमें अपने बच्चों को भी सिखानी चाहिए कि उन्हें अपनी अंतरात्मा की आवाज को सुनना चाहिए और सोच समझ कर ही कोई निर्णय लेना चाहिए ताकि वह किसी मुसीबत के आने से पहले ही सचेत हो जाए। Also Read: How to Teach Importance of Nature to Kids

 

#2. मदद मांगने वाले की नीयत को समझें (Test another person who is asking help)

कई बार कुछ लोग जो आपके बच्चे को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं वह आपके बच्चों से भोले बनकर मदद मांगते हैं तो आपको अपने बच्चे को सतर्क रहना सिखाना चाहिए। उन्हें बताएं कि वे हर बात आपसे शेयर करें ताकि मदद के बहाने कोई उन्हें नुकसान ना पहुंचा सके। बच्चे बहुत भोले होते हैं और कोई भी उनको अपने झांसे में लेकर फंसा सकता हैं। इसलिये अपने बच्चे को आप अनजान व्यक्ति पर भरोसा करने को ना कहें।  

#3. बच्चों को रोज होने वाली घटनाओं से अवगत कराएं (Aware your kid by daily incidents)

अपने बच्चों के साथ बैठकर आप उनसे पूरे दिन की बातें करें। अपने बच्चों से भी पूछे कि उनका दिन कैसा बीता और उनके आसपास होने वाली घटनाओं के बारे में अपने बच्चों से जाने। इसके साथ ही आप भी आस पास की होने वाली घटनाओं का उदाहरण देकर उनसे पूछा कि ऐसी परिस्थिति में अगर वे होते तो क्या करते। फिर उनकी राय लेने के बाद आप बड़ी सरलता और सहजता से उस परिस्थिति में क्या करना चाहिए व उससे कैसे निपटना चाहिए यह अपने बच्चे को बताएं। यह आपके बच्चे को उस स्थिति में निर्णय लेने में बहुत मदद करेगा।
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#4. जरूरत पड़ने पर चीखना भी है जरूरी (Shout when needed)

जब आपके बच्चे किसी ऐसी परिस्थिति में फंस जाते हैं तो उन्हें घबराने की बजाय बताएं कि जितना हो सके उतना तेज आवाज में चीखना शुरू कर दें ताकि गलत करने वाला संभल ना पाए और आसपास के लोग उसकी सहायता कर सकें। इसके लिए आप अपने बच्चे के बैग में एक सिटी भी रख सकती है जिसे जरूरत पड़ने पर वे उसे बजा सकते हैं।  

#5. किसी अनजान व्यक्ति से लिफ्ट ना ले (Don’t take lift from stranger)

आप अपने बच्चे को समझाए कि जब भी वे बाहर जाए तो अपने माता-पिता को बता कर जाए और साथ ही किसी अनजान व्यक्ति से बात ना करें और ना ही उनसे लिफ्ट ले। अगर कोई व्यक्ति उनको अपने वाहन पर लिफ्ट देने का पूछे तो वे उसे मना कर दे। उन्हें समझाएं कि जिन्हें आप जानते नहीं हैं या ऐसे लोग जो आपके माता-पिता को नहीं जानते हैं या आपके माता-पिता उन्हें नहीं जानते हैं तो ऐसे व्यक्ति से बातचीत ना करें और ना ही उनसे कभी लेफ्ट ले।  

#6. जरूरी जानकारी (Needy information)

अपने बच्चों को जरूरी जानकारी जैसे अपने घर का पता, मां बाप के फोन नंबर, पुलिस नंबर, हेल्पलाइन नंबर इत्यादि आपको जरूर बताना चाहिए या फिर आप यह सब एक शीट पर लिख कर अपने बच्चे के बैग में भी डाल सकती है जिससे वह कभी रास्ता भटक भी जाए या कोई मुसीबत में आए तो उसकी मदद से सही जगह पर पहुंच सके या फिर कोई और भी उनकी मदद कर सकता है।  

#7. सेल्फ डिफेंस क्लासेस (Self defense classes)

अपने बच्चों को मानसिक रूप से तैयार करने के साथ-साथ शारीरिक रूप से भी तैयार करना चाहिए। इसके लिए आजकल सभी स्कूलों में सेल्फ डिफेंस क्लासेस लगती है। अगर उनके स्कूल में ऐसी कोई क्लास नहीं है तो आप उन्हें अलग से ऐसी क्लास ज्वाइन करवाएं जिससे वे खुद की रक्षा करने की ट्रिक्स सीखेंगे जो उनके बहुत काम आएंगी। Read Also: How Noise Pollution Affect Fetus

आत्मरक्षा की ट्रिक्स के फायदे (Benefits of Self Defense Tricks in Hindi)

#1. सेल्फ डिफेंस सीखने से आपके बच्चे में धैर्य की क्षमता बढ़ेगी जिससे वह हमेशा सामने वाले को गलती करने से पहले रोकेंगे और छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा भी नहीं होंगे। #2. सेल्फ डिफेंस बच्चों की विल पावर को मजबूत करने में भी सहायता करता है जिससे वह जल्दी हार नहीं मानते हैं और अपना बेस्ट देते हुए अपने आप को बचाने की पूरी कोशिश करते हैं। #3. सेल्फ डिफेंस बच्चों को समझदार और स्मार्ट बनाता है। वह सही और गलत में फर्क करना भी सिखाता है जो बच्चों के जिंदगी भर काम आता है। #4. इससे बच्चे अनुशासनशील बनते हैं। समय से उठना, सोना, खान-पान आदि अच्छी तरह से सीखते हैं। #5. इस तकनीक से बच्चों में जागरूकता भी आती है। वह अपनी आंख, कान और नाक का भरपूर इस्तेमाल करना सीखते हैं। #6. इससे बच्चे तंदुरुस्त रहते हैं और खेलकूद में भी आगे रहते हैं। Also Read: Brain Development Tips for Kids in Hindi   क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से अपने अनुभव बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माताओं के संयुक्त संगठन का हिस्सा बने। यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे।

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