गर्भावस्था में केसर वाला दूध कब व कितना लेना चाहिए व केसर वाले दूध के 15 फायदें

गर्भावस्था में केसर वाला दूध कब व कितना लेना चाहिए व केसर वाले दूध के 15 फायदें

हमारे देश में केसर (Kesar) का प्रयोग लोग अपने भोजन को स्वादिष्ट बनाने में और खूबसूरत दिखने में इस्तेमाल करते हैं। केसर का इस्तेमाल सौंदर्य प्रसाधन में भी किया जाता है। केसर में एक जड़ी-बूटी के रूप में बहुत सारे गुण पाए जाते हैं। भारतीय घरों में केसर मसालों के रूप में भी उपयोग में ली जाती है। केसर को गर्भावस्था के दौरान काफी लाभदायक माना जाता है। आप सब माओं में से अधिकतर माओं ने अवश्य ही प्रेगनेंसी के दौरान केसर वाला दूध (Kesar Milk Benefits in Pregnancy) पिया होगा या इसके बारें में सुना होगा। चलिए जानते हैं प्रेगनेंसी में केसर वाले दूध को पीने से जुड़ी प्रमुख बातेंः

 

  1. एक दिन में 20 से 25 मिलीग्राम केसर का ही प्रयोग करना चाहिए यानि केवल एक या दो रेशों को दूध में डालकर पिएं।
  2. इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि केसर पीने से बच्चा गोरा होता है।

 

गर्भावस्था के दौरान केसर का दूध (Kesar or Saffron During Pregnancy)

गर्भवती महिला को गर्भावस्था के दौरान केसर वाला दूध (Kesar Wala Dudh) पीने से दूध की पौष्टिकता और बढ़ जाती है और मान्यता है कि इससे होने वाले बच्चों का रंग भी निखरता है। इससे कई तरह की परेशानियों से गर्भवती महिलाओं का बचाव होता हैं परंतु कहते हैं कि कोई भी चीज जरूरत से ज्यादा खाई जाए तो वह फायदे की वजाए नुकसान कर सकती हैं।

 

इसलिए केसर को हमेशा गर्भावस्था के दौरान सही समय में और सही मात्रा में ही लिया जाए तो ही यह मां और बच्चा दोनों के स्वास्थ्य को बेहतर बना सकती है। तो आइए जानते हैं कि एक गर्भवती महिला को केसर कब, कितना और क्यों लेना चाहिए और इसके फायदे जो इस प्रकार हैं।

इसे भी पढ़ेंः डीएचए क्या है?

गर्भवती महिला को केसर कितना लेना चाहिए?

गर्भावस्था के दौरान महिला दूसरी और तीसरी तिमाही में प्रतिदिन 20 से 25 मिलीग्राम केसर का इस्तेमाल कर सकती है क्योंकि इस दौरान  गर्भपात  का खतरा कम होता है। 1 ग्राम केसर में लगभग 400 रेसे या तार होते हैं और एक महिला रोजाना 25 मिलीग्राम रेसे खा सकती है।

 

वह केसर दूध में, खीर में, बिरयानी में या कोई परंपरागत भारतीय मिठाई में मिलाकर खाया जा सकता है। पहली तिमाही में डॉक्टर इसका इस्तेमाल करने से मना करते हैं क्योंकि इस दौरान केसर का इस्तेमाल करने से गर्भाशय का संकुचन और गर्भपात का खतरा ज्यादा रहता है।

 

प्रेगनेंसी में में केसर वाला दूध कब लेना चाहिए? (Right Time to take Saffron or Kesar Milk During Pregnancy)

 

जब महिला गर्भ धारण करती है तो घर के बड़े बुजुर्ग सब केसर वाला दूध पीने की सलाह देते हैं और हर महिला के मन में भी यही सवाल उठता है कि वह केसर लेना कब शुरू कर दे परंतु आप एकदम से जल्दबाजी ना करें। आप केसर का इस्तेमाल शुरुआत में ना करें क्योंकि इससे आपकी गर्भावस्था में संकुचन शुरू होकर गर्भपात होने का डर रहता है। इसलिए आप केसर का प्रयोग दूसरी तिमाही में लेना शुरू कर सकती हैं यानी आप केसर को चौथे महीने से लेना शुरू कर सकती हैं परंतु तब भी आप केसर शुरू करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से जरूर सलाह कर ले।

 

गर्भावस्था के दौरान केसर के फायदे (Benefits of Saffron or Kesar during Pregnancy in Hindi)

 

गर्भावस्था के दौरान यदि केसर का इस्तेमाल सही समय पर और सही मात्रा में किया जाये तो इसके कई चमत्कारी फायदे हो सकते हैं। आइयें जानते हैं प्रेगनेंसी में केसर के फायदे (Pregnancy Mein Kesar ke Fayde):

 

#1. सामान्य प्रसव में मददगार

केसर वाले दूध का सबसे पहला फायदा होता है सामान्य प्रसव और अगर आप भी यही चाहती हैं कि आपका प्रसव सामान्य हो तो आप चौथे महीने से केसर वाला दूध या इसे किसी अन्य खाद्य पदार्थ में मिलाकर ले सकती हैं क्योंकि केसर वाला दूध पीने से सामान्य प्रसव की संभावना बढ़ जाती हैं।

 

#2. बच्चे का रंग निखारे

बड़े बुजुर्गों का मानना है कि केसर वाला दूध पीने से होने वाले बच्चे का रंग गोरा और साफ होता है परंतु इस बात का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। बच्चे का रंग माता या पिता के जींस के आधार पर होता है इसलिये इसका खाने पीने से कोई संबंध नहीं है।

इसे भी पढ़ेंः सातवे महीने में बच्चे का वजन कितना होना चाहिए?

 

परंतु केसर वाला दूध मां और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य के लिए बहुत गुणकारी होता है क्योंकि दूध में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और कैल्शियम हो है और केसर मिलाने से इसकी पौष्टिकता और भी बढ़ जाती है क्योंकि इसमें मौजूद थियामिन और रीबॉफ्लेविन गुण गर्भवती महिला के शरीर को स्वस्थ रखते हैं।

 

#3. पाचन क्रिया को मजबूत करे

गर्भावस्था के दौरान महिला की पाचन क्रिया पहले से कमजोर हो जाती है क्योंकि गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर में हार्मोन में बदलाव होने के कारण उन्हें ज्यादा भारी खाना पच नहीं पाता है जिसके कारण अक्सर उनका पेट खराब रहता है। परंतु यदि ऐसे में आप प्रतिदिन केसर वाला दूध का सेवन करती है तो आपकी पाचन शक्ति पहले के मुकाबले और मजबूत होगी और आपका पेट भी सही रहेगा।

 

#4. आंखों की रोशनी बढ़ाए

गर्भावस्था के दौरान कुछ महिलाओं को काफी तनाव होने से उन्हें आंखों की कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। कुछ महिलाओं की प्रसव के बाद नजर कमजोर हो जाती है। ऐसे में अगर आप रोजाना एक गिलास दूध में तीन या चार केसर के रेशे मिलाकर पीती है तो इससे आपकी आंखों को फायदा होगा और वह स्वस्थ रहेगी।

 

#5. रक्त संचार को ठीक रखें

गर्भावस्था के दौरान महिला को तनाव के कारण से ब्लड प्रेशर की समस्या होती रहती है। ऐसे में अगर आप केसर वाला दूध रोजाना पीती है तो आपका ब्लड प्रेशर संतुलित रहेगा और आपकी मांसपेशियां भी मजबूत बनेगी क्योंकि केसर में ऐसे गुण विद्यमान है जो हाई ब्लड प्रेशर से राहत दिलाने में सहायता करते हैं। केसर में पोटेशियम और क्रोसिटिन होता है जो ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाने में मदद करते है।

 

#6. मॉर्निंग सिकनेस से राहत

गर्भावस्था के दौरान ज्यादातर महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस की समस्या का सामना करना पड़ता है क्योंकि उन्हें सुबह उठते ही जी मिचलाना, उल्टी आना, सुस्ती महसूस होना जैसे कई समस्याएं है जो ज्यादातर सभी महिलाओं को होती है और इन समस्याओं से राहत देने के लिए केसर काफी मददगार साबित होता है।

 

#7. हृदय संबंधी समस्याओं से बचाव

आपका खान-पान आपकी हृदय की प्रणाली को काफी प्रभावित करता है क्योंकि गर्भावस्था के दौरान आपको कुछ न कुछ खाने की इच्छा होती रहती है। आपको इस दौरान ज्यादा कैलोरी लेनी होती है। जैसे-जैसे आप कैलोरी और वसा का ज्यादा सेवन करती हैं तो आपको इस बात का भी खास ध्यान रखना चाहिए कि आपको हृदय संबंधित समस्या ना उत्पन्न हो जाए।

ऐसे में केसर आपकी काफी मदद कर सकता है क्योंकि केसर में क्रॉसटिन और पोटेशियम व एंटीऑक्सीडेंट्स गुण मौजूद होते हैं जिससे कोलेस्ट्रॉल का स्तर संतुलित रहता है और हृदय संबंधी समस्या का खतरा कम रहता है।

 

#8. शिशु की हलचल में मददगार

आयुर्वेद में कहा गया है कि केसर से शरीर का तापमान बढ़ता है और एक गर्भवती महिला गर्भ में अपने शिशु की हरकतों को पांचवे महीने के बाद ही महसूस कर सकती है। अगर आप केसर का सेवन दूधिया भोजन के साथ करती है तो आपके शरीर का तापमान बढ़ेगा जिससे शिशु अंदर हलचल करने लगता है जिससे आपके इस एहसास में और भी ज्यादा जल्दी सुधार आ सकता है।

परंतु गर्भवती महिलाओं को इस बात की भी सलाह दी जाती है कि वह केसर का सेवन अधिक मात्रा में ना करें वरना इससे कई तरह के हानिकारक साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं।

इसे भी पढ़ेंः बढ़े हुए स्तनों को कम करने के घरेलू उपाय

#9. पेट के दर्द से राहत

गर्भावस्था के दौरान जैसे-जैसे शिशु का विकास होता है वैसे-वैसे आपकी मांसपेशियों में खिंचाव आने लगता है। इसके कारण आपके पेट में ऐंठन और दर्द होना स्वाभाविक है परंतु केसर आपको आपके इस ऐंठन और पेट दर्द से राहत देता है। इसमें एंटीसपास मोडिक गुण होते है जो मांसपेशियों के लिए फायदेमंद होते हैं। इसके अलावा केसर महिला के दूध के उत्पादन में भी वृद्धि करता है।

 

#10. मुहांसों से राहत

गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल असमानताओं की वजह से आपको त्वचा संबंधी समस्या पैदा हो सकती है। मुहांसों का निकलना गर्भावस्था के दौरान एक आम समस्या है जिसका सामना अक्सर सभी महिलाओं को करना पड़ता है। ऐसे में केसर का इस्तेमाल करने से इस समस्या से राहत पाने में मदद मिलती है।

 

इसके अलावा गर्भावस्था में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण एलर्जी और संक्रमण होने का डर ज्यादा बना रहता है। ऐसे में केसर आपको एलर्जी से बचाता है और किसी भी प्रकार के संक्रमण से आपकी रक्षा करता है।

 

#11. मूड को सही करे

गर्भावस्था के दौरान कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते रहते हैं जिसके कारण गर्भवती महिला के मूड में कई तरह के बदलाव आते रहते हैं जैसे कभी गुस्सा आना, चिड़चिड़ापन, बिना किसी बात के रोना, उदास होना आदि। ऐसे में केसर का दूध पीने से अवश्य ही ऐसे अवसाद दूर होते हैं और आपको अच्छा महसूस होने लगता है।

 

इसलिए गर्भावस्था के दौरान आप जब भी अपने आप को तनावग्रस्त महसूस करें तब आप केसर युक्त किसी भी चीज का सेवन करें, इससे आपको अच्छा लगने लगेगा।

 

#12. आयरन की मात्रा को बढ़ाए

गर्भावस्था के दौरान ज्यादातर महिलाओं में एनीमिया की शिकायत रहने लगती है और इसलिए महिलाओं को ऐसे आहार खाने की सलाह दी जाती है जो आयरन से भरपूर हो। केसर में भी आयरन होता है जो कि हिमोग्लोबिन को बढ़ाने में मदद करता है।

 

#13. बालों को झड़ने से रोके

गर्भावस्था के दौरान बाल झड़ना भी एक आम समस्या है जो महिलाओं को बहुत परेशान करता हैं। इसके लिए आप केसर और मुलेठी को पीसकर और इसमें दूध मिलाकर एक पेस्ट बना लें और यह पेस्ट बालों पर लगाये। इससे बालों का गिरना कम हो सकता है।

 

#14. अच्छी नींद के लिए लाभदायक

गर्भावस्था के दौरान ज्यादातर महिलाओं के तनावग्रस्त होने से उन्हें नींद नहीं आती है। ऐसे में आपको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अगर आप रोजाना सोने से पहले एक गिलास केसर वाला दूध पीती हैं तो आपको आराम भी मिलेगा और आप चैन की नींद भी सो पाएंगी।

 

#15. दांतों को स्वस्थ रखें

गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल बदलाव से आपको दांतों संबंधी समस्या भी हो सकती है। ऐसे में आप केसर को पीस कर उसका पावडर बना लें और फिर उस पावडर को दांत और मसूड़ों पर अच्छी तरह लगाकर मालिश करें। इससे आपको काफी राहत मिलेगी।

 

ध्यान रखे (Precautions While Taking Kesar or Saffron)

आप गर्भावस्था की दूसरी और तीसरी तिमाही में केसर का इस्तेमाल करें यह पूर्णता सुरक्षित माना गया है परंतु आप इसका सेवन करने से पहले कुछ जरूरी बातें जान ले ताकि आप इसका सेवन संतुलित मात्रा में करें और सही समय पर ही करें।

अगर आप जल्दबाजी करेंगी तो इससे आपको गर्भपात भी हो सकता है और आप इसका सेवन करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें।

 

दूसरी बात, आप जब भी केसर खरीदें तो इसे पूरी तरह देख कर ही खरीदे क्योंकि केसर में मिलावट बहुत आती है। इसलिए आप केसर जब भी ले तो उच्च गुणवत्ता का ही ले और आप हमेशा ब्रांडेड पैकेट ही खरीदें जिस पर आई. एस. आई. का मार्क लगा हो और जिसे सरकार ने मंजूरी दी हो। हमेशा लेबल को पढ़े और उसकी एक्सपायरी डेट भी देख ले।

 

इसे भी पढ़ेंः प्रेगनेंसी के दौरान पानी पीने के ऊपर पूरी जानकारी

क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से अपनी समस्याओं व अनुभवों को बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माओं के सबसे बड़े ऑनलाइन कॉम्यूनिटी से अभी जुड़ें और पाएं लाखों माओं की राय। आप यहां अपने अनुभव भी शेयर कर सकती हैं। यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे।

null

null