गर्भावस्था के दौरान अतिरिक्त वजन बढ़ना और पेट की चर्बी का जमना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। शिशु के जन्म देने के बाद भी पेट बढ़ने की समस्या बहुत आम होती है। अगर समय पर इस तरफ ध्यान ना दिया जाए तो यह स्थाई मोटापे का मुख्य कारण बन जाता है। प्रसव के बाद पेट की चर्बी (Pet ki Charbi) कम करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य हो जाता है क्योंकि इस स्थिति में वह ना डाइटिंग ना कर पाती हैं ना अधिक एक्सरसाइज़। लेकिन डिलीवरी के बाद पेट की चर्बी को खत्म करने के लिए कुछ घरेलू उपाय (Tips to Reduce Belly Fat after Delivery) भी अपना सकते हैं।
यह घरेलू उपाय मां और बच्चे दोनों के लिए सुरक्षित भी होते हैं व साथ ही काफी असरदार भी होते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ घरेलू उपायों के बारे में जो प्रसव के बाद आपके पेट की चर्बी को कम करने में सहायक होते हैं।
नोटः प्रसव के बाद महिला का पेट बाहर निकल जाता है, शरीर मोटा हो जाता है और वजन बढ़ जाता है जिसके कारण महिला का शरीर भारी होने के कारण कभी-कभी कुछ महिलाएं उम्र में बड़ी भी दिखने लगती है। यह विषय एक महिला के लिए चिंता का विषय बन जाता है। कई बार तो कुछ महिलाएं इस वजह से तनाव में भी आ जाती है। इसलिए ऐसी स्थिति में महिला को अपना धैर्य नहीं खोना चाहिए और ना ही जल्दबाजी करनी चाहिए। आप अपने पेट की चर्बी कम करने के लिए किसी प्रकार की कोई दवाई (Medicine to Reduce Belly Fat) का सेवन ना करें क्योंकि ऐसा करने से मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य पर गलत असर पड़ता है।
इसे भी पढ़ेंः मोटापा कम करने वाला डाइट चार्ट
आप अपने बच्चे को स्तनपान जरूर करवाएं क्योंकि स्तनपान करवाने से महिलाओं का पेट कम होता है। एक अध्ययन के मुताबिक स्तनपान कराने से भी शरीर में मौजूद फैट सेल्स और कैलोरीज दोनों मिलकर दूध बनाने का काम करती है। इसलिए कई महिलाओं में देखा गया है कि वह खाली स्तनपान से पहले 6 महीनों में ही प्रसव के बाद बढ़ा हुआ वजन कम कर लेती है। एक बात का ध्यान रखें जब आप स्तनपान कराती है तो आपको अपनी खुराक का भी ध्यान रखना चाहिए क्योंकि जब आप स्तनपान नहीं करवा रही हैं तो आपको कम कैलोरी की आवश्यकता होती है।
मेथी के बीज पेट कम करने में काफी मददगार होते हैं। साथ ही यह महिलाओं में हार्मोन संतुलन में रखकर पेट कम करते हैं। इसलिए आप मेथी के बीजों को 2 लीटर यानी 8 गिलास पानी में रात भर भिगोकर रख दें और सुबह इसे 5 से 10 मिनट के लिए उबाल ले। आप अपने स्वाद के लिए शहद भी मिला सकती हैं क्योंकि मेथी के बीच में कड़वे होने के कारण इनका पानी पीना थोड़ा मुश्किल होता हैं परंतु यह फायदेमंद होता हैं। मेथी के बीज शरीर में विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने के साथ-साथ वजन भी कम करते हैं व स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में भी उपयोग किए जाते हैं।
इसके लिए आप सोने से एक घंटा पहले एक चौथाई छोटा चम्मच जायफल पाउडर को एक कप गर्म दूध में मिलाएं। यह प्राकृतिक उपचार पाचन क्रिया को सुधारने का काम करता है जिससे गर्भावस्था के बाद पेट की बढ़ी हुई चर्बी को कम करने के लिए मेटाबॉलिज्म को प्रोत्साहित करता है।
दालचीनी और लौंग गर्भावस्था के बाद पेट की चर्बी या मोटापे (Motapa) को कम करने का यह एक बहुत प्रभावी और कारगर उपाय है। इसके लिए आप दो से तीन लौंग और आधा चम्मच दालचीनी को उबालकर उस पानी को ठंडा करके पी लें। इससे आपको अपने पेट की चर्बी को कम करने में बहुत सहायता मिलेगी।
इसे भी पढ़ेंः प्रसव के बाद तनाव से बचने के 5 तरीके
बढ़ी हुई चर्बी को कम करने के लिए पानी पीना काफी मददगार होता है। वह चर्बी को कम करता हैं चाहे वह शरीर के किसी भी हिस्से पर हो जैसे पेट, कमर या कहीं और। गर्भावस्था के बाद महिलाओं को दिन में 8 से 10 गिलास पानी अवश्य पीना चाहिए। महिला को शिशु के जन्म के बाद पानी सिर्फ गर्म या गुनगुना ही पीना चाहिए। पानी शरीर से हानिकारक विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में भी मदद करता है। पानी पीने से आपके साथ-साथ आपका मेटाबॉलिज्म भी बेहतर होगा जिसके कारण आपका खाना जल्दी पचेगा और पेट की चर्बी कम होगी।
अजवाइन, जीरा और शहद से भी आप अपने पेट की चर्बी को कम कर सकती हैं। इसके लिए अजवायन और जीरा लेकर साथ में एक चम्मच शहद, एक चम्मच नींबू का रस, एक चम्मच एलोवेरा रस, एक चम्मच पिसी हुई अदरक और आधा गिलास पानी डालकर मिलाकर इसे पिएं। रात को सोने से पहले इसे पीने से आपको इस समस्या से छुटकारा मिलेगा।
ज्यादातर महिलाएं प्रसव के बाद पेट की चर्बी कम करने के लिए कम खाने लगती है व संतुलित और पौष्टिक आहार छोड़ देती है। ऐसा करना मां और शिशु दोनों के लिए हानिकारक होता है क्योंकि उचित आहार खाने से ही दूध बनता है। इसलिए आपका भोजन पोषक तत्वों से भरपूर होना चाहिए ताकि आपका बच्चा भूखा ना रहे। स्तनपान के बाद आपके बच्चे का उपापचय चक्र सही चलता रहे इसके लिए आप संतुलित और पौष्टिक आहार का ही सेवन करें। आप ओमेगा 3 फैटी एसिड, कैल्शियम, प्रोटीन और फाइबर से भरपूर भोजन खाए और हाई कैलोरी वाले भोजन कम खाएं। ज्यादा मीठा और जंक फूड से परहेज करें बल्कि फल और हरी सब्जियों का ज्यादा सेवन करें। एक साथ भरपेट खाना खाने की बजाय थोड़ी-थोड़ी देर में कम खाना कई बार खाएं। इसके लिए आप अपनी डाइट को तीन के बजाए 5 से 6 बार में बांट लें।
इसके लिए आप एक चम्मच जों और एक चम्मच अजवायन के बीजों को एक गिलास पानी में 10 से 15 मिनट के लिए उबालने ले। पहले 10 दिन के लिए इस पानी को सादा पानी की बजाय गर्मियों में ठंडा करके और सर्दियों में गुनगुना या गर्म पानी में ले। आप इसमें शहद भी मिला सकती हैं। यह उपाय आपकी पेट की चर्बी को कम करने में काफी सहायक होता है।
ग्रीन टी वजन को कम करने में काफी सहायक होती है। यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण मां और शिशु दोनों की सेहत को नुकसान नहीं पहुंचाती है और इससे आपका वजन भी कम होता है।
प्रसव के बाद पेट की चर्बी को कम करने का सबसे अच्छा उपाय मसाज है। बच्चे के जन्म के बाद महिला को पेट की चर्बी को कम करने के लिए अपने पेट के उस हिस्से का खास ख्याल रखना चाहिए जहाँ की चर्बी सबसे ज्यादा बढ़ी हुई हो। पेट की मसाज करने से धीरे-धीरे चर्बी कम होने लगती है। अगर आप नियमित रूप से लंबे समय तक मसाज करती है तो आपका शरीर पहले जैसा हो जाएगा। इसके अलावा मसाज शरीर के मेटाबॉलिज्म को भी बढ़ाती है जिससे खनिजों का शरीर में अवशोषण होता है। इससे भी आपके पेट को कम करने में मदद मिलती है। पेट पर गीला सूती कपड़ा बांधने से भी चर्बी घटती है।
इसे भी पढ़ेंः खिंचाव के निशान हटाने के 10 घरेलू नुस्खे
प्रसव के बाद कुछ महिलाएं अपने पेट की चर्बी कम करने के लिए ठीक होने के बाद जिम लग जाती है जो सही नहीं है। इसके लिए आप अपनी दिनचर्या में परिवर्तन लाए। इसके लिए आप कुछ दिन तक सुबह टहलने की आदत डालें। प्रसव के बाद पहले 6 हफ्ते तक महिलाओं का शरीर व्यायाम के लिए तैयार नहीं होता है।
अगर आपने सिजेरियन डिलीवरी करवाई है तो इसका समय और बढ़ जाता है। इसलिए पहले 6 हफ्ते तक सिर्फ मोर्निंग वाक ही शुरू करें और उसके बाद हल्की फुल्की एक्सरसाइज करना शुरू कर दे। इसके बाद जब आपका शरीर पूरी तरह से तैयार हो जाए तो आप व्यायाम कर सकती हैं। प्राणायाम करने से भी आपकी पेट की मांसपेशियों सही होने में मदद मिलती है और चर्बी कम होती है। आप अपनी पेट की चर्बी कम करने के लिए स्विमिंग, जोगिंग, योगा और एरोबिक्स इत्यादि कर सकती है।
गर्भावस्था के बाद एक माँ का लगातार 8 घंटे सोना मुश्किल होता है क्योंकि उसे रात में भी बच्चों के दूध पिलाने के लिए बार-बार उठना पड़ता है जिसके कारण उसकी नींद पूरी नहीं होती है। अगर आप पर्याप्त नींद नहीं ले पाती है तो यह आपके मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करता है जिसके कारण आपका वजन कम होने पर भी प्रभाव पड़ता है। इसलिए दिन में जब भी आपको समय मिले तब अपनी नींद अवश्य पूरी करें।
जब एक महिला मां बनती है तो उसकी बहुत सारी जिम्मेदारियां बढ़ जाती है। बच्चे की देखभाल और उसके दूसरे कामों से कई बार महिलाएं तनाव में आ जाती है। अधिक तनाव होने से महिला में थकान, चिड़चिड़ापन भी आने लगता है जिसके कारण उसका वजन कम होने की बजाय बढ़ने लगता है। इसलिए ज्यादा तनाव आपके वजन को कम करने और पेट की चर्बी को घटाने में रुकावट पैदा करता है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने दिमाग को सकारात्मक रखें व तनाव मुक्त रहें। इसके लिए आप अपने पार्टनर से बात करके कुछ कामों को बांट लें ताकि आपको भी कुछ समय आराम करने को मिल सके।
इसे भी पढ़ेंः प्रसव के बाद पेट की चर्बी घटाने के 10 उपाय
(लेखिका डॉ. रीतिका जुनेजा एक फिजियोथेरेपिस्ट (Physiotherapist) हैं और फिटनेस उद्योग में फिटनेस सलाहकार के रूप में 8 साल का अनुभव है। दिल्ली के प्रतिष्ठित जिम व फिटनेस सेंटर में सेवाएं प्रदान कर रही हैं।)
क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से अपने अनुभव बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माताओं के संयुक्त संगठन का हिस्सा बने। यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे।
null
null