रमजान को रमदान भी कहा जाता हैं जो इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना होता हैं। मुस्लिम समुदाय में इस महीने को बहुत पवित्र माना जाता हैं| इस महीने में सभी मुस्लिम पूरा महिना उपवास रखते हैं जिन्हें रोजा कहा जाता हैं| इस महीने में रोजा रखना बहुत पवित्र माना जाता हैं। रोजा रखने वाले दिन सूर्योदय से पहले कुछ खाया जाता हैं जिसे सहरी कहते हैं। उसके बाद पूरे दिन भर कुछ भी खाया पिया नहीं जाता व शाम को सूर्यास्त के बाद रोजा खोला जाता हैं जिसे इफ्तारी कहते हैं।
रमजान के महीने में पुरुष के साथ-साथ सभी महिलाओं को भी रोजा रखना जरूरी होता हैं। लेकिन गर्भवती महिलाओ की सबसे प्रमुख समस्या यही होती हैं कि वो रोजा रखे या नही| चूँकि आपके पेट में एक और जान पल रही होती हैं तो आपको ज्यादा ध्यान देने कि ज़रूरत हैं| साथ ही साथ जिन माँ का बच्चा 1 साल से छोटा हैं और माँ के दूध पर ही आश्रित हैं तो उन्हें भी रोजा रखने में सावधानी बरतनी चाहिए|
रोजा रखते वक्त गर्भवती महिलाओं को निम्न बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए:
सहरी व इफ्तार के समय पानी बहुत सारा पिए| ध्यान रहे गर्मी का मौसम हैं तो पानी पर विशेष ध्यान दे| आप फलो का जूस भी पी सकती हैं जिससे आपके शरीर में पानी की कमी न रहे|
शाम के समय अपना रोजा पोष्टिक आहार लेकर तोड़े जैसे कि मेवे, फल इत्यादि| ऐसे भोजन को खाए जिनमे प्रोटीन व विटामिन की मात्रा ज्यादा हो|
अगर आप व्यायाम करती हैं तो रोजा के समय व्यायाम ना करे क्योंकि इसके लिए आपके शरीर को ज्यादा एनर्जी की ज़रूरत होती हैं जो उसमे खर्च हो जाएगी|
ऐसे काम करने से बचे जो आपकी बहुत शारीरिक एनर्जी को खर्च करते हैं| ज्यादा भारी काम करने से आपका शरीर थक जायेगा व बहुत कमजोरी आ जाएगी|
रोजा रखते समय सबसे महत्तव्पूर्ण हैं कि आप अच्छे से आराम करे व नींद भी पूरी ले| इससे ज्यादा थकान भी नही रहेगी और आप सही भी महसूस करेंगी|
#1. अगर आपने रोजा रखा हुआ हैं व अचानक से आपको शरीर में बहुत कमजोरी महसूस होने लगती हैं तो रोजा तोड़ दे|
#2. अगर आपका रक्तचाप ज्यादा रहता हैं तो रोजा न रखे|
#3. डायबिटीज के मरीज भी रोजा न रखे|
#4. अगर आपको ज्यादा प्यास लग रही हैं या पेशाब कम या गहरे रंग का आ रहा हैं तो रोजा तोड़ दे|
#5. अगर आपको मिचली या उल्टी के जैसा हो रहा हैं तो|
#6. अगर अचानक से आपका बच्चा पेट में गतिविधि करना बंद कर देता हैं या कम कर देता हैं तब रोजा उसी समय तोड़ दे|
#7. अगर आपका वजन लगातार कम हो रहा हैं|
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अगर आपके आखिरी 3 महीने चल रहे हो तो रोजा बिल्कुल नहीं रखना चाहिए। यह माँ और शिशु के लिए बहुत नुकसानदेह हो सकता हैं क्योंकि ज्यादा देर भूखा रहने से बहुत सारी बीमारियाँ जैसे कमजोरी, बैचेनी, चक्कर आना, एसिडिटी और घबराहट जैसी समस्या हो सकती हैं। आराम आपके लिए बहुत जरूरी हैं। इसलिये पूरा आराम करें व दोपहर में धूप में बाहर ना निकले| गर्भावस्था के दोरान एक या दो दिन के लिए भूखा रहना ठीक हैं लेकिन अगर वही लम्बे समय के लिए करना हो तो आपको पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए व उसके बाद ही रोजा रखना चाहिए|
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