प्रेगनेंसी के दौरान पति अपनी पत्नी की कैसे सहायता कर सकते हैं?

प्रेगनेंसी के दौरान पति अपनी पत्नी की कैसे सहायता कर सकते हैं?

शादीशुदा जोड़े के जीवन में बच्चे का आना बहुत सारी खुशियों के साथ एक रोमांचक अनुभव भी होता हैं| यह बहुत तनावपूर्ण भी हो सकता है क्योंकि इसमें बहुत सारे शारीरिक हार्मोन व भावनात्मक परिवर्तन शामिल होते हैं जो कि गर्भावस्था के दौरान आते हैं| इसलिए एक पति होने के नाते अपनी पत्नी को आपके प्यार और समर्थन की आवश्यकता इन महीनों में बहुत अधिक होती हैं| गर्भवती पत्नी अपनी देखभाल के साथ-साथ अपने पति का ध्यान अपनी ओर देखना चाहती हैं इसके लिए पति को अपनी पत्नी को आत्मविश्वास महसूस कराना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप इन महीनों में उनका ध्यान रखेंगे| यहां पर हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं जो आपको आपकी गर्भवती पत्नी का ख्याल रखने में और उन्हें खुश रखने में सहायता प्रदान करेंगे।

गर्भवती पत्नी का ख्याल कैसे रखें

#1. अपनी पत्नी की दिल की बात सुनना

गर्भवती पत्नी की देखभाल के एक अच्छे पति की निशानियां होती है कि वह अपनी पत्नी के दिल की बात को सुने और समझे कि वह क्या चाहती है और क्या सोचती हैं| उनकी भावनाओं को समझें और उनके बदलते हुए मिजाज के बारे में पूछें| अपनी पत्नी की चिंताओं को सुने और उनके मन में जो भी डर, शंका या परेशानियां है उनका निवारण मिलकर करें और उन्हें यह एहसास दिलाएं कि आप उनके साथ हैं।

#2. घरेलू काम में हाथ बँटाये

प्रेगनेंसी के दौरान पति अपनी पत्नी की कैसे सहायता कर सकते हैं?

चित्र स्रोत: Jill Carmel Photography

गर्भवती पत्नी की देखभाल के लिए अपनी घरेलू जिम्मेदारियों में से कुछ को आप खुद से कर सकते हैं| गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अक्सर सुबह-सुबह कमजोरी और थकावट का सामना करना पड़ता हैं| अगर आप सुबह जल्दी उठकर कुछ छोटे-मोटे काम निपटाते हैं तो आप अपनी पत्नी के पूरे दिन के काम को कुछ कम कर देते हैं और उन्हें इस बात की बड़ी खुशी होती है| इस तरह आपका काम करना आपकी पत्नी को दिखाएगा कि आप उनके बारे में कितना सोचते हैं और उनकी मदद के लिए सब कुछ कर सकते हैं।

#3. गर्भावस्था से जुड़ी किताबें और लेख पढ़ें

यदि आप पहले बच्चे के पिता बनने वाले हैं तो आपको और आपकी पत्नी को गर्भावस्था से जुड़ी किताबें और लेख पढ़ना बहुत ही जरूरी है क्योंकि इसमें आप गर्भावस्था के बारे में जानकारी पा सकते हैं और इन 9 महीनों में आपकी क्या-क्या जरुरत पड़ेगी, इसके बारे में भी इन पुस्तकों में बहुत सारी चीजे सीख सकते हैं| इस तरह आप एक दूसरे को इन 9 महीनों में सहानुभूति के साथ मदद भी कर सकते हैं।

#4. अपनी पत्नी के साथ डॉक्टर के पास जाएं

जब भी आपकी पत्नी को डॉक्टर के पास जाना पड़ेगा तब आप अपनी पत्नी के साथ जरूर जाए| जितना संभव हो उतना उनके साथ रहें इससे उन्हें यह अनुभूति होगी कि गर्भावस्था में आप उनके साथ हैं और जब भी आप डॉक्टर के पास जाते हैं तो आपको यह समझने में सहायता मिलेगी कि उनकी गर्भावस्था में अभी क्या चल रहा है और उसे किस तरीके से बेहतर बनाया जा सकता हैं| साथ ही साथ अपनी पत्नी के साथ मिलकर नॉर्मल डिलीवरी या सी-सेक्शन की योजना के बारे में भी बात कर सकते हैं और अपने डॉक्टर से इन विकल्पों पर चर्चा भी कर सकते हैं कि आपकी पत्नी के लिए किस प्रकार का प्रसव सही रहेगा।

#5. गर्भवती पत्नी की देखभाल के लिए अपने आपको तैयार करें

एक गर्भवती महिला आपसे बहुत कुछ चाहती है। उसे जो अच्छा लगे ला कर दें। उसके पूछे गए सवाल का जवाब देना भी जरूरी है क्योंकि गर्भावस्था के समय खान-पान में बहुत सारे परिवर्तन आते हैं| साथ ही साथ हार्मोन में आने वाले परिवर्तन से मूड में भी कई तरह के परिवर्तन देखे जा सकते हैं। इसलिए आपको अपने आप को इस सारे परिवर्तनों को समझने के लिए खुद को तैयार करना बहुत जरूरी है ताकि आप दोनों किसी भी प्रकार की उलझनों से बच सकें।

इसे भी पढ़ें: गर्भावस्था के दोरान पानी कब और कितना पीना चाहिए?

#6 अपने आने वाले मेहमान के लिए तैयारियाँ करें

घर में आने वाले छोटे से मेहमान के लिए अपने घर को पहले से तैयार करने में अपनी पत्नी की मदद करें जैसे कि आप दोनों मिलकर बच्चे के लिए कपड़े खरीदने जा सकते हैं| साथ ही साथ बच्चों के झूले और खिलौने आदि एक साथ ले सकते हैं| इनसे आप दोनों को एक दूसरे के नजरिए को समझने में आसानी होगी और एक दूसरे का प्यार भी बढ़ेगा| इस मज़ेदार उत्सव का आनंद आप जरूर लें और अपने आने वाले छोटे मेहमान की तैयारियाँ पहले ही शुरू कर दें।

#7. अपनी पत्नी को खूबसूरत होने का एहसास दिलाएं

आप अपनी पत्नी को बताएं कि वह कितनी खूबसूरत है और आप उनसे बहुत प्यार करते हैं| गर्भावस्था के समय शरीर में होने वाले परिवर्तनों के साथ एक महिला को अप्रिय परिवर्तन महसूस होने लगते हैं जो कि सामान्य नहीं होते हैं| इसलिए एक अच्छे पति होने के नाते आप उन्हें समझा सकते हैं कि आप अपनी पत्नी से कितना प्यार करते हैं और वह कितनी सुंदर है ताकि उन्हें लगे कि जो परिवर्तन उनके शरीर में हो रहे हैं वह बहुत जरूरी है और वह उनकी सुंदरता को कम नहीं करेगा।

#8. अपनी पत्नी के बदलते हुए मूड को समझे

गर्भावस्था के समय आपको धैर्य रखना बहुत ही ज्यादा जरूरी हो जाता हैं| एक पति होने के नाते आपको अपनी पत्नी के मूड को समझना आवश्यक है क्योंकि गर्भावस्था के समय मूड में बहुत सारे परिवर्तन होते हैं| कभी वह बहुत ज्यादा खुश तो कभी बहुत अधिक नाराज हो सकती हैं| आपको उसकी इस परेशानी को समझकर उसे दूर करने में उसकी मदद करनी होगी।

#9. अपनी पत्नी को बाहर घुमाने ले जाएं

गर्भावस्था का समय बहुत ही लंबा होता हैं, इसमें ऐसे कई पल आते हैं जब आपको यह लगेगा कि आपकी पत्नी बहुत अकेलापन महसूस कर रही है और एक ही जगह पर रहकर बोर हो गई है तो आप उन्हें बाहर कहीं घुमाने ले जा सकते हैं। ताकि उनके मूड में कुछ परिवर्तन हो और उन्हें ताजगी का अहसास मिले| इसके लिए आप कोई अच्छी तारीख या दिन चुन सकते हैं ताकि उन्हें किसी बात की परेशानी ना हो|

#10. उनके खान-पान का ध्यान रखे

प्रेगनेंसी के दौरान पति अपनी पत्नी की कैसे सहायता कर सकते हैं?

चित्र स्रोत: Academy of Nutrition and Dietetics

अक्सर महिलाये इस समय में खान-पान का ज्यादा ध्यान नही रख पाती हैं जिससे उनमे लौह-तत्त्व की कमी होने के कारण एनीमिया हो सकता हैं| इसलिये उन्हें हरी सब्जियां, दाले, अंकुरित अनाज, फल, दूध आदि अवश्य खिलाये|

इसे भी पढ़ें: प्रेगनेंसी के दौरान इन 10 खाने की चीज़ों का परहेज़ करे

ऊपर आपने जाना कि किस प्रकार आप छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर गर्भवती पत्नी की देखभाल कर एक अच्छे पति साबित हो सकते हैं| गर्भावस्था के दौरान पत्नी के मूड में कई तरह के परिवर्तन आते हैं इसके लिए आपको धैर्य रखने की आवश्यकता होती है| इसलिये आपको अपनी पत्नी पर ध्यान केंद्रित करना है और साथ ही साथ उसकी जरूरतों का भी ख्याल रखना हैं| यदि आप इन सारी चीजों का ध्यान रखते हैं और उसे प्राथमिकता देते हैं तो जरूर आप अपनी गर्भवती पत्नी की सहायता करके एक अच्छे पति साबित हो सकते हैं।

क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से अपने अनुभव बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माताओं के संयुक्त संगठन का हिस्सा बने| यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे|

null