महिलाओं को अक्सर यह शिकायत होती है कि शिशु के जन्म के बाद से उनका वजन बहुत अधिक बढ़ गया है। लेकिन, बेटे के जन्म के बाद मेरी समस्या इससे बिलकुल विपरीत थी। मेरा वजन बढ़ने की जगह कम हो गया था। काफी उपाय करने के बाद मैंने अपने डॉक्टर, अनुभवी लोगों और विशेषज्ञों की राय ली, जिसके बाद धीरे-धीरे मेरा वजन बढ़ना शुरू हुआ।
दरअसल प्रसव और गर्भावस्था आपके शरीर में कई परिवर्तन लाता है। शिशु के जन्म के बाद माँ की जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं। इसलिए, वो खुद का ख्याल नहीं रख पाती। इसके कारण उसका शरीर कमजोर और वजन कम हो जाता है। हालाँकि, प्रसव के बाद वजन के घटने का कारण स्तनपान भी हो सकता है।
अगर आपकी समस्या भी मेरी परेशानी की तरह है यानी शिशु के जन्म के बाद से आपका वजन कम हो रहा है तो चिंता न करें। आज मैं आपको अपने अनुभवों और विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार कुछ ऐसे तरीके बताने जा रही हूँ जिससे प्रसव के बाद आप अपना वजन बढ़ाने के लिए प्रयोग कर सकती हैं। आइयें जानते हैं प्रेगनेंसी के बाद वजन बढ़ाने के आसान टिप्स (Delivery ke baad Wajan Badhane ke Tips)
शिशु के जन्म के बाद आपको अपने खाने-पीने का खास ध्यान रखना चाहिए। आपका आहार आपका वजन कम भी कर सकता है और बढ़ा भी सकता हैं। जानिए प्रेगनेंसी के बाद वजन बढ़ाने के लिए क्या करें?
अगर आप वजन बढ़ाना चाहती हैं तो अपने आहार में प्रोटीन युक्त चीज़ों को शामिल करें जैसे दूध,पनीर, चिकन, अंडे आदि। अगर आपके शरीर को पर्याप्त प्रोटीन मिलेगा। तो उससे आपके शरीर में चर्बी को बढ़ने में सहायता मिलेगी। यही नहीं, प्रोटीन नयी माताओं के शरीर में दूध को बढ़ाने में भी सहायक होता है।
नयी माँ को मेवे अवश्य खिलाएं जाते हैं। क्योंकि, ऐसा माना जाता है कि मेवों से नयी माँ को ताकत मिलती है। प्रेगनेंसी के बाद शरीर की कमजोरी को दूर करने और वजन को बढ़ाने के लिए भी मेवों को आप अपने आहार में शामिल कर सकती हैं। बादाम, अखरोट, काजू, मूंगफली खाना आपके लिए लाभदायक है।
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अगर आप अपने आहार में कार्बोहाइड्रेट्स युक्त चीज़ों को शामिल करते हैं तो उससे भी आपको अपना वजन बढ़ाने में मदद मिल सकती है। ध्यान रहे, कि इसके लिए आप सेहतमंद कार्बोहाइड्रेट्स को ही चुने। इसके लिए ओट्स, ब्राउन राइस आदि अच्छे विकल्प हैं। वहीं केक, पेस्ट्री, चाकलेट आदि को न चुने। क्योंकि यह चीज़ें केवल आपको मोटापा देंगी और स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हैं।
पानी और अन्य स्वस्थ तरल पदार्थ शरीर से गंदगी को बाहर निकालते हैं जिससे हमारे शरीर का वजन बढ़ने में आसानी होती है। इसलिए जितना अधिक हो सके पानी और अन्य तरल पदार्थों का सेवन करें।
फल और सब्जियां आपको सभी पोषक तत्व प्रदान करते हैं। यही नहीं इनके सेवन से पाचन क्रिया भी सही रहती हैं। इसलिए इनका जितना अधिक हो सके सेवन करें ताकि आपका वजन बढ़े। इसके अलावा जंक फूड, अधिक चीनी या नमक वाले खाद्य पदार्थ, मसालेदार और तली हुई चीज़ें न खाएं। ऐसा खाना खाएं जो हल्का और पचने में आसान हो।
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प्रसव के तुरंत बाद आप व्यायाम नहीं कर सकती। लेकिन, जब कुछ हफ़्तों के बाद आप अच्छा महसूस करना शुरू कर दें तो हल्का व्यायाम कर सकती हैं। अपने वजन को बढ़ाने के लिए कौन-कौन से व्यायाम आपको करने चाहिए, इसकी सलाह किसी विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से ले लें। योग भी एक अच्छा विकल्प है। योग करने से पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह लें और अच्छे से सीखने के बाद ही उनका अभ्यास करें। यह चीज़ें भी वजन को बढ़ाने में आपकी मदद कर सकती हैं।
अच्छी नींद हमारे शरीर को स्वस्थ वो एक्टिव बनाये रखने में लाभदायक है। यही नहीं, अच्छी नींद भी वजन बढ़ाने में सहायक है। वैसे भी, आपको प्रसव के बाद पूरा आराम करना चाहिए। इसलिए दिन में कम से कम आठ घंटे सोएं।
तनाव और चिंता हमारे और हमारे शरीर के सबसे बड़े दुश्मन हैं। इनसे आपका वजन और भी कम हो सकता हैं। इसलिए खुश रहें और सकारात्मक सोचें। अपने शिशु के साथ जितना हो सके अधिक समय बिताएं। प्रसव के बाद कई माताएं तनाव का शिकार हो जाती हैं। अगर आपको भी तनाव के लक्षण महसूस हो रहे हों तो अपने डॉक्टर से अवश्य मिलें।
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प्रसव के बाद होने वाली माँ का पूरा जीवन केवल अपने शिशु के इर्द- गिर्द ही घूमता हैं। उस पर इतनी जिम्मेदारियां होती हैं कि वो ना तो अपना ध्यान रख पाती है न तो खुद के लिए समय निकाल पाती हैं। जिसके कारण वजन कम हो सकता हैं या वजन नहीं बढ़ता। इसलिए पहले ही किसी अन्य व्यक्ति की मदद लें। आप इसमें अपने पति की मदद ले सकती हैं। अपनी जिम्मेदारियों को बाँट लें। ताकि आप शारीरिक और मानसिक रूप से अच्छा महसूस करें।
माँ बनने का अनुभव किये बिना एक स्त्री का जीवन अधूरा होता हैं। यही कारण है कि यह चरण उसके जीवन का सबसे सुनहरा चरण हैं। जिसमें वो अपने शिशु के प्रति पूरी तरह से समर्पित होती हैं। लेकिन ऐसे में खुद को न भूलें। इस चरण को और भी यादगार बनाने के लिए अपने वजन के साथ-साथ स्वास्थ्य का भी ख्याल रखें। ताकि, आप अपने शिशु की ज़िम्मेदारी अच्छे से उठा पाएं।
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