माता-पिता होने के नाते आपका अपने शिशु के लिए परेशान होना स्वभाविक है। शिशु का जन्म अपने साथ ढेर सारी जिम्मेदारियां लेकर आता है। नवजात शिशु को पूरे ध्यान और देखभाल की आवश्यकता होती है। हमारे घरों में नवजात शिशु को माता-पिता अपने साथ बिस्तर पर सुलाते हैं क्योंकि रात को शिशु कई बार जागता है, ऐसे में साथ सोने से उसकी देखभाल अच्छे से हो जाती है। ऐसा भी माना जाता है कि माँ और बच्चे का एक साथ सोना दोनों के लिए लाभदायक होता है। लेकिन छोटे बच्चों की नींद में अचानक मृत्यु के कई मामले सामने आते रहते है। इसलिए माता-पिता या अन्य लोगों का नवजात शिशु के साथ सोना उसके लिए खतरनाक भी साबित हो सकता है। हालाँकि इस खतरे को आप कुछ सावधानियां बरत कर कम कर सकते हैं बस आपके लिए यह जानना जरूरी है कि शिशु को अपने साथ सुलाते हुए क्या सावधानियां (Precaution While Co-Sleeping With Newborn) बरतनी चाहिए।
नवजात बच्चों को साथ सुलाते समय रखें यह सावधानियां (Precautions While Co-Sleeping With Newborn)
#1. पर्याप्त स्थान (Enough Space)
अगर आप अपने शिशु को अपने साथ सुलाती हैं तो उसे पर्याप्त स्थान दें मतलब उससे बिल्कुल चिपक कर न सोएं क्योंकि नवजात शिशु के नाक के पास अगर आपका हाथ भी अधिक देर तक रह जाता है तो उससे भी उसकी साँस रुक सकती है। विशेषज्ञ भी यही सलाह देते हैं कि नवजात शिशु के साथ इस तरह से नहीं सोना चाहिए कि उसके दब जाने या साँस रुक जाने की संभावना हो। नवजात शिशु बेहद नाजुक होता है और उस पर थोड़ा सा भी वजन पड़ना उसके लिए घातक हो सकता है। शिशु अपने माता और पिता दोनों के साथ सोता है तो बड़े बेड का प्रयोग करें ताकि शिशु को पर्याप्त जगह मिल सके।
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#2. बिस्तर को साफ रखें (Keep the bed clean)
शिशु का बिस्तर साफ रखें। इसका मतलब साफ-सफाई के साथ-साथ यह भी है कि बिस्तर पर कोई भी फालतू चीज़ न रखें। ऐसा कहा जाता है कि बिस्तर पर रखे जाने वाले कंबल, तकिया, टेडी बीअर्स और अन्य खिलौने आदि भी नवजात शिशु की जान के लिए खतरा साबित हो सकते हैं और उनसे शिशु की साँस रुक सकती है। अमेरिकन एकेडेमी ऑफ पीडिएट्रिक्स के अनुसार शिशु को बहुत नरम बिस्तर पर भी नहीं सुलाना चाहिए और न ही शिशु को पेट के बल सोने देना चाहिए। शिशु के लिए पीठ के बल सोना ही सही रहता है। कंबल, तकिया और खिलौने या अन्य कोई भी चीज़ बिस्तर पर नहीं होनी चाहिए।
#3. तकिये का प्रयोग न करें (Do not use pillows)
विशेषज्ञों के अनुसार दो और दो साल से कम उम्र के बच्चों के लिए तकिये का प्रयोग न करें। इतने छोटे बच्चे को तकिये की आवश्यकता नहीं होती बल्कि तकिये से न केवल उसे साँस लेने में मुश्किल हो सकती है बल्कि उसकी गर्दन में भी समस्या आ सकती है। नवजात शिशु बिना तकिये के अधिक आराम महसूस करते हैं।
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#4. बीच में न सुलाएं (Do not sleep her/him in the middle)
शिशु को गर्मी अधिक लगती है ऐसे में शिशु को माता-पिता अपने बीच में न सुलाएं। इससे उसे अधिक गर्मी लग सकती है जिसके कारण वो असुविधा महसूस करेगा और उसकी नींद खराब होगी। इसलिए नवजात शिशु को माँ की बगल में ही सोने दें। माँ शिशु की आवाज़ और जरूरतों को बहुत आसानी से सुन और समझ लेती है ऐसे में वो रात को शिशु के जागने पर आसानी से उसे संभाल सकती है।
#5. सही गद्दा (Right mattress)
बच्चे को अपने साथ सुलाने के लिए आप जिस गद्दे का प्रयोग करते हैं, वो स्थिर होना चाहिए अर्थात आपके हिलने के साथ वो हिलना नहीं चाहिए। बहुत अधिक गर्म और मुलायम गद्दा भी शिशु के लिए हानिकारक हो सकता है। बिल्कुल नरम खासतौर पर फोम से बना हुआ गद्दा बेड को उबड़-खाबड़ बना देता है। इसलिए नवजात शिशु के लिए सही गद्दे का चुनाव करें।
#6. सोफे को विकल्प न माने (Don’t go for Sofa)
कई बार माता-पिता शिशु के आने पर अपने बेड के साथ सोफे जोड़ देते हैं ताकि शिशु उस पर आराम से सो सके लेकिन सोफे नवजात शिशु के लिए एक अच्छा विकल्प नहीं है। नवजात शिशु को सोते हुए आराम की आवश्यकता होती है और आराम की दृष्टि से सोफे एक अच्छा उपाय नहीं है। सोफे की सीट और बैक शिशु के नाजुक अंगों के लिए हानिकारक होते हैं और उसके पैर या हाथ उसमे फंस सकते हैं।
#7. सुरक्षित (Safe)
कई लोगों को तरह-तरह के परफ्यूम या सुगंधों का प्रयोग करने की आदत होती है। लेकिन अगर आप अपने नवजात शिशु के साथ सो रही हैं तो इस आदत को छोड़ दें। क्योंकि ऐसी तेज़ सुगंध शिशु के लिए हानिकारक हो सकती है। इसके साथ ही नवजात शिशु को अपने साथ सुलाने से पहले इस बात का ध्यान रखें की आपके कपड़ों में कोई जिप, पिन या हुक आदि न हो जो शिशु को चुभे। लम्बे इयररिंग्स या अन्य गहने पहनने से भी बचें।
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जन्म से लेकर अगले कुछ महीने शिशु के लिए बेहद खास होते हैं जिनमें उन्हें खास ख्याल की ज़रूरत पड़ती है। नवजात शिशु को अपने साथ सुलाते (Co-Sleeping) समय आपका पूरी तरह से जिम्मेदार और चौकन्ने होना आवश्यक है। आपका थोड़ा सा हिलना भी आपके शिशु को परेशान कर सकता है और आपकी लापरवाही के परिणाम बुरे हो सकते हैं। अपने शिशु को अपने साथ तभी सुलाएं जब आप उसकी देखभाल और सुरक्षा अच्छे से कर सकते हैं नहीं तो बाजार में मिलने वाले बच्चों के लिए खास बेड का प्रयोग करें, जिन्हें साइड कार या साइड कोट भी कहा जाता है। इसके साथ ही शिशु के आराम का भी ख्याल रखें।
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