शादी के दो साल बाद जब मैं माँ बनी उस समय मैं बेहद खुश थी। मेरे बेटे ने जन्म लिया तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। पहली बार माँ बन के अपनी जिम्मेदारियों को निभा ही रही थी कि तभी मुझे पता चला कि मैं फिर से गर्भवती हूँ। मैं इस नई ज़िम्मेदारी के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं थी लेकिन लोगों के समझाने के बाद मैं तैयार हो गयी। डेढ़ साल के भीतर ही मैं दो बच्चों की माँ बन गयी। दोनों की परवरिश में मुझे बहुत मुश्किल होती। एक की देखभाल करती तो दूसरा नज़रअंदाज़ होता। ऐसे में दिमाग में आता कि काश दोनों बच्चों के बीच अंतर (Perfect Age Gap Between Kids in Hindi) रखने के लिए प्लानिंग की होती तो आज इतनी मुश्किलों का सामना न करना पड़ता।
पहली बार माँ बनने का अनुभव बेहद अनूठा और अद्भुत होता है। बच्चा थोड़ा बड़ा हो जाए तो घर और आस-पड़ोस के लोग दूसरे बच्चे के लिए दबाव बनाने लगते हैं। वैसे भी हमारे समाज में “हम दो हमारे दो” में विश्वास किया जाता है। बच्चे को जन्म देना जितना मुश्किल है उससे भी कठिन है बच्चे को पालना। घर वाले या आस-पड़ोस के लोग चाहे कुछ भी कहें लेकिन बच्चे को पालने की पूरी ज़िम्मेदारी माता-पिता पर ही होती है खासतौर पर माँ पर। ऐसे में दोनों बच्चों में कितना अंतर हो इसके बारे में भी माता-पिता को ही निर्णय लेना चाहिए। इसके साथ ही माँ की उम्र, आर्थिक स्थिति और ज़िम्मेदारी उठाने के लिए तैयार होना आदि कुछ ऐसे महत्वपूर्ण कारक है, जिनका ध्यान रखना बहुत जरूरी है। दोनों बच्चों को पालना और संभालना बेहद मुश्किल हो सकता है। आपके दोनों बच्चों में बहुत कम अंतर है या बहुत ज्यादा अंतर है इन दोनों चीज़ों के अपने-अपने फायदे और नुकसान हैं। आइये जाने कि दोनों बच्चों के बीच कितना अंतर (Bachcho ke Bich Antar) होना चाहिए।
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दो बच्चों के बीच कितना अंतर रखना चाहिए (What is Perfect Age Gap Between Kids in Hindi)
एक से दो साल (One to two years)
- अगर दो बच्चों के बीच में एक से दो साल का अंतर हो तो इस बात के अपने-अपने फायदे और नुकसान हैं। इसका एक फायदा यह हैं कि दोनों बच्चों के बीच संबंध बहुत अच्छा होता है।
- बहुत कम अंतर होने के कारण हो सकता है कि दोनों एक ही स्कूल या क्लास में हों। इसके साथ ही दोनों के दोस्त भी समान होंगे। दोनों में कम अंतर होने के कारण दोनों एक-दूसरों की ज़रूरतों को भी पूरी तरह से समझेंगे और हर समस्या को हल करने के लिए वो दोनों साथ में कोशिश करेंगे।
- एक या दो साल का अंतर होने के कारण दोनों बच्चों का प्यार भी बहुत अधिक होगा लेकिन झगड़े भी उतने ही होंगे।
- बच्चों के बीच में कम अंतर होने के कारण माँ के लिए यह बुरा हो सकता है क्योंकि माँ पर एक नहीं दो-दो छोटे बच्चों की ज़िम्मेदारी होगी। दोनों को नहलाना, स्तनपान कराना, उनकी सेहत और खान-पान का ध्यान रखने से माँ की सेहत पर असर पड़ सकता है।
- दो बच्चों को एक साथ पालना बजट से भी बाहर हो सकता है।
- अगर दोनों बच्चों के बीच में एक से दो साल का फर्क हो तो पहले प्रसव से ही माँ का शरीर अभी पूरी तरह से रिकवर नहीं हो पाया होता है, ऐसे में दूसरा प्रसव और गर्भावस्था माँ के सेहत के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकती हैं।
- दोनों बच्चों में कम अंतर होने का एक बड़ा फायदा यह भी हैं कि अगर माँ कामकाजी है तो वो दोनों बच्चों के थोड़ा बड़े होने पर अपने करियर पर भी ध्यान दे सकती है।
दो से तीन साल (Two to Three Years)
- अगर दो बच्चों में दो से तीन साल का अंतर हो तो माँ की सेहत के लिए बेहतर होता है क्योंकि माँ पहले प्रसव से उबर चुकी होती है।
- अगर बच्चों में दो से तीन साल का अंतर हो तो बड़े बच्चे में छोटे को लेकर असुरक्षा की भावना आ सकती है। उसे ऐसा लग सकता है कि छोटे बच्चे के आ जाने के कारण माता-पिता उससे कम प्रेम करते हैं। ऐसे में वो माता-पिता का ध्यान अपनी और करने के लिए नखरे करता है या खुद को नुकसान भी पहुंचा सकता है।
- अगर उन में दो से तीन साल का अंतर हो तो बड़ा बच्चा माँ का दूध पीना छोड़ चुका होता है और आजकल इस उम्र के बच्चे स्कूल भी जाना शुरू कर देते हैं ऐसे में माँ दोनों बच्चों पर अधिक ध्यान दे पाएंगी। लेकिन इनमें दोनों बच्चों की लड़ाई भी बहुत बड़ा मुद्दा हो सकती है। माँ बड़े बच्चे को कम समय दे पाती है।
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तीन से पांच साल (Three to Five Years)
- अगर दोनों बच्चों के बीच तीन से पांच साल का अंतर हो तो माँ दोनों बच्चों को अच्छे से समय दे पाती है और अच्छे से अपनी हर ज़िम्मेदारी पूरी कर पाती है।
- शरीर पूरी तरह से स्वस्थ होने के कारण माँ में ऊर्जा भी अधिक होती है हालाँकि बड़े बच्चे को ऐसा लग सकता है कि आप उसे नहीं बल्कि छोटे बच्चे को अधिक प्यार करती है। ऐसे में बच्चों में झगड़े होना स्वभाविक है।
- अगर बच्चों में तीन साल से अधिक का अंतर है तो बड़ा बच्चा छोटे बच्चे का पूरा ध्यान रखने भी आपकी मदद कर सकता है।
पांच साल से अधिक (More than Five Years)
- अगर आपके बच्चों में पांच साल से अधिक का अंतर है तो यह माँ के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है क्योंकि अगर बच्चों के बीच में इतना अधिक अंतर हो तो प्रसव में समस्याएं आ सकती है।
- अगर आप कामकाजी महिला हैं तब तो आपके लिए और भी मुश्किल हो सकता है क्योंकि लम्बे समय के बाद आपको फिर से ब्रेक लेना पड़ सकता है जिससे आपका काम भी प्रभावित होगा।
- अच्छी बात यह है कि बच्चों में अधिक अंतर होने के कारण आप अपने दोनों बच्चों को अधिक से अधिक समय दे पाएंगे।
- पांच साल से अधिक उम्र का बच्चा समझदार होता है ऐसे में वो अपने छोटे भाई/बहन का पूरा ख्याल रखेगा और उन दोनों के बीच बहुत अधिक प्रेम होगा।
- हालाँकि उम्र में अधिक अंतर होने के कारण छोटा बच्चा बड़े बच्चे से डरता है और उन दोनों के बीच खुल कर बातचीत भी नहीं हो पाती।
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विशेषज्ञों के अनुसार दोनों बच्चों में कम से कम दो साल का फर्क होना चाहिए ताकि महिला खुद के साथ-साथ अपने बच्चे का पूरा ख्याल रख सके और बच्चे और माँ के स्वास्थ्य पर कोई प्रभाव न पड़े लेकिन ऐसा भी कहा जाता है कि दोनों बच्चों में तीन साल से अधिक का अंतर होना बच्चे और माँ दोनों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। बाकी माता-पिता अच्छे से जानते हैं कि उनके और उनके बच्चों के लिए क्या सही है। इसलिए दोनों सोच-समझ कर और डॉक्टर की राय के अनुसार दूसरे बच्चे की प्लानिंग कर सकते हैं।
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