बच्चों को नर्सरी में एडमिशन दिलाने से पहले इन 7 बातों का अवश्य ध्यान रखे

बच्चों को नर्सरी में एडमिशन दिलाने से पहले इन 7 बातों का अवश्य ध्यान रखे

आज के समय में अपने बच्चों का एक अच्छे स्कूल में एडमिशन कराना कोई आसान कार्य नहीं है। खास करके जब आपको अपने बच्चे के लिए नर्सरी में एडमिशन कराना हो। जैसे ही बच्चा 2 से 3 साल का होने लगता है उसको स्कूल में एडमिशन कराना माता-पिता के लिए एक चिंता का विषय बन जाता है जिसके चलते नर्सरी स्कूल में एडमिशन कराना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।

माता-पिता होने के नाते आप भी यही चाहेंगे कि आपका बच्चा अच्छे स्कूल में पढ़े क्योंकि वहीं से उसके बाहरी जीवन की नींव की शुरुआत होगी जिसके चलते हो एक बेहतर इंसान बनता है। तो आइए जानते हैं कि अपने बच्चों का नर्सरी में एडमिशन कराते समय आपको किन-किन बातों (Nursery Admission Tips in Hindi) का ध्यान रखना चाहिए।

 

अगर आप अपने बच्चे के लिए नर्सरी एडमिशन लेने का सोच रहे हैं तो यही सही समय है। अगर हम पिछले साल के हिसाब से देखें तो 1 जनवरी ही एडमिशन के लिए आधिकारिक तिथि थी। जैसे-जैसे दिसंबर का महीना बढ़ता जा रहा है वैसे-वैसे प्राइवेट स्कूलों में नर्सरी में एडमिशन के लिए आवेदन बढ़ते जा रहे हैं। ज्यादातर मां बाप स्कूल का चुनाव अपने पसंद से आपस में लोगों से पूछ कर और फिर स्कूल की आधिकारिक सूचना देखकर करते हैं। आप अपने बच्चे का एडमिशन कराने के लिए लंबी लाइन में खड़ी होने की जगह ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं।

 

नर्सरी में एडमिशन दिलाने से पहले यह ध्यान रखें (Nursery Admission Tips in Hindi)

#1. स्कूल के बारे में जानकारी इकट्ठी करें (Take Knowledge of School)

सबसे पहला और जरूरी काम नर्सरी स्कूल में एडमिशन लेने से पहले यह है कि आपको स्कूल के बारे में सारी जानकारी हो। वहां के कर्मचारी, अध्यापकों यहां तक कि जो बच्चे पहले से उस स्कूल में पढ़ रहे हैं उनके माता-पिता से बात करें और स्कूल के बारे में जाने। इससे आपको स्कूल की सभी गतिविधियों, अध्यापकों और बच्चों के संबंध और नर्सरी एडमिशन की जरूरी सूचना मिलेगी। आप ऑनलाइन जाकर स्कूल की वेबसाइट पर भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

 

#2. बच्चे का रूटीन सेट करें (Set Routine for your kid)

नर्सरी स्कूल में एडमिशन लेने से पहले आप अपने बच्चे को शिक्षात्मक रूटीन से भी परिचित करा सकते हैं जिससे आपका बच्चा बाद में स्कूल के वातावरण से जुड़ा रहे और परेशानी ना हो। स्कूल जाने से आपके बच्चे की दिनचर्या पूरी तरह अलग हो जाती हैं और साथ ही वह आपसे पहली बार इतने समय के लिए दूर रहता हैं। इसलिये बेहतर रहेगा कि आप पहले से ही उसे इस रूटीन में ढालने की कोशिश करें।

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#3. बच्चे की कम से कम उम्र कितनी होनी चाहिए (Age for Nursery Admission)

हाई कोर्ट के दिए हुए निर्देशों के अनुसार बच्चों का नर्सरी स्कूल में एडमिशन कराने के लिए उनकी उम्र 30 मार्च को या उससे पहले 3 साल की होनी चाहिए। दिल्ली हाई कोर्ट के मुताबिक एडमिशन के लिए कोई ऊपरी आयु सीमा नहीं है।

 

#4. दिन का रखें ख्याल (When to go for Nursery Admission 2019)

आप अपने बच्चे के एडमिशन के लिए स्कूल की शुरुआती और आखरी तारीख का ध्यान रखें। ऐडमिशन खिड़की आमतौर पर 3 से 4 हफ्ते के लिए रहती है तो इसलिए आप आखिरी तारीख का इंतजार ना करें और जल्दी से जल्दी स्कूल में अप्लाई कर दे। ज्यादातर सारे काम ऑनलाइन ही होते हैं तो आप ऑनलाइन भी इस प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं।

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#5. प्वाइंट सिस्टम (Point System)

नर्सरी स्कूल में एडमिशन के समय बच्चों को कई मानदंडों के ध्यान में रखकर सो में से प्वाइंट्स दिए जाते हैं जिसके हिसाब से उनका एडमिशन होता है। प्वाइंट्स जैसे कि गर्ल चाइल्ड, एलुमनाई प्वाइंट्स, माता-पिता का ट्रेक रिकॉर्ड आदि। स्कूल के पास मानदंडों को तैयार करने और प्वाइंट्स देने की पूरी स्वतंत्रता होती है।

 

#6. अनिवार्य दस्तावेज (Important Documents for Nursery Admission 2019)

यह कुछ जरूरी दस्तावेज है जो आपके बच्चे का नर्सरी स्कूल में एडमिशन करवाने में अनिवार्य है:

जन्म प्रमाण पत्र (Birth Ceritificate)- यह सबसे जरूरी दस्तावेज है। आप अपने बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र की कुछ फोटो कॉपी निकलवा कर कई स्कूलों में जमा करवा दें और वास्तविक जन्म प्रमाण पत्र को अपने पास रखे जो कि अंत में आप जिस स्कूल में अपने बच्चे का एडमिशन कराना चाहते हैं उसमें काम आएगा।

आवास प्रमाण पत्र (Address Proof)- माता-पिता अपने एक या दो आवास प्रमाण पत्र बच्चे के एडमिशन के लिए तैयार रखें। इसके लिए आप अपना या अपनी पत्नी का पासपोर्ट, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, राशन कार्ड, पिछले महीने के बिजली का बिल, पानी का बिल, एमटीएनएल बिल, डोमिसाइल सर्टिफिकेट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

एलुमनाई कोटा (Alumni Quota)- अगर मां-बाप दोनों ही उस स्कूल के पूर्व छात्र रह चुके हैं तो उनका 10वीं या 12वीं कक्षा का पासिंग प्रमाण पत्र दिखाना होगा।

सिंगल पैरंट (Single Parent)– बहुत स्कूलों में सिंगल पैरंट वाले बच्चों के लिए पॉइंट्स होते हैं। बस आपको यह कुछ कानूनी दस्तावेजों से दिखाना होगा।

विशेष आवश्यकता वाले बच्चे (Handicapped child)- इसके लिए आपको सरकारी अस्पताल से विकलांगता के वास्तविक दस्तावेज लाकर दिखाने होंगे।

पहला बच्चा (First Kid)- अगर आप अपने पहले बच्चे का एडमिशन ले रहे हैं तो बहुत स्कूलों में इसके लिए भी प्वाइंट्स होते हैं। आपको इसके लिए एफिडेविट की आवश्यकता होगी।

पासपोर्ट फोटो (Passport Size Photo)- इसके अलावा आप किसी फोटो स्टूडियो में भी जाएं और अपने बच्चे के हाल के पासपोर्ट आकार की फोटोग्राफ निकलवा ले जो कि बच्चे के एडमिशन के समय काम आएगी और सिर्फ बच्चे की ही नहीं आप अपनी और अपनी पत्नी की भी पासपोर्ट फोटो की कॉपी निकलवा ले।

 

#7. मैनेजमेंट कोटा (Management Quota in Nursery Admission)

ध्यान दे स्कूल में 20% मैनेजमेंट कोटा होता हैं। इसका मतलब की ये सीट्स पहले से रिज़र्व होती हैं जिसे स्कूल अपने हिसाब से डोनेशन लेकर या किसी जान पहचान वाले को देता हैं। साथ ही वह बच्चे जिनके भाई बहन पहले से ही उसे स्कूल में पढ़ रहे हो उनके लिए भी अलग से प्वाइंट्स होते हैं।

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अगर आप इन सब बातों का ध्यान रखकर अपने बच्चे का नर्सरी स्कूल में एडमिशन लेंगे तो आपको अपने बच्चे की एडमिशन में कोई दिक्कत नहीं आएगी। आप अन्य बच्चों के मां-बाप से भी संपर्क में रहे। आप चाहे तो उनके साथ व्हाट्सएप ग्रुप में भी शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा स्कूल की वेबसाइट से भी जानकारी हासिल करके अपने आप को अपडेटेड रखें।

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