क्या प्रेगनेंसी में पसीना आना सामान्य हैं?

क्या प्रेगनेंसी में पसीना आना सामान्य हैं?

गर्भावस्था में हर महिला के लक्षण अलग-अलग होते है, किसी को खट्टा खाने का मन करता है तो किसी को मीठा। किसी को ज्यादा पसीना आता हैं तो किसी को कम। किसी महिला को गर्मी कम लगती हैं तो किसी को ज्यादा।

 

क्या प्रेगनेंसी में पसीना आना सामान्य हैं?

गर्भावस्था के समय पसीना आना एक सामान्य प्रक्रिया है लेकिन अगर किसी महिला को गर्भावस्था मे जरूरत से ज्यादा पसीना आने लगे तो उस समय आपका सतर्क रहना बहुत ही जरूरी है। कभी-कभी ज्यादा पसीना आने से बहुत सी बीमारी होने का भी भय होता हैं।

बहुत सी महिला यह भी सोचती हैं कि जितना पसीना आएगा उतनी ही शरीर की गंदगी बाहर निकलेगी लेकिन ऐसा नहीं हैं क्योंकि यह काम शरीर मे लिवर और गुर्दे का है। पसीना आना मौसम पर भी निर्भर करता है, गर्मी के मौसम मे पसीना ज्यादा आता हैं और ठंड मे पसीना कम आता है। हमारे शरीर मे पसीने की दो ग्रंथि होती हैं एक्राइन और एपोक्राइन।

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प्रेगनेंसी में पसीना आने के कारण

#1. पसीना आने के बहुत से कारण हो सकते हैं, जैसे कि अगर गर्भवती महिला व्यायाम या योगा कर रहीं हैं तो पसीना आने से घबराने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि पसीना भी शारीरिक मेहनत के हिसाब से ही आता है।

#2. अगर किसी महिला का वजन ज्यादा है और प्रेग्नेंसी मे वजन बढ़ भी जाता है। अगर वजन बढ़ने के कारण पसीना ज्यादा आ रहा हो तो यह सामान्य नहीं हैं| ऐसे मे चिकित्सक से सलाह लेनी जरूरी है।

#3. गर्भावस्था मे महिलाओं को अपने बच्चे की बहुत चिंता रहती है, उन्हे हमेशा यह डर लगा रहता हैं कि उनका शिशु स्वस्थ हैं या नहीं, इसलिये ऐसे समय मे भी कभी-कभी पसीना डर और घबराहट की वजह से ज्यादा आने लगता है।

#4. गर्भावस्था मे अगर ज्यादा पसीना आए तो यह थायराइड, उच्च रक्तचाप, टेंशन या फिर किसी प्रकार की दवा के असर के कारण भी हो सकता है।

#5. कभी-कभी गर्भावस्था मे एकदम से गर्मी लगने लगती है। अगर यह गर्मी सिर्फ शरीर के ऊपरी हिस्से यानि की छाती, गर्दन या फिर सर मे लगती हैं तो इसमे खून के

संचरण के तेज़ होने के कारण शरीर का तापमान बढ़ता है, जिससे एकाएक काफी गर्मी लगने लगती है, इसमे घबराने की कोई बात नहीं होती क्योकि ऐसा गर्भावस्था के दूसरे या तीसरे महीने मे प्रायः होता ही है।

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प्रेगनेंसी में पसीना कम आने के उपाय

ऐसे तो गर्भवती महिला के पसीना आने की प्रक्रिया को रोका नहीं जा सकता क्योंकि ये सामान्य हैं पर अगर हम कुछ उपाय अपनाए तो इससे पसीना आना कम हो सकता हैं। जैसे कि:

  • गर्भावस्था मे हमेशा ढ़ीले और हल्के रंग के कपड़े ही पहने। इसके आलावा सूती कपड़े पहनने चाहिए क्योंकि इसमे गर्मी कम लगती है।
  • गर्भावस्था मे चाय, कॉफी या अल्कोहल नहीं लेना चाहिए यह गर्भस्थ शिशु के लिए भी अच्छा नहीं हैं और इससे पसीना भी ज्यादा आता है। ज्यादा मिर्च मसाले और तेल वाले खाने से बचे। इसकी जगह आप फल और हरी सब्जियों का सेवन ज्यादा करे क्योंकि ये आपके शरीर के तापमान को सही रखने में मदद करता हैं।
  • गर्भावस्था मे खूब पानी पिये जिससे अगर पसीना आए भी तो पानी की कमी नहीं होने दें।
  • बाहर धूप में जाने से बचे और गर्मी के मौसम में ऐसे जगह ही जाए जहां आप एसी की हवा ले सके। साथ ही अगर आपको बाहर जाने से ज्यादा पसीना होता हैं तो आप योगा करे| इसके लिए आप सुबह जल्दी या फिर शाम को योगा करने का समय चुने जिससे कम पसीना आएगा। याद रहे योगा या स्विमिंग किसी जानकार शिक्षक के अंतर्गत ही करे।
  • आप नारियल तेल का भी प्रयोग कर सकती हैं। जहां कही भी पसीना ज्यादा आता हैं वहां थोड़े से नारियल तेल को लगाकर आप पसीने की महक से बच सकती हैं
  • और साथ ही इससे पसीने के बैक्टीरिया को ख़त्म करने में भी मदद मिलेगी। आप नारियल तेल में कपूर का भी प्रयोग कर सकती हैं जिससे आपको ज्यादा फायदा मिलेगा।
  • अगर आपको रात में बहुत पसीना आता हैं तो आप अपने सोने की जगह पर तोलिया बिछा सकती हैं जिससे तोलिया पसीने को सोख लेगा और साथ ही आप सोते
  • समय पतले और सूती चादर का भी प्रयोग करे जिससे आपको गर्मी कम लगेगी और पसीना कम आएगा।
  • जहा ज्यादा पसीना आता हो वहां आप टेलकम पाउडर का प्रयोग भी कर सकती हैं जिससे आपको खुजली नहीं होगी और पसीना भी कम आएगा।
  • अगर आपको बहुत पसीना आ रहा हो तो आप हाथ के पंखे का भी इस्तेमाल कर सकती हैं जिससे आपको थोड़ी राहत मिलेगी।

ऐसे तो गर्मी मे ही पसीना ज्यादा आता हैं लेकिन अगर आप गर्भवती हैं और मौसम ठंड का है और आपको एकाएक खूब पसीना आने लगे तो तुरंत अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

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