हर माँ अपने नवजात शिशु की देखभाल को लेकर चिंता में रहती हैं। वह अपने बच्चों का कपड़ों से लेकर मालिश तक पूरा ध्यान रखती हैं। साथ ही कई माँओं का मानना हैं कि काजल लगाने से बच्चे को नजर नहीं लगती हैं और इससे बच्चों का चेहरा व आंखें भी सुंदर लगती हैं। शिशुओं को काजल लगाना भी सदियों पुराने रिवाजों में से एक हैं। लेकिन क्या आपको पता हैं कि काजल लगाना शिशु के लिए पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं। अगर आप भी अपने नवजात शिशु को काजल (Bachho ko Kajal) लगाती हैं तो कुछ बातों को जरूर ध्यान में रखना चाहिए।
बेशक दादी नानी की मानें तो काजल वह रामबाण औषधि हैं जो आपके शिशु को सारी बीमारियों और तकलीफों से बचाता हैं। उनके हिसाब से बच्चों की आखों में काजल (Ankhon mein Kajal) लगाने के कई फायदे हैं, जैसे कि:
लेकिन डॉक्टरों की राय में यह बिल्कुल गलत हैं। उनके हिसाब से आंखों में काजल (aankhon ka kajal) लगाना शिशु के लिए नुकसानदायक हैं। आइयें जानते हैं कि नवजात शिशु को काजल लगाने के नुकसान और इसे किस तरह लगाना चाहिए?
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आइये जानते हैं, नवजात शिशु को काजल लगाने से क्या-क्या बीमारियाँ हो सकती हैं:
काजल लगाने से शिशु की आंखों में पानी बहना शुरू हो सकता हैं जिससे उसे संक्रमण का भी खतरा बना रहता हैं।
शिशु को रोजाना काजल लगाने से काजल धीरे-धीरे शिशु की आंखों में जमने लगता हैं जिससे उनको खुजली होने लगती हैं।
काजल आखो में फैलने के कारण उसे धुंधला दिखाई देने लगता हैं या फिर सही से नही दिखाई देता, जो कि उनकी आखों के लिए नुकसानदेह हैं।
आजकल बाज़ार में कई तरह के काजल आते हैं जिनमे रासायनिक पदार्थ मिले होते हैं जिससे उन्हें एलर्जी भी हो सकती हैं।
अगर काजल में लेड अधिक मात्रा में हो तो यह शिशु के दिमाग के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता हैं। जिससे दिमागी विकास अच्छे से नहीं हो पाता हैं।
अगर काजल लगाने के बाद शिशु आंखें मसलता हैं तो इसका मतलब उसे जलन हो रही हैं। तो तुरंत उसकी आंखों की काजल हटा दें वरना उसकी आंखें ड्राई हो जाएगी।
छोटे बच्चों की त्वचा नाजुक होती हैं। आंखों के आसपास रसायन युक्त काजल लगाने से त्वचा खराब हो जाती हैं। साथ ही आंखों के अंदर भी दिक्कत आने लगती हैं और इससे कई बीमारियाँ होने का भी खतरा बना रहता हैं। क्योंकि बाजार में मिलने वाले ज्यादातर काजल में शीशे की मात्रा बहुत ज्यादा होती हैं जो आपके शिशु के लिए खतरनाक हो सकती हैं।
अगर आपको अपने बच्चे की आखों में काजल लगाना ही हैं तो इससे पहले कुछ सावधानियां बरतनी बहुत जरुरी हैं, जो निम्न हैं:
एक सफ़ेद व मलमल का साफ़ कपडा ले और इसे चन्दन के पेस्ट में भिगो दे। इसे सुबह के समय छाया में सूखने के लिए रख दे।
इस काजल (Kajal) को आप उपयोग में ला सकती हैं व इसमें औषधीय मूल्य भी होते हैं। इस उपयोग के साथ, आप काजल का उपयोग करने की पुरानी मान्यताओं को बरकरार रख सकती हैं और आजकल की बनी रसायन युक्त काजल के जोखिमों से बच भी सकती हैं।
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