जन्माष्टमी का त्यौहार हिन्दू समाज का बड़ा मुख्य पर्व माना जाता है। ये त्यौहार हिन्दू मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु के आठवें अवतार, कृष्ण के जन्मदिन पर मनाया जाता है। इस दिन लोग व्रत रखते हैं जो बहुत ही पावन माना जाता है और कई जगह जन्माष्टमी के व्रत को व्रतराज भी कहा जाता है।
व्रत के बारे में तो हम सब जानते ही हैं, आज हमारे साथ हमारी साथी सपना सेंगर जी ने कुछ प्रसाद रेसिपीज शेयर की हैं जिसे हम आपके साथ साझा करना चाहेंगे। हम सब जानते हैं कि कोई भी भारतीय पर्व बिना मिठाइयों के पूरा नहीं होता है। जन्माष्टमी के दिन भी भगवान कृष्ण के प्रसाद के लिए अलग-अलग तरह के पकवान बनाते हैं। बांकेबिहारी जी को जन्माष्टमी के दिन लगाए जाने वाले मुख्य प्रसाद (Janmashtami Prasad Recipes) निम्न हैंः
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जन्माष्टमी पर प्रसाद के लिए अनेकों मिठाइयाँ बनाई जाती है। अगर आप सोच रही हैं कि जन्माष्टमी के दिन घर पर प्रसाद कैसे बनाएं तो हाजिर है भगवान श्रीकृष्ण के लिए जन्माष्टमी के कुछ विशेष प्रसादों की रेसिपीज :
भगवान के चरणामृत और प्रसाद के लिए पंचामृत बनाया जाता है, कई बार लोग इसकी सामग्री और विधि समझ नहीं पाते हैं। जाने क्या हैं पंचामृत की विधि (Panchamrit Banane ki Vidhi) –
सामग्री-
विधि-
चरणामृत तैयार है। भारतीय मान्यता के अनुसार पंचामृत में बहुत औषधीय गुण होते हैं और ये बहुत सी बिमारियों से हमारी रक्षा करता है। याद रखें पंचामृत में गंगाजल, शहद व तुलसी के पत्तों का विशेष महत्व होता है। इसे अवश्य डालें।
आटे की पंजीरी भी जन्माष्टमी पर बनायें जाने वाले प्रसाद में से एक है। चलिए अब बनाते जन्माष्टमी प्रसाद आटे की पंजीरी (Aate ki Panjiri):
सामग्री-
विधि-
आटे की पंजीरी तैयार है। इसमें भगवान श्री कृष्ण के प्रिय तुलसी के पत्तों को मिलाकर भोग लगाएं। आप चाहें तो इसमें भूने हुए मखाने भी डाल सकती हैं।
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जन्माष्टमी पर भगवान के भोग के लिए गरी मखाने का पाग बनाया जाता है। गरी मखाने का पाग बनाने में ज्यादा समय नहीं लगता है। इसे आसानी से बनाया जा सकता है चलिए आपको बताते हैं गरी मखाने का पाग बनाने की विधि (Giri Ka Pag Banane ki Vidhi)।
सामग्री-
विधि-
गरी की पाग तैयार है , सूखने पर इसे एयर टाइट डिब्बे’ में बंद करके रखें। नारियल बच्चों के लिए काफी फायदेमंद होती है तो इसे आप उन्हें भी दे सकती हैं। इसे स्नैक्स या मीठे के तौर पर दे सकती हैं लेकिन कम मात्रा में।
बाकि सब मिठाइयों के साथ, भगवान कृष्ण को भोग लगाने के लिए बहुत से लोग नारियल धनिया की बर्फी भी बनाते हैं, ये सुनने में भले ही अटपटी लगे पर खाने में बहुत स्वाद होती है। तो देर ना करें और नीचे दी गयी विधि से इस बार ये बर्फी (Dhaniya ki Barfi-Krishna Prasad) जरुर बनायें।
सामग्री-
विधि-
धनिये की बर्फी तैयार है, कृष्णा को प्रसाद चढ़ाने के बाद सभी को प्रसाद दीजिये और आप भी खाइये। धनिये की बर्फी को 15 दिन तक फ्रिज से बाहर रख कर खाया जा सकता है।
और अंत में भगवान श्री कृष्ण जी को माखन मिश्री का भोग लगाना तो बिलकुल ना भूलें। आप बाजार में मिलने वाले सफेद मक्खन जो विशेषकर डेयरी पर मिलता है प्रयोग कर सकती हैं। कहा जाता है कि माखन मिश्री का भोग गोपाल जी को 56 भोगों से भी प्रिय होता है। सिर्फ इस एक भोग से वैकुंठनाथ सबसे ज्यादा प्रसन्न हो जाते हैं।
सामग्री:
माखन बनाने की विधि (Makhan Mishri Bhog: Janmastami Prasad)
दूध को अच्छी तरह से गर्म कर उसमें एक चम्मच जामन (दही) डाल दें। रात भर इसे इसी तरह ढंक कर फ्रिज से बाहर ही रख दें। सुबह तक दही अपने आप जम जाएगा।
जमे हुए दही को 2 से 3 घंटे तक फ्रिज में रख दें। अब इस दही को मिक्सी में डालकर ऊपर से बर्फ के कुछ टुकड़े डालकर चला लें। इससे मक्खन और मट्ठा अलग अलग हो जाएगा।
अब आप एक चम्मच की मदद से मक्खन को निकाल लीजिएं। मक्खन को एक कटोरी में रखकर इसमें तुलसी एक पत्ते तोड़कर और मिश्री अच्छे से मिला लें। आपका जन्माष्टमी पर कान्हा को लगाने के लिए माखन मिश्री का भोग तैयार है।
माखन मिश्री का भोग बनाने का एक और तरीका है। लेकिन इसके लिए आपको दूध की मलाई को कम से सात आठ से अलग निकालकर फ्रीज में रखना होगा। दूध उबालने के बाद उसके ऊपर मलाई की परत जमती है जो आसानी से चम्मच से इकठ्ठा कर सकते हैं।
सामग्री :
250 ग्राम मलाई, 100 ग्राम मिश्री
विधि :
जमी हुई मलाई को मिक्सी के जार में फेंटकर सफेद मक्खन निकाल लें। अब एक कटोरी में मिश्री और माखन को मिला लें और फ्रिज में रख दें। पूजा के समय लड्डू गोपाल जी को माखन मिश्री का भोग लगायें।
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