जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल को लगा सकती हैं आप इन प्रसादों का भोग (रेसिपी सहित)

जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल को लगा सकती हैं आप इन प्रसादों का भोग (रेसिपी सहित)

जन्माष्टमी का त्यौहार हिन्दू समाज का बड़ा मुख्य पर्व माना जाता है। ये त्यौहार हिन्दू मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु के आठवें अवतार, कृष्ण के जन्मदिन पर मनाया जाता है। इस दिन लोग व्रत रखते हैं जो बहुत ही पावन माना जाता है और कई जगह जन्माष्टमी के व्रत को व्रतराज भी कहा जाता है।

व्रत के बारे में तो हम सब जानते ही हैं, आज हमारे साथ हमारी साथी सपना सेंगर जी ने कुछ प्रसाद रेसिपीज शेयर की हैं जिसे हम आपके साथ साझा करना चाहेंगे। हम सब जानते हैं कि कोई भी भारतीय पर्व बिना मिठाइयों के पूरा नहीं होता है। जन्माष्टमी के दिन भी भगवान कृष्ण के प्रसाद के लिए अलग-अलग तरह के पकवान बनाते हैं। बांकेबिहारी जी को जन्माष्टमी के दिन लगाए जाने वाले मुख्य प्रसाद (Janmashtami Prasad Recipes) निम्न हैंः

 

  • माखन मिश्री का भोग
  • पंचामृत
  • आटे की पंजीरी
  • गरी मखाने का पाग
  • नारियल धनिया की बर्फी

इसे भी पढ़ेंः भगवान श्री कृष्ण के 25 नाम व उनके अर्थ

 

जन्माष्टमी के प्रसाद की रेसिपीज (Janmashtami Prasad Recipes in Hindi)

जन्माष्टमी पर प्रसाद के लिए अनेकों मिठाइयाँ बनाई जाती है। अगर आप सोच रही हैं कि जन्माष्टमी के दिन घर पर प्रसाद कैसे बनाएं तो हाजिर है भगवान श्रीकृष्ण के लिए जन्माष्टमी के कुछ विशेष प्रसादों की रेसिपीज :

#1. पंचामृत बनाने की आसान विधि

भगवान के चरणामृत और प्रसाद के लिए पंचामृत बनाया जाता है, कई बार लोग इसकी सामग्री और विधि समझ नहीं पाते हैं। जाने क्या हैं पंचामृत की विधि (Panchamrit Banane ki Vidhi) –

सामग्री-

  • दही- 300 ग्राम (लगभग 2 कप)
  • कच्चा दूध-150 ग्राम (आधा कप)
  • चीनी- 100 ग्राम या गुड़ हो तो सर्वोत्तम
  • शहद- 2 चम्मच
  • एक चम्मच घी
  • मखाने- 8-10
  • तुलसी के पत्ते- 10-12
  • गंगा जल एक कप
  • किशमिश – 10 से 20 दाने
  • पीसी हुई इलायची (एक चौथाई चम्मच)
  • चिरौंजी- थोड़े से

 

विधि-

  • सबसे पहले दही को एक बड़े बर्तन में निकल लें। अब दही को अच्छी तरह से मथ लें यानि मिला लें।
  • अब दही में चीनी, ठंडा दूध, घी, शहद व बाकि साम्रगी डालकर अच्छे से चम्मच से मिलाएं।
  • मखाने के थोड़े छोटे-छोटे टुकड़े करते हुए मिश्रण में डाल कर मिलायें।
  • सबसे आखिरी में तुलसी के पत्ते पूरे या बारीक़ काट कर मिश्रण में मिलायें।

चरणामृत तैयार है। भारतीय मान्यता के अनुसार पंचामृत में बहुत औषधीय गुण होते हैं और ये बहुत सी बिमारियों से हमारी रक्षा करता है। याद रखें पंचामृत में गंगाजल, शहद व तुलसी के पत्तों का विशेष महत्व होता है। इसे अवश्य डालें।

janmastami-pooja

#2. आटे की पंजीरी : जन्माष्टमी का प्रसाद

आटे की पंजीरी भी जन्माष्टमी पर बनायें जाने वाले प्रसाद में से एक है। चलिए अब बनाते जन्माष्टमी प्रसाद आटे की पंजीरी (Aate ki Panjiri):

सामग्री-

  • आटा- 3 कप
  • चीनी- 1 कप
  • सूखे मेवे- ½ कप कटे हुए काजू, पिस्ता, बादाम
  • खरबूजे के बीज- 1 बड़ा चम्मच
  • घी- 4 से पांच बड़े चम्मच
  • चिरौंजी- 100 ग्राम
  • तुलसी के पत्ते- 4 से 5

विधि-

  • सबसे पहले कढाई को आंच पर गर्म कर उसमें खरबूजे के बीज डालें और सुनहरा होने पर निकाल लें।
  • उसके पश्चात सूखे मेवे डाल कर सुनहरा होने तक भूने और अलग निकाल लें।
  • अब कढाई में घी डालें और और गर्म होने पर उसमें आटा डाल दें। आटे के सुनहरा भूरा होने के बाद उसमें पिसी हुई चीनी डाल दें।
  • आखिरी में खरबूजे के बीज और मेवे डालकर सामग्री को चलायें और थोड़ी देर में उतार दें।

आटे की पंजीरी तैयार है। इसमें भगवान श्री कृष्ण के प्रिय तुलसी के पत्तों को मिलाकर भोग लगाएं। आप चाहें तो इसमें भूने हुए मखाने भी डाल सकती हैं।

इसे भी पढ़ेंः गर्भावस्था में व्रत रखते समय इन बातों का रखें ध्यान

 

#3. गरी मखाने की पाग : जन्माष्टमी प्रसाद

जन्माष्टमी पर भगवान के भोग के लिए गरी मखाने का पाग बनाया जाता है। गरी मखाने का पाग बनाने में ज्यादा समय नहीं लगता है। इसे आसानी से बनाया जा सकता है चलिए आपको बताते हैं गरी मखाने का पाग बनाने की विधि (Giri Ka Pag Banane ki Vidhi)।

सामग्री-

  • मखाने- 100 ग्राम
  • गरी या सूखा नारियल- 200 ग्राम
  • चीनी-500 ग्राम
  • घी-100 ग्राम
  • पानी- ¾ कप
  • चिरौंजीः 50 ग्राम
  • खरबूजे के बीजः 50 ग्राम
  • गोंदः 10 ग्राम
  • ड्राई फ्रूट्सः बारिक कटे हुए इच्छानुसार
  • मावाः 100 ग्राम (इच्छानुसार)
  • दूध- ⅓ कप

 

विधि-

  • कढाई में घी डालकर गरी को सुनहरा होने तक भूने और निकाल लें।
  • कढाई में घी डाल कर उसमें कटे हुए या साबुत मखाने डालें और भून कर निकाल लें।
  • कढाई में पानी और चीनी डालें , जब चीनी पूरी तरह घुल जाए तो दूध डाल दें।
  • चीनी की दो तार की चाशनी बनने तक पकायें।
  • फिर भूने हुए गरी, ड्राई फ्रूट्स और मखाने डाल कर सूखने तक पकायें।
  • जब चाशनी पूरी तरह से सुख जाए तो गैस बंद कर दें।

गरी की पाग तैयार है , सूखने पर इसे एयर टाइट डिब्बे’ में बंद करके रखें। नारियल बच्चों के लिए काफी फायदेमंद होती है तो इसे आप उन्हें भी दे सकती हैं। इसे स्नैक्स या मीठे के तौर पर दे सकती हैं लेकिन कम मात्रा में।

 

#4. नारियल धनिया की बर्फी कैसे बनाएं : जन्माष्टमी प्रसाद

बाकि सब मिठाइयों के साथ, भगवान कृष्ण को भोग लगाने के लिए बहुत से लोग नारियल धनिया की बर्फी भी बनाते हैं, ये सुनने में भले ही अटपटी लगे पर खाने में बहुत स्वाद होती है। तो देर ना करें और नीचे दी गयी विधि से इस बार ये बर्फी (Dhaniya ki Barfi-Krishna Prasad) जरुर बनायें।

सामग्री-

  • धनिया पाउडर – 1 कप
  • नारियल चूरा – 1 कप
  • चीनी – 1 कप
  • खरबूजे के बीज – 1/4 कप
  • छोटी इलाइची – 4
  • देशी घी – 2 चम्मच

विधि-

  • पैन में घी डालकर गरम कीजिये, धनिया पाउडर डालिये और मध्यम आंच पर 3-4 मिनिट, खुशबू आने तक भून लीजिये। भुना हुआ धनिया निकाल कर बाहर रखें।
  • अब खरबूजे के बीज पैन में डालिये और लगातार चलाते हुये बीज फूलने तक भून लीजिये। भुने बीज प्याले में निकाल लीजिये।
  • इलाइची को छील कर पाउडर बना लीजिये।
  • पैन में चीनी और आधा कप से थोड़ा कम पानी डालिये, चीनी घुलने के बाद चाशनी को और 2 मिनिट और पका लीजिये।
  • चाशनी में भुना धनिया पाउडर, नारियल चूरा, इलाइची पाउडर और बीज डालकर मिलाइये और मिलाते हुये तब तक पका लीजिये जब तक कि मिश्रण जमने ना लगे।
  • किसी प्लेट या ट्रे में घी लगाकर चिकना कीजिये, मिश्रण को प्लेट में एक जैसा फैला दें।
  • बर्फी जमने के बाद बर्फी को अपने मन पसन्द आकार में काट कर तैयार कर लीजिये।

धनिये की बर्फी तैयार है, कृष्णा को प्रसाद चढ़ाने के बाद सभी को प्रसाद दीजिये और आप भी खाइये। धनिये की बर्फी को 15 दिन तक फ्रिज से बाहर रख कर खाया जा सकता है।

happy-janmastami

#5. घर पर कृष्णप्रिय माखन मिश्री का भोग बनाने का तरीका 

और अंत में भगवान श्री कृष्ण जी को माखन मिश्री का भोग लगाना तो बिलकुल ना भूलें। आप बाजार में मिलने वाले सफेद मक्खन जो विशेषकर डेयरी पर मिलता है प्रयोग कर सकती हैं। कहा जाता है कि माखन मिश्री का भोग गोपाल जी को 56 भोगों से भी प्रिय होता है। सिर्फ इस एक भोग से वैकुंठनाथ सबसे ज्यादा प्रसन्न हो जाते हैं।

सामग्री:

  • दही- आधा किलो
  • मिश्री- 150 ग्राम
  • 7-8 पत्ते तुलसी के
  • बर्फ के टुकड़े

माखन बनाने की विधि (Makhan Mishri Bhog: Janmastami Prasad)

दूध को अच्छी तरह से गर्म कर उसमें एक चम्मच जामन (दही) डाल दें। रात भर इसे इसी तरह ढंक कर फ्रिज से बाहर ही रख दें। सुबह तक दही अपने आप जम जाएगा।

जमे हुए दही को 2 से 3 घंटे तक फ्रिज में रख दें। अब इस दही को मिक्सी में डालकर ऊपर से बर्फ के कुछ टुकड़े डालकर चला लें। इससे मक्खन और मट्ठा अलग अलग हो जाएगा।

अब आप एक चम्मच की मदद से मक्खन को निकाल लीजिएं। मक्खन को एक कटोरी में रखकर इसमें तुलसी एक पत्ते तोड़कर और मिश्री अच्छे से मिला लें। आपका जन्माष्टमी पर कान्हा को लगाने के लिए माखन मिश्री का भोग तैयार है।

माखन मिश्री का भोग बनाने का एक और तरीका है। लेकिन इसके लिए आपको दूध की मलाई को कम से सात आठ से अलग निकालकर फ्रीज में रखना होगा। दूध उबालने के बाद उसके ऊपर मलाई की परत जमती है जो आसानी से चम्मच से इकठ्ठा कर सकते हैं।

सामग्री :

250 ग्राम मलाई, 100 ग्राम मिश्री

विधि :

जमी हुई मलाई को मिक्सी के जार में फेंटकर सफेद मक्खन निकाल लें। अब एक कटोरी में मिश्री और माखन को मिला लें और फ्रिज में रख दें। पूजा के समय लड्डू गोपाल जी को माखन मिश्री का भोग लगायें।

इसे भी पढ़ेंः बच्चों को सिखाने जाने वाले 7 मंत्र

क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से अपने अनुभव बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माताओं के संयुक्त संगठन का हिस्सा बने। यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे।

null

null