क्या आपने अपनाया बच्चों के लिए यह डाइट प्लान

क्या आपने अपनाया बच्चों के लिए यह डाइट प्लान

बच्चों को खाना खिलाना दुनिया के सबसे मुश्किल कामों में से एक माना जाता है। पहला तो बच्चों को खाना खिलाना मुश्किल है दूसरा जो उन्हें खिलाएं वह पौष्टिक हो यह तय करना। अमूमन आपने भी देखा होगा कि जो सेहतमंद चीजें होती है वह बच्चों को नहीं लगती और जो स्वादिष्ट हो जरूरी नहीं कि वह सेहतमंद हो। अगर आप भी एक मां हैं और इस परेशानी से परेशान हैं तो चलिए जानते हैं कि आप कैसे अपने बच्चे को पोषण के साथ स्वाद का कोर भी खिला सकते हैं। बच्चों का डाइट प्लान (Indian Diet Plan for Kids in Hindi) कैसा हो जानिएं।  

डाइट प्लान फॉलो करने से पहले ध्यान दें (Instruction Before Follow Indian Diet Plan For Kids in Hindi)

बच्चों के लिए डाइट प्लान (Indian Diet Plan) फॉलो करने से पहले कुछ बातों का विशेष ख्याल रखना चाहिएः नाश्ता: सुबह-सुबह बच्चे अक्सर नाश्ते में परांठा या कोई हार्ड चीज खाने से बचते हैं तो ऐसे में आप उन्हें स्मूदी या शेक अवश्य दें और कोशिश करें कि नाश्ते के महत्त्व को समझें। इस समय आप बच्चों को सेंडविच या पोहा जैसी नरम चीजें खाने को दे सकते हैं। लंच: हर दिन लंच के साथ सलाद अवश्य दें। सलाद सिर्फ खीरे और टमाटर का ही नहीं बल्कि इसमें आप गाजर, मूली, पत्तागोभी, स्प्राउट्स, काबुली चने आदि का भी प्रयोग कर सकते हैं। डिनर: रात को सोने से एक घंटा पहले दूध देना कभी ना भूले। दूध कैल्शियम की कमी पूरा करने में सबसे अधिक कारगर होता है। अगर बच्चा दूध पीने में आनाकानी करे तो आप दूध में हर दिन कुछ अलग-अलग चीज़े मिलाकर दें जैसे कभी बोर्नवीटा, कभी काजू-बादाम और अखरोट का पावडर, कभी केसर तो कभी शहद और गुड। Also Read: Home Remedies for Cough and Cold in Hindi 

बच्चों के लिए आदर्श डाइट प्लान (Daywise Indian Diet Plan for Kids in Hindi)

तो आइयें अब जानते हैं बच्चों के लिए सैंपल इंडियन डाइट प्लान कैसा होना चाहिए? यहां यह ध्यान रखें कि अगर आप शाकाहारी हैं तो नॉनवेज के स्थान पर पनीर, टोफू या सोयाबीन का प्रयोग कर सकते हैं। इसी तरह अगर बच्चा दूध नहीं पीता है तो आप उसे स्मूदी, लस्सी, मिल्क शेक आदि दे सकती हैं। पहला दिन (First Day of Indian Diet Plan for Kids or Aahar Chart in Hindi) पहले दिन बच्चे को सुबह के नाश्ते में दूध और कोर्नफ्लेक्स के साथ होलग्रेन ब्रेड दें। दूध में थोड़े किशमिश और अन्य ड्राई फ्रूट्स भी डाले। ब्रेकफास्ट के बाद दस बजे के करीब बच्चे को एक फल या फिर थोड़े से ड्राई फ्रूट्स दें। अगर बच्चा स्कूल या प्ले स्कूल जाता है तो आप उसे लंच में एक परांठा सब्जियों में लपेट कर या ब्रेड बटर दे सकते हैं। लंच के समय बच्चे को वेज सैंडविच और स्प्रोउट सलाद बनाकर दें। हर दिन एक ही तरह के लंच से ब्रेक लेने के लिए यह अच्छा विकल्प होगा। करीब चार या पांच बजे के करीब बच्चे को फिर से एक फल या थोड़े से पॉपकोर्न दें। रात को एक रोटी, एक कटोरी दाल और पनीर की भुजिया खिलाएं। Also Read: Tips to Feed Kids in Hindi   दूसरा दिन दूसरे दिन आप अपने बच्चे को कोर्नफ्लेक्स की जगह आलू या पनीर या वेज परांठा दे सकते हैं। दही के साथ आप बच्चे को दाल दें। ठीक ब्रेकफास्ट के बाद सुबह दस बजे के करीब आप बच्चे को एक कटोरी पपीता या कोई सीजनल फ्रूट दे सकती हैं। अगर बच्चा स्कूल जाता है तो परांठे जैम या सॉस के साथ एक छोटे से टिफिन में फ्रूट काट कर दे दीजिएं। आज लंच में बच्चे को चावल अवश्य परोसे। लंच में चावल के साथ चिकन बहुत अच्छा रहता है। चिकन पचने में काफी समय लेता है इसलिए इसे दिन के समय देना ही सही होगा। लंच के करीब दो से तीन घंटे बाद आप बच्चे की पसंद का शेक या स्मूदी फुल क्रीम दूध में बनाकर दे सकते हैं। चॉकलेट शेक, मैंगो शैक या कोई भी फ्रूट को दूध में मिलाकर अच्छा सा शेक बनाएं और प्ले टाइम से पहले बच्चे को दें। डिनर में चाहे आप कुछ भी दें बस ख्याल रखें कि दाल अवश्य साथ हो। डिनर लाइट और रात आठ बजे से पहले कर लेना चाहिए। Also Read: Food Chart for 1 year Kids    तीसरा दिन ब्रेकफास्ट के रूप में तीसरे दिन आप बेसन का चीला या ऑट्स डोसा परोस सकती है इसके साथ एक गिलास स्मूदी या फ्रेश ऑरेंज जूस। टिफिन में आप बच्चे को हॉल व्हीट ब्रेड के साथ जैम या बटर दे सकती हैं। बच्चे को टिफन में आप उपमा दे सकते हैं। ध्यान दें बच्चे का टिफिन ऐसा हो जिसे वह आसानी से खोल सकें। बच्चा जब दिन में प्ले स्कूल या स्कूल से वापस आए तो लंच ऐसा दें जो वह आसानी से खा सके। लंच के बाद शाम के समय ऐसे स्नैक्स आप बना सकती हैं जो बच्चे भी स्वाद से खाएं और आप भी उसे चाय के साथ खा सकें। रात के समय बच्चों को थोड़ा हल्का ही खाना दें जैसे पनीर की सब्जी या मूंग की दाल अच्छा विकल्प रहता है।   चौथा दिन भारतीय बच्चों के इस सैंपल डाइट प्लान (Indian Diet Chart in Hindi) में आप चौथे दिन बच्चे को नाश्ते में इडली या पोहा दें। इसके साथ एक गिलास सेब या आम की स्मूदी दें। दस बजे के करीब एक वेज सैंडविच और एक गिलास अनार का जूस दीजिएं। बच्चे को अगर लंच पैक करके देना हो तो भी आप सैंडविच दे सकते हैं। आज आप अपनी सहुलियत के अनुसार बच्चे को कुछ भी लंच में दे सकती हैं क्योंकि जरूरी नहीं है कि आप कोई नियम का ही पालन करें। इस दिन अगर मन करे तो थोडा नमकीन चावल, कढी या बाजरे की रोटी जैसी चीज दें सकती हैं। आज रात का खाना भी जरा सिंपल रखें। दलिया, खिचड़ी या मिक्स परांठे आज ट्राई किए जा सकते हैं।   इन्हें भी अवश्य पढ़ेंः  दो  साल के बच्चों के लिए डाइट प्लान  छह  माह के बच्चों के लिए डाइट चार्ट  तीन साल के बच्चों के लिए डाइट प्लान    पांचवा दिन पांचवे दिन नाश्ते को पारंपरिक रखे। इस दिन परांठे या पोहा खिलाएं। आज आप नाश्ते के बाद या बच्चे को टिफन में ब्रेड जैम दें। मिक्स फ्रूट जैम अन्य जैमों से बेहतर होता है। लंच में बच्चे को आप उसकी पसंद की मीठाई या मीठी दही दे सकती हैं। दही के साथ गुड़ अक्सर बच्चों को बेहद पसंद आता है। लंच के बाद बच्चों को खुश करने के लिए काठी रोल या घर पर बना बर्गर दे सकती हैं। इस दिन बच्चे को आप अगर कुछ बाहर का भी देना चाहें तो दें लेकिन कम मात्रा में।   छठा दिन अब क्योंकि पांचवे दिन आपने बच्चे को बहुत सारी कैलोरीज दी है तो आज का खाना थोड़ा लाइट होगा। आज नाश्ते में दलिए की खीर या इडली दे सकती हैं। स्नैक्स के तौर पर आज फ्रूट चाट या स्प्राउट्स पर भरोसा करें। आज का लंच और डिनर भी लाइट रखें। लंच में दही चावल या खिचड़ी चावल दे सकती हैं। डिनर में चिकन सूप या अंडे का चाट बनाकर दे सकती हैं।   सातवाँ दिन आज बच्चे को प्रोटीन युक्त आहार देने की कोशिश करें। सुबह अंडे के परांठे या पनीर की भूजिया दे सकती हैं। लंच में मिक्स दाल के साथ रोटी दे सकती हैं। डिनर में चिकन सूप या रोस्टेड चिकन दिया जा सकता है। यहां यह अवश्य ध्यान दें कि यह आहार चार्ट (Aahar Chart for Kids) या फूड चार्ट केवल एक सैंपल यानि नमूना है जिसे आप अपने अनुसार बदल सकती हैं। बच्चे को आप अपने घर के अनुसार कुछ भी खिला सकती हैं।   कुछ विशेष टिप्स (Points to Follow Indian Diet Plan for Kids in Hindi)
  • बच्चों के लिए रोटी बनाते समय आप उसमें थोड़ा दूध या घी अवश्य मिलाएं। इससे रोटी नरम रहती है।
  • चिकन या मटन जैसी हैवी चीजें बच्चे को दिन के समय ही देनी चाहिए।
  • अगर बच्चा दूध नहीं पीता तो जिद ना करें बल्कि दूध के साथ अपनी क्रिएटिविटि दिखाएं।
  • कोशिश करें कि बच्चे कभी भी ब्रेकफास्ट स्किप ना करें।
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