आजकल एकल परिवार जिसमें माता-पिता दोनों नौकरी करने वाले होते हैं, वे ज्यादातर छोटा परिवार जिसमें एक ही बच्चा हो, चाहते हैं। जैसे ही महिला गर्भवती होती है कुछ समय के लिए उसका कैरियर रुक जाता है। कुछ महिलाएं अपनी जॉब भी छोड़ देती हैं जिससे कभी कभार उनके परिवार में आर्थिक तनाव भी आ जाता है।
अगर आप दो बच्चे पैदा करने का निर्णय लेती हैं तब आपको अपना कैरियर एक बार नहीं बल्कि दो बार छोड़ना पड़ता है। अगर आपको दो बच्चे होते हैं तो आपका खर्चा भी दुगुना हो जाता है जिससे माता-पिता के सिर पर काफी तनाव आ जाता है। तो आइए जानते हैं जीवन में भाई-बहन होने के फायदे (Jeevan Mein Bhai Behan Hone ke Fayde)।
इसे भी पढ़ेंः गर्भ में अपने शिशु को फील करने के 10 मजेदार तरीके
“जब आपका एक बच्चा होता है, तब आप उसके माता-पिता होते हैं परंतु जब आपके दो बच्चे होते हैं तब आप उसके रेफरी होते हैं।”
यह बात पूर्ण रूप से सही नहीं है। छोटे भाई या बहन को जब अपने बड़े भाई या बहन के कपड़े या किताब लेने पड़ते हैं तब उनको बुरा भी लग सकता है और वे उनसे जलन महसूस करने लगते हैं। भाई-बहनों के बीच जलन होना एक आम भावना है।
अगर आप एक बच्चे के पेरेंट्स है तो आपको इस दुविधा का कभी सामना नहीं करना पड़ेगा जिसमें आपको अपने दूसरे बच्चों को समझाना पड़े कि आप उनसे ज्यादा प्यार करती है या उनसे उतना ही प्यार करती है जितना अपने बड़े बच्चे से करती हैं।
कभी-कभी दो बच्चों के बीच में समानता बनाकर चलना मुश्किल हो जाता है। कभी-कभी एक बच्चे पर दूसरे बच्चे के मुकाबले ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है और यही वह समय होता है जब आपका दूसरा बच्चा अपने आप को अपेक्षित महसूस करता है।
इसे भी पढ़ेंः बच्चों के जीवन में दादा-दादी का महत्त्व
उन्हें ऐसा लगता है कि परिवार में उनकी जरूरत खत्म हो गई है। चूँकि हर बच्चा अलग होता है व हर बच्चे में अलग-अलग गुण होते हैं। ऐसे में एक बच्चा अपने आपको दूसरे से छोटा समझने लगता है। कई माता-पिताओं को तो दो-दो बच्चों को संभालना बहुत ही मुश्किल काम लगता है ।
परंतु क्या यह सही है कि आप हमेशा छोटे परिवार में ही रहे। अगर आपका एक ही बच्चा है तो बेशक आप उसे ज्यादा सुविधा देंगे परंतु वह छोटे भाई या बहन के प्यार से हमेशा के लिए वंचित रह जाएगा।
भाई बहन में शुरुआती दौर में थोड़ी सी दिक्कत आ सकती है परंतु वे आगे चलकर एक दूसरे के अच्छे दोस्त बन जाते हैं और एक दूसरे की जिंदगी में एक अलग भूमिका निभाते हैं। आप अपने भाई-बहन से चाहे वह छोटा हो या बड़ा, ऐसी चीजें सीखते हैं जो किसी और से नहीं सीख सकते।
इसे भी पढ़ेंः बच्चों को सजा देने के दुष्प्रभाव
ऐसे बहुत सारे फैक्टर होते हैं जिनसे आप यह निर्णय कर सकते हैं कि आपको कितने बच्चे करने चाहिए। अंत में यह आपका निर्णय होगा कि आपको एक बच्चा चाहिए या एक से ज्यादा। साथ ही महिलाएं खासकर इस बात का ध्यान दें कि इसमें कुछ भी गलत या सही निर्णय नहीं होता हैं। इसलिये जो आपके परिवार के लिए सही हो वही सही निर्णय होता है।
इसे भी पढ़ेंः बच्चों की नींद से जुड़ी अहम बातें
क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से अपनी समस्याओं व अनुभवों को बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माओं के सबसे बड़े ऑनलाइन कॉम्यूनिटी से अभी जुड़ें और पाएं लाखों माओं की राय। आप यहां अपने अनुभव भी शेयर कर सकती हैं। यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे।
null
null