बच्चों को बाहर खेलने के लिए कैसे प्रोत्साहित करें

बच्चों को बाहर खेलने के लिए कैसे प्रोत्साहित करें

यह माना जाता है कि एक स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग होता है जब बच्चे खेल के मैदान में खेल रहे होते हैं तो पता चलता है कि वह बहुत खुश और एक्टिव है फिर चाहे वे अनौपचारिक रूप से खेल रहे हो, मुकाबले की भावना से या फिर सिर्फ मनोरंजन के लिए खेल रहे हो जो बच्चे खेल कूद में लगातार भाग लेते हैं वह ह्रदय रोग और हड्डियों की कमजोरी सहित कई बीमारियों से बचे रहते हैं। बच्चों के जीवन में खेलों का महत्व (importance of sports for kids) और बच्चों में खेल भावना को कैसे जगाएं यह जानने के लिए यह लेख अवश्य पढ़ें।  

बच्चों के जीवन में खेल के फायदे (Importance of Sports for Kids in Hindi)

हालांकि शिक्षा भी बहुत आवश्यक होती है लेकिन खेलना भी उतना ही आवश्यक होता हैंहर 10 में से 6 बच्चे 5 साल से 14 साल की उम्र में खेलकूद में हिस्सा लेते हैं और जैसे-जैसे वे बड़े होने लगते हैं तो इसका केवल 25% बच्चे की खेलकूद में रहते हैं और जो बच्चे इसमें हिस्सा नहीं लेते हैं वे अधिक वजन या मोटापे का शिकार हो जाते हैं इसलिए हमें बच्चों में खेल खेलने की भावना को बढ़ावा देना चाहिए ताकि बच्चे शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर ना रहे और मजबूत बनेखेल का बच्चों के ऊपर शारीरिक, सामाजिक, मनोवैज्ञानिक और शैक्षिक लाभ होता है खेल कूद और नियमित शारीरिक गतिविधि बच्चों के लिए स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है
इसे भी पढ़ेंः भूख बढ़ाने के लिए आसान घरेलू उपाय आइए जानें बच्चों के जीवन में खेलकूद के फायदों (Benefits of Sports for Kids) के बारें में: #1. मोटापे से रखें दूर खेल कूद में हिस्सा लेने से बच्चों में मोटापा का खतरा कम होता है। बच्चे जब खेल कूद से जुड़े रहते हैं तो वह अपने शरीर को लेकर भी फिक्रमंद रहते हैं। इसलिए आपको उनके मोटापे को लेकर खुद चिंतित होने की आवश्यकता नहीं रह जाती।   #2. दिल को रखे दुरुस्त खेल वजन को कंट्रोल रखने के साथ हृदय को भी स्वस्थ रखता हैं। जब बच्चे भागदौड़ करते हैं तो उनकी नसों में किसी प्रकार का अवरोध नहीं आता और जीवन में हृदय संबंधी समस्याओं से भी उन्हें दो चार नहीं होना पड़ता। स्पोर्ट्स एक ऐसा क्षेत्र है जहां आप थोड़ा समय लगाकर भी अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त कर पाते हैं।   #3. मजबूत हड्डियां खेल कूद करने से हड्डियां, मांसपेशियों, स्नायु बंधन का भी स्वस्थ विकास होता है। अगर आपका बच्चा काफी कमजोर है या उसमें कैल्शियम की कमी है तो दवाइयों के साथ उसे खेलकूद के लिए भी प्रोत्साहित करें। बच्चे जब खेलते हैं तो उनकी हड्डियां मजबूत बनती हैं और वह परिस्थितियों के अनुरूप खुद को ढालने में सक्षम बनती हैं।   #4. संपूर्ण शारीरिक विकास शरीर में बेहतर संतुलन और समन्वय बना रहता है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि मात्र पंद्रह मिनट की दौड़ या फूटबॉल जैसे खेल पूरे शरीर की हड्डियां में रक्त संचार को बढ़ा देते हैं। कई प्रकार के खेल जैसे लंबी - रस्सा कूद या लटकने से बच्चों की हाइट भी बढ़ती है।   #5. भविष्य में शारीरिक समस्याओं से मुक्ति अपने शरीर को आराम देने के लिए और मांसपेशियों के तनाव और जटिलताओं को दूर करने के लिए जैसे सिर दर्द और पीठ का दर्द को कम करने में सहायता मिलती हैं। खेल कूद और स्पोर्ट्स बच्चों को भविष्य में होने वाली शारीरिक समस्याओं से दूर रखने में मदद करते हैं।   #6. अच्छी नींद के लिए है बेहतर अगर आपका बच्चा सही से सोता नहीं है तो उसे खेल के प्रति अवश्य प्रोत्साहित करें। आउटडोर स्पोर्ट्स से बच्चों का शरीर थकता है। खेलों से बच्चों की नींद में सुधार आता हैं और उन्हें रात को अच्छी नींद आती हैं   #7. सामाजिक कौशल में सुधार खेल भावना बच्चों में एकता और टीम वर्क की भावना को प्रेरित करती है। स्पोर्ट्स बच्चों में जीतने का जज्बा पैदा करती है। यह एक ऐसी चीज है जो बच्चों को जीवन में एक अच्छा इंसान भी बनाती है। इसे भी पढ़ेंः 5 अच्छी आदतें जो बच्चों को अवश्य सिखानी चाहिए

बच्चों को खेल के लिए कैसे प्रोत्साहित करें (How to Encourage Kid to Play Outside Games in Hindi)

#1. माता-पिता अपने बच्चों को कई तरीकों से खेल कूद में हिस्सा लेना सिखा सकते हैं बड़े बच्चों को कम से कम 7 मिनट के लिए शारीरिक गतिविधियों में हिस्सा लेना चाहिए   #2. उदाहरण के द्वारा सिखाएं कि अपने आप को शारीरिक रूप से सक्रिय रखना कितना आवश्यक होता है   #3. सुनिश्चित करें कि पूरे परिवार के साथ आप बाहर भी जाए जहां आप अपने बच्चों को खेल खेलने के रूप में शारीरिक गतिविधियों के लिए अवसर प्रदान कर सकें   #4. अपने बच्चों को अपने छोटे मोटे काम करने के लिए अपनी साइकिल पर जाने के लिए कहे ना कि खुद उनको ले कर जाएं
#5. खेल में अपने बच्चों के प्रयासों का समर्थन करें व उन्हें प्रोत्साहित करें और सुनिश्चित करें कि आप अपने बच्चों के प्रत्येक खेल में वहां मौजूद हो   #6. कंप्यूटर गेम और टीवी की गतिविधियों के बारे में निर्धारित समय तय करें उन्हें 2 घंटे से ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों का प्रयोग ना करने दें   #7. आप अपने बच्चों में खेल की भावना को बढ़ाने के लिए उसके स्कूल में भी जाकर वहां शिक्षकों से बातचीत करें  

बच्चों को खेल कूद और बाहर खेलने के लिए प्रोत्साहित करने के कुछ आसान कदमः

  • बच्चों के साथ शुरुआत से ही थोड़ी देर बाहर खेलने की आदत डालें।
  • अगर घर के पास पार्क ना हो तो छत पर जाकर थोड़ी देर के लिए बैडमिंटन या रस्सा कूद खेल सकते हैं।
  • घर के पास पार्क है तो हर दिन या कम से कम सप्ताह में एक दिन अवश्य वहां जाएं और कुछ खेलें।
  • बच्चों को स्पोर्ट्स पर्सनालिटीज के बारें में बताएं जैसे सानिया मिर्जा, साइना नेहवाल, हिमा दास, विराट कोहली आदि।
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