क्या आपका बच्चा जो खाना खा रहा है वह खाना उसे पच नहीं रहा है? क्या आप भी यह सोच रही हैं कि इस समस्या से कैसे निजात पाई जाए और आपके बच्चे के पाचन तंत्र को कैसे सही किया जाए? छोटे बच्चों को कई तरह की समस्या होती है जैसे कि गैस ,दस्त, सुजन और कब्ज की समस्या। यह समस्याएं होने का मुख्य कारण है अस्वस्थ खाना खाने की आदत, बिल्कुल भी व्यायाम ना करना और बाहरी खेल में कम रुचि।
हमारा पाचन तंत्र मुख्यतया तब खराब होता है जब हम खाना खाते समय उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में नहीं खाते और हमारा शरीर उसे सही से पचा नहीं पाता। इसी कारण वश हमारे शरीर को उस खाने से कोई पोषक तत्व नहीं प्राप्त होते और हमारा शरीर भी ऊर्जा रहित हो जाता है। परंतु हम इस समस्या को सही कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि अगर बच्चों का पेट बार बार खराब होता है तो क्या करें (Bachhon ka Pet Khrab ho to kya kare)?
(Digestive System of Human Body)
इस लेख में आगे बढ़ने से पहले आपका यह जानना बहुत जरूरी है कि आखिर पाचन तंत्र होता क्या है? पाचन तंत्र वह क्रिया है जब हम कुछ भी खाना खाते हैं, उसे सही रूप से हमारे शरीर में पहुंचाने का काम पाचन तंत्र करता है।
पाचन तंत्र (Pachan Tantra) हमारे भोजन को ऊर्जा में बदलकर हमारे शरीर को शक्ति और पोषण देता है जिससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनती है और हम रोगों से दूर रहते हैं।
अगर हमारा पाचन तंत्र ही खराब हो जाए तो हम जो कुछ भी खाते हैं, उसे सही ढंग से पचा नहीं पाएंगे। जिस कारण हमारे शरीर को जरूरी विटामिन और पोषक तत्व नहीं मिल पाएंगे। फल स्वरुप हमारा शरीर बीमारियों से भर जाता है और इसके कारण धीरे-धीरे हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली भी काम करना बंद कर देती है।
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पाचन तंत्र हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है। यह हमारे भोजन को पचाता है और इससे हमारे शरीर को पौष्टिक तत्व प्राप्त होते हैं। इसलिए पाचन तंत्र का हमेशा सही रहना बहुत जरूरी होता है। आइए जानते हैं बच्चों का पाचन तंत्र कैसे सही रखें:
डिब्बाबंद खाना, गैस वाले ड्रिंक्स, तला फला हुआ खाना आदि यह सब बच्चों की सेहत के लिए हानिकारक होते हैं। उनका यह सब खाने का बहुत मन करता है लेकिन हमें उन्हें यह सब ज्यादा नहीं खाने देना चाहिए।
ताकि उनका पाचन तंत्र और प्रतिरक्षा प्रणाली बिल्कुल स्वस्थ बनी रहे। इस तरह के खाने में बहुत सारे हानिकारक पदार्थ होते हैं जैसे ट्रांस फैट, प्रिजर्वेटिव, फ्लेवरिंग एजेंट्स, आर्टिफिशियल कलर और बहुत सारी चीज है जो आपकी पाचन शक्ति को कमजोर करती है।
अध्ययनो से यह पता चला है कि जो बच्चे ज्यादा मीठा और जंक फूड खाते हैं उनमें कोलेस्ट्रॉल ज्यादा होने के कारण आगे चलकर हृदय रोग का खतरा ज्यादा बना रहता है।
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यह जरूरी है कि हम बच्चों की रोजाना की डाइट में प्रोबायोटिक सप्लीमेंट को भी मिलाएं जिससे उनकी सेहत सही रहे और पाचन तंत्र भी मजबूत बना रहे। प्रोबायोटिक ड्रीक्स और सप्लीमेंट से बच्चों की छोटी मोटी बीमारियों से भी निजात पाई जा सकती है।
छोटे बच्चों की बहुत आदत होती है कि जब वह कुछ भी खाना खाते हैं तो बीच-बीच में पानी बहुत पीते हैं जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। खाना और पानी साथ पीने से हमारे पाचन तंत्र को खाना पचाने में अड़चन आती है और वह धीमा हो जाता है।
इसलिए जितना हो सके आप अपने बच्चे को खाना खाते समय पानी पीने से रोके। आप अपने बच्चों को खाना खाने से 20 मिनट पहले पानी पिला दे और खाना खाने के आधे घंटे बाद ही पानी पिलाएं।
आपको अपने बच्चे के भारी खाना खाने पर रोक लगानी होगी जैसे की चीज, मक्खन, मीट आदि। यह आहार बच्चों को पचाने में थोड़े मुश्किल भरे होते हैं। इसलिए आप जितना हो सके उतना अपने बच्चों को इसका सेवन कम कराए।
सप्ताह में कम से कम 3 दिन तो आप अपने बच्चों को शाकाहारी और हल्का खाना खिलाए जिसमें फल और सब्जियां शामिल हो। इससे आपके बच्चे के पेट को आराम मिलेगा और उसकी डाइट भी बैलेंस होगी।
आपके बच्चे अक्सर खाना खाते समय या तो कुछ पढ़ने लग जाते हैं या कोई खेल खेलने लग जाते हैं या फिर टीवी देखने लग जाते हैं। उनका ध्यान खाने की तरह बहुत कम होता है। जिससे बच्चों को जंक फूड, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स और मीठी चीज आदि खाने की आदत लग जाती है जो कि सही नहीं है।
अपने बच्चे का पाचन तंत्र सही करने के लिए सबसे पहले ध्यान दें कि आपका बच्चा खा क्या रहा है और उसका खाने पर पूरा ध्यान होना चाहिए। उस समय वह कोई दूसरा काम ना करें। जब आप अपने बच्चे को खाना खिला रही हो तब आप फोन, किताबें और टीवी से अपने बच्चे को दूर रख कर ही खाना खिलाए।
आप अपने बच्चे को कहे कि वह खाना निगले नहीं बल्कि अच्छी तरह से चबा-चबा कर उसे खाएं। यदि आप भी अपने बच्चे के साथ ही खाना खा रहे है तो वह और अच्छे से खाना खाएंगे।
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आप अपने बच्चों को बाहर खेलने से ना रोके। अक्सर माएं अपने बच्चों को बाहर खेलने से रोकती है क्योंकि उन्हें डर रहता है कि वह बाहर जाकर मिट्टी में गंदे हो जाएंगे। इसलिये आप इतना ना सोचे और उन्हें बाहर खेलने जरूर जाने दे।
बच्चे जब बाहर खेलते हैं तब वे उन सूक्ष्म कणों के संपर्क में आते हैं जो उनके स्वास्थ्य को संतुलन में रखते हैं और यदि आप अपने बच्चों को बाहर जाने से रोकेंगे तो यह उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर डालेगा।
परंतु आप इस बात का खास का खास ध्यान रखें कि जब भी आपके बच्चे बाहर से खेल कर आए तभी अपने हाथ और पैरों को अच्छी तरह से धो लें।
कुछ ऐसे खाने होते हैं जिनमें अनेक गुण होते हैं और वह पेट को साफ और स्वस्थ रखते हैं। इनमें फाइबर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है।
यह आपके बच्चे के पेट में स्वस्थ बैक्टीरिया को बनाए रखने में मदद करते हैं और पाचन तंत्र को सही रखते हैं और साथ ही कब्ज होने से भी बचाते हैं। आप खाना खाने के बाद अपने बच्चों के पास बैठे और उनसे बातें करें। यह खाना पचाने का एक अच्छा तरीका है।
सही समय पर भोजन करना अच्छी सेहत की निशानी होती है। सुबह के नाश्ते से लेकर रात के खाने तक आप अपने बच्चों का खाना खाने का समय निश्चित कर ले क्योंकि इससे बच्चों का शरीर प्रतिदिन की दिनचर्या के हिसाब से खुद को ढाल लेता है।
अगर हम कभी एक घंटा पहले या कभी एक घंटा लेट खाना खाते हैं तो हमारा भोजन अनियमित हो जाएगा जिससे आपके बच्चे के पाचन तंत्र में गड़बड़ हो जाएगी। इसलिए आप अपने बच्चे को सही समय पर, सही भोजन और सही मात्रा में ही कराएं।
नींद का हमारी शरीर से बहुत गहरा नाता होता है। जिस तरह हमारे लिए भोजन करना जरूरी है, ठीक उसी तरह हमारे लिए नींद भी जरूरी है। बिना अच्छी नींद के अच्छे स्वास्थ्य की कल्पना करना भी मुश्किल है।
इसलिए आप अपने बच्चों को रोजाना सही समय पर रात को जल्दी सुला दें और सुबह समय पर ही उठाएं। आप उन्हें सुबह देर तक भी ना सोने दे और दोपहर में भी उसको थोड़ी देर के लिए आराम करने दें। यह भी आपके बच्चे की पाचन तंत्र प्रणाली को मजबूत बनाता है और उसे स्वस्थ रखता है।
कुछ मां ऐसी होती हैं जो काम की अधिकता होने के कारण बच्चों को जब भूख लगती है, तो उस समय उन्हें खाना नहीं देती है या बच्चे भी कई बार खेलते-खेलते खाना खाना भूल जाते हैं जो कि पाचन तंत्र के लिए बिल्कुल सही नहीं है।
जब वे खाना खाते हैं तब भूख ज्यादा लगने के कारण वे ज्यादा खा लेते हैं, यह भी सही नहीं है। इसलिए आप अपने बच्चों की पाचन प्रणाली को स्वस्थ रखने के लिए उन्हें सही समय पर व सही मात्रा में खाना खिलाए।
आप इन तरीकों को अपनाकर अपने बच्चे की खाने की आदत को सुधार सकते हैं, जिससे उसका पाचन तंत्र बिल्कुल सही रहेगा और इससे आपके बच्चे में गैस, दस्त, कब्ज और पेट के सूजन की समस्या भी खत्म हो जाएगी। परंतु फिर भी यदि समस्या कम ना हो तो आप डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
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