जब आप एक मां बन जाती है तो आपके मन में बहुत से प्रश्न उठते होंगे कि आप अपनी नन्ही सी जान का ख्याल कैसे रख पाएंगी। इसी में आता है शिशु को पकड़ना व उसे उठाना। शिशु को पकड़ना कोई आसान कार्य नहीं है क्योंकि वे बहुत ही नाजुक व कोमल होते हैं।
इसलिए अपने शिशु को उठाते समय आपके मन में भी चिंता का होना स्वाभाविक है परंतु अगर आप यह सीख जाए कि शिशु को कैसे उठाना चाहिए तो यह चिंता भी आसानी से दूर हो जाती है। आपको अपने शिशु को इस तरह से समझना होगा कि जिससे वे आपकी पकड़ में सुरक्षित व आरामदायक महसूस कर सके। तो आइए कुछ स्टेप्स में जानते हैं कि नवजात शिशु को किस तरह से पकड़ना (how to hold a baby) चाहिए।
आप अपने बच्चे को गोद में उठाने से पहले नीचे दी गई कुछ बातों का अवश्य ध्यान रखें:
नवजात शिशु की प्रतिरक्षा प्रणाली पूरी तरह से विकसित नहीं होती है और ऐसे में गंदे हाथों के कारण कई तरह के कीटाणु व बैक्टीरिया से संक्रमण होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने शिशु को गोद में उठाने से पहले अपने हाथों को अच्छे से धो ले। आप चाहे तो इसके लिए सैनिटाइजर का भी इस्तेमाल कर सकती है। यदि आपके घर में मेहमान आए हैं और शिशु को उठाना चाहते हैं तो उन्हें भी पहले हाथ धोने को कहें या सैनिटाइजर दे।
इसे भी पढ़ेंः नवजात बच्चों की गैस दूर करने के उपाय
अपने शिशु को उठाने के लिए आपका सहज होना अति आवश्यक है। अपने आप को पूरी तरह से तैयार कर ले ताकि आप शिशु को पकड़ने में कोई गलती ना करें। साथ ही आपको अपनी पकड़ पर भी पूरा विश्वास होना चाहिए। अगर आपने अपने हाथ में कोई घड़ी पहन रखी है या आपके कपड़े में कोई ऐसी चीज है जो शिशु को चुभ सकती है तो उसे पहले ही उतार दे। अपने शिशु को पहली बार उठाने में आपको शायद थोड़ा डर लग सकता है लेकिन समय के साथ आप इसमें माहिर हो जाएंगे।
अगर आप पहली बार माता-पिता बने हो तो आपको शिशु को गोद में उठाने का अनुभव कम होगा। ऐसे में सबसे अच्छा होगा कि आप अपने बच्चे को गोद में उठाने के बाद एक आरामदायक स्थिति चुने जिसमें बच्चा सुरक्षित महसूस करें।
बच्चों की गर्दन बहुत नाजुक होती है और उनका अपनी गर्दन की मांसपेशियों पर कोई नियंत्रण नहीं होता है। इसलिए जरूरी है कि आप पकड़ते समय उनकी गर्दन और सिर को पूरा सहारा दे। शिशु को उठाते समय आप अपना एक हाथ उसके सिर के पीछे अवश्य रखे जिससे उनकी गर्दन व सिर को सहारा मिल सके। सिर को पकड़ते समय आप अपनी पकड़ ज्यादा मजबूत भी ना रखें क्योंकि शिशु का सिर बहुत कोमल होता है। इसलिए उसका सिर नरम हाथों से ही पकड़े।
शिशु को उठाते समय आप अपना एक हाथ उसके सिर के थोड़ा नीचे और दूसरा हाथ उनको ऊपर उठाते समय पीठ के पास रखें। हमेशा शिशु के सिर को सहारा दे। जब भी आप उसे उठाती है या पकड़ती है तो उसके सिर को कभी भी ना छोड़े क्योंकि इससे उनकी गर्दन में झटका लग सकता है।
इसे भी पढ़ेंः बच्चों के कान को साफ रखने के उपाय
यह शिशु को पकड़ने का सबसे सरल और अच्छा तरीका माना जाता है। आप शिशु को अपनी छाती के पर रखें और अपने हाथ उसके नीचे की ओर और गर्दन को सहारा देते हुए रखे। शिशु का सिर को अपनी कोहनी की तरफ रखें। उनके सिर को सहारा देते हुए आप अपना हाथ उनके नीचे की तरफ रखें। अब आप अपने दूसरे हाथ से कुछ दूसरा काम भी कर सकेंगे।
आप शिशु के शरीर को अपने समानांतर रखते हुए उनके सिर को अपने कंधे पर रखे। उनके सिर को अपनी छाती या कंधे पर रखें। आप अपना एक हाथ उनके सिर और गर्दन पर रखे और दूसरा हाथ नीचे रखकर सहारा दे। इससे शिशु को आप के दिल की धड़कन भी सुनाई देगी।
#3. पेट से पकड़ें
अपने शिशु को पेट के बल लिटाकर उसके नीचे समानांतर अपना हाथ रखें और उनका सिर अपनी कोहनी की तरफ रखें और उनके पैर आपके हाथ के दोनों तरफ हो। इस स्थिति में बच्चे को तब उठाये जब उसके पेट में गैस बन रही हो। आप शिशु की पीठ पर हल्के हाथो से थपकी देकर या हाथ फेरकर गैस निकल दे।
अगर आप बच्चे को पहली बार उठा रहे हैं तो सबसे पहले आप एक कुर्सी पर बैठ जाएं फिर अपने शिशु को गोद में रखे। उनका सिर आपके घुटनों पर और चेहरा ऊपर की तरफ रखें। आप उनको सहारा देते हुए उसके सिर को ऊपर उठाएं और अपनी बाहें उसके नीचे ही रखे।
आप शिशु को पकड़ते समय उनकी प्रतिक्रिया पर भी ध्यान दीजिए। अगर वह रो रहा है तो आपको कोई दूसरी स्थिति में उसे उठाना चाहिए और देखें कि क्या वह रोना बंद कर देता है।
इसे भी पढ़ेंः नवजात बच्चों की गैस दूर करने के उपाय
क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से अपने अनुभव बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माताओं के संयुक्त संगठन का हिस्सा बने। यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे।
null
null