बात अगर घर की सजावट करने की है तो यह इतना ज्यादा मुश्किल काम नहीं है। मगर जब बात बच्चों के कमरे को सजाने की आती है तब उस समय बहुत सी बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। छोटा बच्चा अपने कमरे में सारा दिन उठता बैठता है, खेलता है, सोता हैं और इन्हीं सब कारणों से वह अपने कमरे में बहुत समय व्यतीत करता है।
इस कारण बच्चों का अपने कमरे से बहुत प्यार होता है व इसका उन पर बहुत प्रभाव भी पड़ता है। आपको अपने बच्चे का कमरा सजाने के लिए महंगे सामान का ही प्रयोग करने की आवश्यकता नहीं है। आप कम बजट में भी बच्चों का कमरा अच्छे से सजा सकती है।
परंतु आप इस बात का ध्यान रखें कि आप बच्चों का कमरा उनकी पसंद के मुताबिक व उनकी उम्र को ध्यान में रखते हुए सजाए क्योंकि सब बच्चों की अलग-अलग पसंद होती है। तो आइए जानते हैं बच्चों का कमरा सजाते समय आपको किन-किन बातों (Interior Design Tips for Kids Room in Hindi) का ध्यान रखना आवश्यक है।
माता-पिता को बच्चों का कमरा सजाते समय छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है जैसे कि उनका कमरा आरामदायक और हवादार हो, बच्चों का बिस्तर ज्यादा ऊंचा ना हो, कमरे में खुली जगह हो ताकि बच्चा आराम से खेल सके, कमरा रंग-बिरंगा और सकारात्मकता से भरा हो।
इन सब बातों के अलावा उनके कमरे में कोई अच्छी सीख भी हो जो उनकी बढ़ती उम्र के लिए बहुत आवश्यक है। यहां हम आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं जो आपका अपने बच्चे के कमरे को सजाते समय ध्यान में रखनी चाहिए।
बच्चों का कमरा उनके लिए बहुत खास होता हैं। कमरे की सजावट बच्चों के विकास पर भी असर डालती है। इसलिए आप उनका कमरा सजाते समय उनकी पसंद व नापसंद का पूरा-पूरा ध्यान रखें।
आप उसकी उम्र के हिसाब से उसको कौन सा रंग पसंद है, कौन सा कार्टून पसंद है, उसके खेल और पुस्तकें या उसे कोई अन्य चीज का शौक है, उसका भी पूरा-पूरा ध्यान रखें। यह सब बातें आप पहले ही नोट करके रख ले।
बच्चों का कमरा रंग बिरंगा रखे। उनके कमरे में लाल, नीला या भूरा आदि कोई भी रंग उसकी पसंद का करवाएं। अगर दीवारों पर रंग बच्चों की पसंद का है तो यह उन्हें बहुत अच्छा लगेगा और वे बहुत खुश भी होंगे।
अगर आप बच्चों का कमरा सुंदर और खुशनुमा बनाते हैं तो उनका मन कमरे में लगेगा और वे वहां अच्छा समय व्यतीत कर पाएंगे। जहां तक हो सके आप कमरे में अलग-अलग रंग करें व अलग-अलग रंगों की चीजें लगाये।
इसे भी पढ़ेंः बच्चों की देखरेख में ना बरतें यह असावधानियां
आप बच्चों के कमरे में जरूरत से ज्यादा सामान ना रखें। जिस सामान की बच्चों को जरूरत ना हो वह सामान उनके कमरे से हटा दे। अगर कमरे में सामान ज्यादा होगा तो सामान इधर-उधर बिखरेगा। इससे आपके बच्चे को खेलने में दिक्कत महसूस होगी और उसे इसकी वजह से चोट भी लग सकती है।
जरुरत से ज्यादा सामान से कमरे में सफाई भी नहीं होगी। इससे बच्चे बीमार भी पड़ सकते हैं। ज्यादा भरा-भरा कमरे में उसका मन भी नहीं लगेगा। इसलिए बच्चों का कमरा सजाते समय इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि उसके कमरे में पर्याप्त स्थान हो ताकि वह कमरे में खिलौने और किताबों को आराम से फैला कर खेल सके जिससे उसका मन भी लगा रहे।
इसके अलावा अगर उसके दोस्त भी खेलने के लिए आते हैं तो वे भी कमरे में आराम से खेल सके। कमरे की साफ सफाई का भी अच्छे से ध्यान रखें ताकि वह बीमार ना पड़े। खिलौने भी ऐसे स्थान पर रखें कि बच्चे की पहुंच में हो।
बच्चों का कमरा सजाने का सबसे अच्छा तरीका वहां आर्ट गैलरी का होना भी हो सकता है। कुछ बच्चों को पेंटिंग करना बहुत पसंद होता है तो वह आर्ट गैलरी आपके बच्चे की रुचि को और बढ़ा देगी। आप बच्चे के कमरे में मिनी आर्ट गैलरी और कुछ तस्वीरें भी लगा सकती हैं।
आप दीवारों पर उनकी पसंद के कार्टून, जानवरों व पेड़ों के चित्र लगा सकती है। आप चाहे तो आपके द्वारा बनाए गए क्राफ्ट या बच्चों द्वारा बनाई गई कोई ड्राइंग, पेंटिंग या कोई ग्रीटिंग आदि भी दीवारों पर लगा सकती हैं।
बच्चा भी आर्ट गैलरी में अपनी कला को निखार सकता है। यह सब देख कर वह खुश होने के साथ-साथ उसमें सकारात्मक भी उत्पन्न होती है। इससे आपके बच्चे का कमरा कम बजट में बड़ा ही सुंदर और आकर्षक लगेगा।
इसे भी पढ़ेंः गुस्सा होने से रोकने के लिए 10 टिप्स
आप बच्चों के कमरे को कलरफुल और मनमोहक बनाने के साथ-साथ शिक्षाप्रद भी बना सकते हैं। आप उनके कमरे की दीवारों पर कुछ अच्छी व शिक्षाप्रद कहावतें लिखे जो उनके बार-बार पढ़ने में आए और उनके मन में यह सटीक बैठ जाए।
इसके लिए आप सिर्फ लिखने का ही नहीं, चित्रकारी का भी सहारा ले सकती है। अच्छी सीख उनके विकास में सहायता करेगी और उनके जीवन भर काम भी आएगी।
बच्चों के कमरे को सजाने के लिए वॉलपेपर एक सबसे सरल उपाय है क्योंकि इसमें ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ती है। यदि बच्चा बोर हो जाए तो आप वॉलपेपर को बदल भी सकती हैं।
इसलिए आप बच्चों का कमरा सजाने के लिए वॉलपेपर का भी सहारा अवश्य लें। किसी एक दीवार पर बच्चे की पसंद की सीनरी या बच्चे की स्पेशल फोटोग्राफी लगाई जा सकती है।
बच्चों का कमरा सजाते समय आपको रोशनी का पूरा-पूरा ध्यान रखना चाहिए। रोशनी ना ही ज्यादा और ना ही कम हो क्योंकि ज्यादा रोशनी बच्चों को परेशान करती है और कम रोशनी आंखों पर असर डालती है। बच्चों के कमरे में हमेशा अच्छी और हल्की रोशनी हो ताकि कमरे की खूबसूरती में चार चांद लग जाए।
बच्चों के कमरे में सूर्य की किरण का भी आगमन होना चाहिए। कमरे में खिड़कियां भी होनी चाहिए। इसके साथ ही वह खुला और हवादार होना चाहिए।
बच्चों के कमरे में एक छोटी टेबल भी होनी चाहिए ताकि उस पर अपनी स्कूल की किताबों के साथ-साथ अन्य किताबें भी वहां रख सके। कमरे में कुछ ड्रॉयर्स ऐसे बनवाए जहां उनका हाथ आसानी से पहुंच जाए और वे अपने आप अपने खिलौने, कपड़े, किताबें जमा कर सके व उन्हें निकाल सके।
बच्चों के कमरे में पर्दे और चादर उनकी उम्र के हिसाब से होने चाहिए। जैसे उसकी पसंद का कोई कार्टून के आप पर्दे या चादर खरीदे। वे ज्यादा गहरे रंग के या ज्यादा हल्के रंग के भी ना हो।
इसके अलावा पर्दे ज्यादा भारी भी ना हो। बच्चों के कमरे में ज्यादा कीमती और ज्यादा भारी पर्दे ना लगवाएं। इसके अलावा बच्चों के कमरे में कोई अन्य पर्दे लगाने की बजाए कॉटन के साधारण पर्दो का चयन करें।
इसे भी पढ़ेंः बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाने के 7 टिप्स
बच्चों का बेड का बिस्तर बहुत ही सोच-समझकर लगवाना चाहिए क्योंकि अगर बेड ज्यादा ऊंचा है तो बच्चे इससे गिरकर चोट खा सकते हैं। कमरे में जगह कम हो और बेड बड़ा हो तो भी बच्चों को अच्छा नहीं लगता है। इसलिए आप उनका बेड कमरे में जगह के हिसाब से बनवाएं।
वैसे आजकल छोटे बच्चों के लिए बाजार में काफी आकर्षक और सुंदर बेड उपलब्ध है। आप कमरे में जितनी जगह हो उसके हिसाब से ही बेड का चयन करें। बंक बेड भी एक अच्छा विकल्प है। ऐसा बेड चुने जिसमें स्टोरेज की सुविधा हो ताकि उसमें बच्चों का काफी सामान आ जाए और कमरा भी बिखरा हुआ ना लगे। बेड खरीदते समय इस बात का भी ध्यान रखें कि उसके किनारे नुकीले ना हो क्योंकि इससे बच्चों को चोट लग सकती है।
बच्चों के कमरे की सजावट के साथ-साथ कुछ खास सावधानियां बरतें जो आपके बच्चे की सुरक्षा के लिए बहुत आवश्यक है। आइए जानते हैं:
सबसे जरूरी बात बच्चों पर अपनी पसंद ना थोपे। आप उनकी पसंद के साथ-साथ सुरक्षा का भी ध्यान रखें। इसलिए बच्चों का कमरा सजाते समय आपकी काफी जिम्मेदारी बढ़ जाती है क्योंकि बच्चों की पसंद की ख्याल रखने के साथ-साथ इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है कि कमरे की सजावट सुरक्षित हो। इसलिये आप बच्चों के कमरे की सजावट सोच समझकर ही करें।
इसे भी पढ़ेंः बच्चे को कौन सी आदतें जरूर सिखाएं?
क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से अपनी समस्याओं व अनुभवों को बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माओं के सबसे बड़े ऑनलाइन कॉम्यूनिटी से अभी जुड़ें और पाएं लाखों माओं की राय। आप यहां अपने अनुभव भी शेयर कर सकती हैं। यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे।
null
null