प्रेगनेंसी में सर्दी, जुकाम कारण और बचाव और उपाय

प्रेगनेंसी में सर्दी, जुकाम कारण और बचाव और उपाय

प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं की इम्युनिटी कमजोर होना एक सामान्य बात है। ऐसे में सर्दी, जुकाम आदि बड़ी जल्दी आपको पकड़ लेता है। समय पर इसका इलाज करना भी जरूरी है नहीं तो यह अजन्मे बच्चे के लिए भी कठिनाई का कारण बन सकता है।

जाने कैसे आप प्रेगनेंसी में जुकाम और सर्दी से बच सकते हैं और कुछ घरेलू उपाय (Pregnancy Mein Cough Cold ke liye Gharelu Upay) जिनसे आप इससे आसानी से निजात पा सकते हैं।

 

प्रेगनेंसी में कैसे करें सर्दी, जुकाम से बचाव

किसी भी तरह की ट्रीटमेंट से बेहतर है कि आप अपना किसी भी बीमारी से बचाव करने की कोशिश पहले करें।

हालाँकि 100 % ये गारंटी होना संभव नहीं है कि बिलकुल भी बीमार नहीं होंगे पर फिर भी बचाव तो किया ही जा सकता है।

 

साफ-सफाई बनाए रखें

जुकाम के वायरस हमेशा हवा के जरिये ही फैलते हैं। यह न फैलें इसके लिए सबसे पहला कदम है कि आपको अपने आस-पास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना होगा।

 

हैंड सैनिटाइजर

जब आप बाहर जा रही हों, तो हमेशा अपने साथ हैंड सेनेटाइजर रखें। हो सकता है आपको कहीं हाथ धोने का मौका न मिल पाए, ऐसे में हैंड सैनिटाइजर आपके काम आ सकता है।

इसे भी पढ़ेंः प्रेगनेंसी में बुखार आने पर क्या करें

 

बीमार लोगों से रहे दूर

जैसा कि पहले भी बताया गया है कि प्रेगनेंसी के दौरान इम्युनिटी कमजोर रहती है तो ऐसे में कोशिश करें कि आप बीमार व्यक्ति के संपर्क में ना आएं क्योंकि ऐसा करने से आपके बीमार होने की संभावना ज्यादा है।

 

तनाव से दूर

तनाव समान्यत भी बहुत सी बिमारियों को बुलावा देता है, इसलिए प्रेगनेंसी के दौरान जितना ज्यादा हो सकते स्ट्रेस फ्री रहें और अपनी मनपसंद चीजें करें ताकि आपका मन खुश रहे।

 

एक्सरसाइज करें

हल्के-फुल्के व्यायाम को अपने दिन का हिस्सा बनाएं, ऐसा करने से आपका दिल और दिमाग दोनों ही दुरुस्त रहते हैं और आप बिमारियों से दूर रहते है।

 

इन सब के बाद भी अगर आप सर्दी की चपेट में आ जाएँ तो कुछ घरेलू उपाय अपना कर आप आसानी से सर्दी से जल्द से जल्द छुटकारा पा सकती है। ये उपाय कुछ इस तरह से हैं:

 

सर्दी हो जाने पर इलाज के घरेलू उपाय (Home Remedies for Cough and Cold During Pregnancy in Hindi)

अपने खानपान के जरिये आप अपनी सेहत को जल्दी सुधार सकती है, जैसे कि

तरल चीजें खाएं

सर्दी-जुकाम के समय आपकी भूख प्रभावित होती है तो ऐसे में शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। इसलिए जरुरी है कि आपके शरीर में पानी की कमी ना हो, जुकाम के समय ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ खाएं। साथ ही तरल पदार्थ गले में जमे कफ को भी बाहर निकालने का काम करते हैं।

 

गुनगुने पानी से करें गरारे

गले में दर्द होने या बंद होने की स्थिति में गुनगुने पानी में नमक डालकर दिन में 2-3 बार गरारे करें इससे आपको जरुर आराम मिलेगा।

 

तुलसी की चाय

अगर आपकी नाक बंद है या गले में जकदन महसूस कर रहे हैं तो आप तुलसी पत्ते डालकर चाय बना सकते है,इसके अलावा अगर आप चाय नहीं पीना चाहती है तो पानी में तुलसी के पत्ते उबाल कर उस पानी का सेवन कर सकती है।

 

ऊँचा तकिया

सोते हुए आपकी नाक बंद ना हो इसके लिए अपना सिर सोते हुए एक ऊँचे तकिये पर रखें। इससे आपको साँस लेने में भी आसानी होगी।

 

भांप लें

जुकाम की वजह से नाक बंद होने के कारण सांस लेने में तकलीफ होती है। ऐसे में आप गर्म पानी से भांप लें। बंद नाक से आपको राहत मिलेगी और आप ठीक से सांस ले पाएंगी। आप गर्म पानी में यूकेलिप्टस तेल की कुछ बूंदें डालें और सिर को तौलिये ऐसे ढकें कि भाप बाहर न जा सके।

इसे भी पढ़ेंः गर्भावस्था में थायरॉइड : गले में दर्द को ना करें नजरअंदाज

 

कुछ सवाल जो अक्सर हर माँ के दिमाग में आते हैं

हल्के से बीमार होने पर होने वाली माँ के दिमाग में बच्चे से जुड़े कई सवाल आ जाते है, जिनका पता होना बहुत जरुरी है। जैसे कि

 

सर्दी -जुकाम का बच्चे पर असर

ज्यादातर मामलों में सर्दी-जुकाम आदि केवल माँ को प्रभावित करती है और बच्चे पर इसका प्रभाव ना के बराबर होता है। पर फिर भी ज्यादा लंबे समय तक बीमार रहना आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी कर सकता है जिसका असर बच्चे की सेहत पर पड़ना लाजमी है।

 

क्या दवा लेना सही है? 

अक्सर माएं पूछती हैं कि क्या प्रेगनेंसी के दौरान सर्दी जुकाम की दवाई ले सकते हैं या नहीं (Pregnancy mein dawai le ya nahi) सर्दी-जुकाम की सामान्य दवा आप जरुरत पड़ने पर ले सकते हैं, पर फिर भी कोई भी दवाई अपनी डॉक्टर की सलाह के बाद ही लें। क्योंकि बहुत सी दवाओं में अल्कोहल कंटेंट भी होता है जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।

 

कॉल्ड और फ्लू में क्या अंतर है?

कॉल्ड के सामान्य लक्षण आप देखते हैं जैसे कि नाक से पानी बहना, जरा सी थकन रहना आदि। पर ध्यान रहे कि फ्लू के समय आपको 102 से 103 डिग्री फारेनहाइट तक बुखार हो सकता है। और समय के साथ परेशानी बढ़ सकती है । ऐसे में तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

 

डॉक्टर से कब करें सम्पर्क

अगर आपको नीचे दिए गए कोई भी लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

 

  • बहुत ज्यादा उल्टी होना
  • योनि रक्तस्त्राव
  • बहुत ज्यादा सुखी खांसी या कफ होना
  • चेस्ट पैन होना या गर्भाशय पर दबाव पड़ना

ऊपर दिए गए किसी भी लक्षण के आटे ही जल्द से जल्द डॉक्टर को संपर्क करें और इसे हलके में लेकर अनदेखा ना करें।

 

हालांकि खांसी, जुकाम सर्दी आदि होना बहुत सामान्य है पर प्रेगनेंसी में अपने साथ आपको अपने बच्चे का भी ध्यान रखने की जरुरत होती है, ऐसे में खुद का ध्यान रख आप खुद को और अपने आने वाले शिशु को सुरक्षित रख सकती है।

 

इसे भी पढ़ेंः पहली बार मां बनते समय मन में होते हैं यह सवाल

क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से अपने अनुभव बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माताओं के संयुक्त संगठन का हिस्सा बने। यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे।

null

null