कैसे खेलें सेफ होलीः बच्चों और महिलाओं के लिए

कैसे खेलें सेफ होलीः बच्चों और महिलाओं के लिए

भारत त्यौहारों का देश है और उन्हीं त्यौहारों में एक है होली। होली का त्यौहार खुशियों से भरा त्यौहार है क्योंकि इसमें रंगों के साथ-साथ मीठे व नमकीन पकवान भी बनते हैं परंतु अगर इस त्यौहार पर जरा सी भी लापरवाही बरती जाए तो यह जीवन भर का दर्द भी दे सकती है। आजकल के हालात को देखते हुए होली पर विशेष सावधानी बेहद जरूरी हो जाती है। आइयें जानें कुछ ऐसे टिप्स जो सुरक्षित होली (Holi Safety Tips in Hindi) खेलने के लिए बेहद आवश्यक हैं।  

किन बातों का सबसे पहले रखें ध्यान

रसायन वाले रंगों के प्रयोग से कान, आंख, बाल, त्वचा आदि को कई प्रकार की समस्याएं हो सकती है। कई बार ज्यादा केमिकल वाले रंगों से कैंसर या आंखों को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है। बच्चों और गर्भवती महिलाओं को तो होली के त्यौहार पर खास ख्याल रखना चाहिए क्योंकि बच्चे और गर्भवती महिलाओं की त्वचा बहुत कोमल और सेंसिटिव होती है। इसलिए इस पर्व पर आपको कुछ चीजों का ध्यान (Holi Safety Tips) रखने की आवश्यकता होती हैं। वैसे तो हर किसी को इस त्यौहार पर अपना ध्यान रखना चाहिए ताकि यह त्यौहार रंगों के साथ-साथ खुशियां भी चारों तरफ बिखेर दे। आपकी भी यही चिंता होती होगी कि सुरक्षित होली कैसे खेले? तो आइए जानते हैं होली के त्यौहार को बच्चों और महिलाओं के लिए कैसे सुरक्षित बनाया जा सकता है। इसे भी पढ़ेंः बच्चों के लिए होली के व्यंजन

बच्चों और महिलाओं के लिए होली के टिप्स (Holi Safety Tips in Hindi for Women and Kids)

#1. त्वचा का रखें खास ध्यान (Skin Care Tips for Holi)

बच्चों को होली का त्यौहार बहुत पसंद होता है और वे बहुत जल्दबाजी भी करते हैं परंतु आप इस बात का खास ध्यान रखें कि होली खेलने से पहले अपने और अपने बच्चे के पूरे शरीर पर अच्छे से तेल लगा ले और फिर 15 मिनट तक उसे अपने शरीर पर सूखने दें। इससे आपके शरीर पर रंगो का ज्यादा असर नहीं होगा और नहाते वक्त वह जल्दी उतर भी जाएगा। आप नाखूनों पर और उसके अंदर भी वेसलीन लगाएं। इससे नाखूनों और उसके अंदर रंग नहीं जाएगा। महिलाएं होठों को हानिकारक रंगो से बचाने के लिए उस पर लिपस्टिक लगाकर रख सकती हैं।  

#2. गहरे रंग के और पूरे कपड़े पहने (Wear Dark and Full Sleeved Clothes)

होली खेलते समय महिलाएं खासकर पूरे शरीर को ढकने वाले और गहरे रंग के कपड़े पहने क्योंकि होली के त्यौहार में नीले रंग का और पानी का इस्तेमाल होता है। अगर आपने हल्के रंग के कपड़े पहने हो और कोई आप पर पानी से भरी बाल्टी डाल दे तो आपके कपड़े पारदर्शी हो जाएंगे जिससे आपको शर्मिंदा होना पड़ सकता है। इसलिए आप गहरे रंग के कपड़े ही पहने। एक बात का और ध्यान रखें कि आप जो भी कपड़े पहने वह ज्यादा पुराने या घिसे हुए ना हो। पूराने कपड़े पतले होते हैं जिनसे गीला रंग सीधा स्किन तक जल्दी पहुंचता है। विशेषकर बच्चों को होली के लिए ऐसे कपड़े दें जो पूरी बाजू के हो और ज्यादा घिसे हुए ना हों।  

#3. ज्वैलरी ना पहने (Don’t Wear Jewellery)

होली खेलते समय ज्वैलरी ना पहनें। रंग फेंकने के दौरान आपके कीमती गहने गिर सकते हैं। खुशी के इस मौके पर अगर आपका कोई कीमती गहना गुम हो जाए तो यह त्यौहार का मजा फीका कर देगा।  

#4. बालों में तेल लगाएं (Put Oil on Hairs)

अब बारी आती है बालों की। होली खेलने से पहले आप अपने और बच्चों के बालों की तेल से अच्छे से मालिश करें। महिलाएं अपने बालों को बांधकर या फिर पोनी बनाकर रखें और अगर संभव हो तो अपने बालों को ढक कर रखें। तेल की मालिश करने से रंग बालों के चिपकेगा नहीं और धोते वक्त आसानी से उतर भी जाएगा।  

#5. आंखों का करें बचाव (Eye Care Tips for Holi)

छोटे बच्चों की आंखों को होली के रंग और रंग वाले पानी से दूर ही रखें क्योंकि उनकी आंख बहुत नाजुक और सेंसिटिव होती है। रंगों में मौजूद कई केमिकल विशेषकर पोटेशियम हाइड्रोमेट आंखों को गंभीर नुकसान पहुंचाता है। इसलिए अगर गलती से रंग आंखों में चला भी जाता है तो आप उसे रगड़े नहीं बल्कि तुरंत पानी से साफ कर ले। यदि आंख में जलन या कोई चुभन हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। बच्चों को सख्त हिदायत दें कि ना ही किसी के आंखों पर गुलाल लगाएं और ना लगाने दें।  

#6. कानों का रखें ध्यान (Ears Safety Tips for Holi)

वैसे तो होली पर पूरे शरीर का ही पूरा-पूरा ध्यान रखना चाहिए परंतु कानों का भी खास ध्यान रखना पड़ता है। अगर कान में कोई केमिकल वाला रंग चला जाए तो उससे कान को काफी नुकसान पहुंचता है। बच्चों का तो क्या कहना वे तो कई दिन पहले ही पिचकारी लेकर या पानी के गुब्बारे लेकर होली के रंग में रंग जाते हैं और पिचकारी से सीधा रंग वाला पानी डालते हैं या फिर गुब्बारे को जोर से मारते हैं। कान में रंग वाला पानी जाने से इंफेक्शन होने का खतरा रहता है। इसे भी पढ़ेंः घर पर होली के प्राकृतिक रंग बनाने की विधि

#7. हर्बल रंगों का इस्तेमाल करें (Use Herbal Colors)

आप जब भी रंग खरीदें तो यह कोशिश करें कि आप हरा, बैंगनी, पीला, नारंगी आदि रंग ना ले बल्कि आप लाल, गुलाबी रंग ले क्योंकि गहरे रंगों में ज्यादा केमिकल होते हैं। इसके अलावा आप हर्बल रंगों का इस्तेमाल करें क्योंकि हर्बल रंग फलों और फूलों से बनाए जाते हैं और यह रंग ना बच्चों को और ना ही गर्भवती महिलाओं को नुकसान देते हैं। हालांकि यह रंग थोड़े से महंगे जरूर होते हैं परंतु आप इन्हीं रंगो का इस्तेमाल करें क्योंकि यह अच्छे भी होते हैं और सुरक्षित भी।  

#8. छोटे बच्चों पर रखें नजर (Keep an eye on kids)

एक तो बच्चों की त्वचा बहुत नाजुक और सेंसिटिव होती है, दूसरा होली की मस्ती में बड़े भी बच्चों का ख्याल रखना भूल जाते हैं जिससे बच्चों को अपनी मनमानी करने का पूरा-पूरा मौका मिल जाता है। इसलिए आप बड़े हैं तो जोश में होश ना खोए और बच्चों पर पूरी-पूरी निगरानी रखे। बच्चे कैसे होली खेल रहे हैं, कहीं उनकी नाक, आंख या फिर कान में रंग ना चला जाए, इसका ध्यान रखें क्योंकि इससे बच्चों को नुकसान हो सकता है।  

#9. बेसन और मलाई का प्रयोग (Use of Flour and Malai)

होली खेलने के बाद आप रंगों को साफ करने के लिए कुछ ऐसी चीजों का इस्तेमाल ना करें जो त्वचा को नुकसान पहुंचाए जैसे कि मिट्टी का तेल, नेल पेंट रिमूवर आदि बल्कि आप रंग को उतारने के लिए बेसन और मलाई का इस्तेमाल करें जो की पूरी तरह से प्राकृतिक है।  

#10. गर्भवती महिलाएं के लिए कुछ टिप्स (Holi Tips for Pregnant Women)

रासायनिक रंगों में काफी हानिकारक केमिकल होते हैं और इन रंगों का सिर्फ गर्भवती महिलाओं पर ही नहीं बल्कि उनके अजन्मे बच्चे पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है। गर्भवती महिलाओं को सिर्फ और सिर्फ हर्बल व सूखे रंगों से और आराम से खेलना चाहिए। गीले रंगों से, पानी से या फिर खींचातानी से आपको या आपके गर्भ को नुकसान पहुंच सकता है।   होली के दौरान गर्भवती महिलाओं को अपने खान-पान का भी खास ख्याल रखना चाहिए क्योंकि गर्भावस्था के दौरान महिला की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। जिस कारण बीमारी और संक्रमण का डर बना रहता है। इस अवस्था में वे शराब और भांग का सेवन बिल्कुल ना करें क्योंकि इनका सीधा असर पेट में पल रहे बच्चे पर पड़ता है। गर्भावस्था के दौरान मिठाई और सॉफ्ट ड्रिंक्स का भी सेवन ना करें क्योंकि इससे आपका शुगर लेवल बढ़ेगा जो गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए लाभकारी नहीं है। इस तरह आप थोड़ी सी सावधानी बरतकर इस त्यौहार को अपने पूरे परिवार के लिए खुशियों व रंगों से भरपूर बना सकती हैं।   नोटः ऐसे रंगों का प्रयोग ना करें जिसमें निकल और ब्लैक लेड का इस्तेमाल किया गया हो। यह सभी तत्व सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक होते हैं। इतना ही नहीं किसी रंग में तो डाई या फिर एसिड मिलाया जाता है जो कि बहुत ही खतरनाक होता है। यह सब रंग नाक, कान, आंख आदि खराब करने के साथ-साथ श्वास नली में इंफेक्शन पैदा कर सकते है और कान और गले में टॉन्सिल्स का भी कारण बन सकते है। होली के मौके पर बच्चों और गर्भवती महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। इसलिए आप कुछ टिप्स (Holi Safety Tips) अपनाकर अपने लिए और अपने बच्चे के लिए होली को सुरक्षित और मजेदार बना सकती हैं। इसे भी पढ़ेंः होली के रंग छुड़ाने के आसान तरीके क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से अपने अनुभव बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माताओं के संयुक्त संगठन का हिस्सा बने। यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे।

null

null