बच्चों में डेंगू से बचाव, घरेलू उपाय व सावधानियां

बच्चों में डेंगू से बचाव, घरेलू उपाय व सावधानियां

वैसे तो डेंगू का कोई निश्चित इलाज नहीं है परंतु लक्षणों को कम करने के लिए उपचार किया जा सकता है। अगर शिशु का बुखार 3 या 4 दिन तक ना उतरे तो डॉक्टर को दिखा कर खून की जांच करवा ले ताकि बच्चों को डेंगू के प्रकोप से बचाया जा सके।

परंतु इन बातों के साथ-साथ कुछ सावधानियां बरतकर और कुछ घरेलू उपाय अपनाकर इस समस्या से बचा जा सकता है। आइयें डेंगू से कैसे बचें और इसके कुछ घरेलू उपायों पर आधारित विस्तृत (Complete Guide on Prevention of Dengue) जानकारी पाएं।

 

घर में डेंगू के मच्छर आने से रोकने के कुछ उपाय व सावधानियां (Guide on Prevention of Dengue in Hindi)

डेंगू से बचने के दो ही उपाय है एक ऐसे मच्छरों के पैदा होने से रोकना और दूसरा उनके काटने से बचाव करना। इसके अलावा निम्न बातों का ध्यान आपको अवश्य रखना चाहिए, जो इस प्रकार है:


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मच्छरों के पैदा होने से रोकने के उपाय (How to Stop Mosquitoes Breeding)

सबसे पहले आपको यह कोशिश करनी चाहिए कि आपके घर में पूरी साफ सफाई हो और बच्चे के आसपास का वातावरण मच्छरों से मुक्त हो ताकि वे सुरक्षित रहे। इसके लिए आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना पड़ेगा जो इस प्रकार हैं:

#1. आपके घर के आसपास का क्षेत्र साफ हो और कहीं भी पानी ना जमा हो। अगर गड्ढे में पानी जमा हो तो उसमें मिट्टी भर दे, जहां पानी रुका हुआ हो वहां मिट्टी का तेल या पेट्रोल छिड़क दे।
#2. नालियों की पूरी साफ-सफाई रखें व उनका पानी रुकने ना दें।
#3. कूलर का पानी साफ रखें, गमलों को भी साफ रखें। इनका पानी हफ्ते में एक बार बदल दे। घर में कोई खाली गमला, टायर या कोई टूटा फूटा डिब्बा ना रखें। अगर है तो भी उन्हें उल्टा करके रखें।
#4. पक्षियों का दाना-पानी वाला बर्तन रोजाना साफ करें।
#5. पानी की टंकी को अच्छे से ढक कर रखें क्योंकि डेंगू के मच्छर साफ पानी में जल्दी पनपते हैं।
#6. दरवाजे और खिड़कियों पर महीन जाली लगवाएं। अगर जाली ना हो तो दरवाजे और खिड़कियां बंद रखने की कोशिश रखें।
#7. मच्छर को भगाने के लिए धूपबत्ती को जलाकर उसका धुआ करें। यह एक अच्छा और देसी उपाय है।
#8. अपने घर में हफ्ते में एक बार मच्छर नाशक दवा का छिड़काव करें। छिड़काव करते समय शिशु का ध्यान रखें। इसके साथ ही खाने-पीने की चीजों को अच्छे से ढक दें और मुंह और नाक पर कपड़ा बांध ले।
#9. मच्छर हमेशा पर्दे के पीछे, कोनो में, सीनरी/फोटो के पीछे, कैलेंडर के पीछे या फिर घर के स्टोर में जल्दी पनपते हैं। इसलिये सफाई करते समय इन स्थानों का खासकर ध्यान रखें।
#10. घर के बाहर नीम की पत्तियां, नारियल की छाल जलाने से भी मच्छर दूर भागते हैं।

 

शिशु को मच्छरों के काटने से बचाव (Tips to Keep Kids away from Mosquitos Bitting in Hindi)

डेंगू का खतरा बच्चों में ज्यादा पाया जाता है क्योंकि इनका इम्यून सिस्टम ज्यादा कमजोर होता है। साथ ही बच्चे ज्यादा नाजुक होते हैं और वे खूले में भी ज्यादा रहते हैं। इसलिए बच्चों के प्रति सचेत रहना मां बाप के लिए ज्यादा जरूरी होता है। इसके लिए उन्हें निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए, जो इस प्रकार है:

#1. बच्चों को पूरी बाजू के कपड़े व पेंट बनाएं ताकि उनका शरीर पूरी तरह से ढका रहे। छोटे बच्चों या शिशु को भी पूरी तरह से ढक कर रखें।
#2. वाताकुलीन माहौल होने से भी मच्छर नहीं आते हैं।
#3.बच्चों को हल्के रंग के कपड़े पहनाए क्योंकि गहरे रंग के पास मच्छर ज्यादा आते हैं।
#4. सरसों का तेल बच्चों के हाथ व पैरों पर लगाएं ताकि वह मच्छरों से बचा रहे।
#5.जब आप बच्चों को सुलाती हैं चाहे दिन हो या रात, मच्छरदानी का जरूर इस्तेमाल करें।

अगर इतनी सावधानियां बरतने के बाद भी आपका बच्चा डेंगू का शिकार हो जाता है तो आप घबराएं नहीं। आप इन कुछ घरेलू उपायो की मदद ले सकती हैं, जो इस प्रकार हैं:

 

बच्चों को डेंगू से बचाने के घरेलू उपाय (Home Remedies to prevent kids from Dengue in Hindi)

सबसे पहले तो बचाव बहुत जरूरी है परंतु फिर भी अगर बच्चे को डेंगू बुखार आता है तो आप ये घरेलू उपाय (Dengue se Bachane ke Gharelu Upay) व उसके खान-पान पर ध्यान रखें।

#1. जो बच्चे स्तनपान करते हैं उन्हें समय-समय पर स्तनपान करवाते रहना चाहिए। मां का दूध शिशु के दूसरे महत्वपूर्ण तरल पदार्थ की कमी पूरी करता है जिससे उन्हें डिहाइड्रेशन से बचाया जा सकता है।
#2. अगर बच्चा थोड़ा बड़ा हो तो आप उसे ओ. आर. एस. यानी ओरल रिहाइड्रेशन सोलटरस भी दे सकती है ताकि शरीर में तरल लवण और शक्कर की पूर्ति रहे।
#3. एक कप पानी में 4 इंच गिलोय ले और इसमें दो काली मिर्च, पांच तुलसी के पत्ते और थोड़ी सी अदरक मिलाकर पानी में उबालकर काढ़ा बना ले। आप इसमें थोड़ी सी चीनी भी मिला सकती हैं और इसे 5 दिन तक बच्चे को दें। गिलोय की बेल जो नीम के पेड़ पर चढ़ी हो वह ज्यादा फायदेमंद होती है।
#4. नारियल पानी व सादा पानी बच्चे को खूब पिलाए और पानी हमेशा उबाल कर ही पिलाए।
#5. पपीते के पत्तों का रस बनाकर, दिन में दो से तीन बार बच्चों को दें। इससे प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ती है।
#6. बच्चों को ताजा मौसमी और विटामिन सी युक्त फलों का रस मिलाएं जैसे आंवला संतरा या फिर मौसमी।
#7.बच्चों को अनार, ज्वार और गेहूं की घास का रस पिलाएं।
#8.अगर बच्चा थोड़ा बड़ा हो तो उसे सादा भोजन खिलाए जिसमें नमक और मसाले कम हो। तला हुआ भोजन ना खिलाए।
#9. बच्चों को छाछ और नींबू पानी भी दें।
#10. खाने में हल्दी, अदरक, हींग आदि का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें।
#11. इस मौसम में पत्तेदार सब्जियां कम खाएं और भूख से थोड़ा कम खाएं। आप अपने बच्चों को पौष्टिक और हल्के आहार ही दें।

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सावधानियां (Precautions of Dengue in Hindi)

#1. अगर आपका शिशु डेंगू बुखार का शिकार है तो आप इस बात का ध्यान रखें कि आपके शिशु को पर्याप्त आराम मिले।
#2. अगर तेज बुखार हो तो उसके माथे पर थोड़ी-थोड़ी देर में गीली पट्टियाँ रखें ताकि बुखार कम हो जाए।
#3. बच्चों को ठंडा पानी ना दें और उन्हें आप तैलीय, बांसी या फिर मैदे से बना आहार भी ना दे।
#4. बुखार होने पर आप बच्चों को सिर्फ पेरासिटामोल ही दे सकती हैं। उन्हें आप स्क्रीन डिस्प्रिन आदि दवा बिल्कुल ना दें क्योंकि इनसे प्लेटलेट्स की संख्या कम हो सकती है।
#5. अपने बच्चों को अपनी मर्जी से कोई एंटीबायोटिक या कोई और दवा ना दे व डॉक्टर के पास जाकर संपर्क करें और उनसे सलाह लेकर ही कोई दवा दें।

 

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