भारतीय रसोई के 8 आहार जो स्तनपान करवाने वाली महिला के लिए लाभदायक हैं

भारतीय रसोई के 8 आहार जो स्तनपान करवाने वाली महिला के लिए लाभदायक हैं

माँ का दूध बच्चों के लिए सबसे पहला और जरूरी आहार होता है हालांकि ज्यादातर महिलाओं को शिशु को स्तनपान करवाने में दिक्कत नहीं आती परंतु कुछ महिलाएं ऐसी होती हैं जो यह नहीं कर पाती या फिर उनके स्तनों में दूध कम बनता है।

ऐसे में बच्चे की रोज दूध की जरूरत पूरा करना मां के लिए बहुत मुश्किल काम हो जाता है। तो चलिए आज जानते हैं कि मां का दूध बढ़ाने के लिए आपको क्या अवश्य खाने चाहिए? यहां आप निम्न जानकारी पा सकती हैं:

  • मां का दूध बढ़ाने के क्या खाएं 

  • दूध पिलाने वाली मां का आहार कैसा हो 

  • मां का दूध कम बनने के कारण 

  • सुपरफूड जो दूध बढ़ाते हैं

 

दूध कम क्यों बनता है

  • जब महिला को कोई बीमारी हो
  • जब महिला को कोई तनाव हो
  • जब महिला के हार्मोन असंतुलित हो
  • जब महिला बच्चों को रात में दूध ना पिलाती हो
  • जब महिला को कोई इलाज चल रहा हो
  • बच्चे को दूध पीने में कोई दिक्कत हो रही हो
  • बच्चे को फार्मूला दूध ज्यादा पिलाना

स्तनपान कराने के कई फायदें  होते हैं। वैसे तो महिलाएं आम घरेलू नुस्खे अपनाकर अपनी छाती का दूध बढ़ा सकती हैं परंतु अगर उन्हें और कोई दिक्कत हो जिसके कारण दूध नहीं बन रहा हो तो उन्हें डॉक्टर के पास जाना चाहिए। तो आइए जानते हैं कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे जिन्हें अपनाकर आप अपनी छाती का दूध बढ़ा सकती है।

 

मां का दूध बढ़ाने वाले 8 भारतीय आहार (Indian Foods to Increase Breast Milk Production in Hindi)

 

#1. मेथी (Fenugreek)

दूध बढ़ाने के लिए मेथी का कैसे इस्तेमाल करें?

  • आप सबसे पहले एक कप में 1 चम्मच मेथी के दाने डाले और उसे रात भर भिगोकर छोड़ दे।
  • अगले दिन उसे सुबह-सुबह पानी के साथ 5 से 7 मिनट के लिए उबाले और फिर उसे पी ले।

नोट: यह पीने में स्वाद रहित होता है परंतु इसके परिणाम काफी अच्छे होते हैं। आप अपना दूध बढ़ाने के लिए पारंपरिक तरीके से मेथी के लड्डू भी बना सकती है। यह भी बहुत फायदेमंद होता है।

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#2. सुपर फूड (Super Food)

सौंफ, जीरा, काला तिल, लहसुन और दालचीनी आदि इन सबका रोज अपने खाने में इस्तेमाल करने से माँ की छाती में दूध की बढ़ोतरी हो सकती है क्योंकि इसमें गलैटागोगुएस (Galactagogues) होता है।

  • सौंफ खाने से महिला का पाचन तंत्र सही रहता है और और शिशु को पेट दर्द की समस्या से भी राहत दिलाता है।
  • दालचीनी खाने से प्रसव के बाद पीरियड्स लेट आते हैं जिससे मां का दूध ज्यादा बनने लग जाता है और उसके दूध में भी बढ़ोतरी होती है।
  • दालचीनी और लहसुन का सेवन करने से माँ के दूध में अलग सा स्वाद बनता है जो कि बच्चों को अच्छा लगता है।
  • काले तिल खाने से मां को बहुत सारे फायदे होते हैं। इसमें कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है।

 

सुपर फूड को कैसे इस्तेमाल किया जाएँ?

  • आप दालचीनी के पावडर को शहद के साथ मिला ले और फिर इसे एक गिलास गर्म दूध या फिर गर्म पानी के साथ दिन में दो बार ले।
  • मेथी के दानों को एक कप गर्म पानी में आधे घंटे के लिए भिगो कर रख दें और फिर इसको दिन में दो बार पिए। आपको इससे फर्क नजर आएगा। इसके साथ आपको रोजाना रोस्ट की हुई मेथी अपने आहार में मिलानी चाहिए।
  • आप चाहे तो कच्चा लहसुन भी खा सकती हैं या फिर इसे खाने में मिलाकर भी खा सकती हैं।
  • अपनी छाती का दूध बढाने के लिए बच्चे को दूध पिलाने से पहले आप लहसुन का सेवन जरूर करें।

 

#3. सहजन (Drumstiks)

यह दक्षिण भारतीय खानों में बहुत प्रसिद्ध है। सहजन में बहुत सारे पोष्टिक तत्व होते हैं और यह महिला में दूध के उत्पादन को भी बढ़ाते हैं।

यह महिला की छाती के छिद्र को खोलने में मदद करता है और स्तन ग्रंथि को उत्तेजित करता है जिससे दूध का उत्पादन बढ़ता है। इसका सबसे सही तरीका यह है कि आप सहजन का जूस या फिर इसका सूप के रूप में पियें।

 

#4. तुलसी (Holy Basil)

तुलसी एक परंपरागत जड़ी बूटी है। यह महिला में दूध के उत्पादन को बढ़ाने के लिए बहुत पहले से इस्तेमाल की जा रही है। इसमे नियासिन, आयरन, कैरोटीन और थियामाइन भरपूर मात्रा में होता है जो कि मां और बच्चे दोनों को कई बीमारियों और संक्रमण से बचाता है।

 

तुलसी को कैसे इस्तेमाल करें? 

आपको इसमें कुछ खास नहीं करना हैं, बस प्रसव के बाद रोजाना दिन में 2 बार तुलसी वाली चाय का सेवन करना हैं। इससे आपके दूध के उत्पादन में बहुत मदद मिलेगी।

 

#5. ब्राउन राइस (Brown Rice)

ब्राउन राइस में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है और यह सफेद चावल से ज्यादा फायदेमंद होते हैं। यह हार्मोंस को उत्तेजित करने का काम करते हैं जिससे महिला की छाती में दूध बनता है। इनको खाने से आप अच्छा महसूस करेंगी, रक्त संचार का स्तर ठीक रहेगा और आपकी भूख भी बढ़ेगी।

 

ब्राउन राइस का कैसे इस्तेमाल करें? 

इसमें आप सीधा-सीधा सफेद चावल की जगह ब्राउन राइस का इस्तेमाल करें।

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#6. जौं (Barley)

जौं एक ऐसा अनाज है जिसमें भरपूर मात्रा में फाइबर, विटामिन, खनिज और एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जों कि शरीर में दूध बनाने का काम करते हैं। इसे खाने से महिला में ऊर्जा आती है जिसकी उसे शिशु के होने के बाद बहुत ज्यादा जरूरत होती है।

जौं का इस्तेमाल कैसे करें? 

आप जौं की रोटी या फिर इसका सूप बनाकर पिएं। इससे आपको भरपूर लाभ होगा।

 

#7. लौकी (Bottle Gourd)

लौकी एक बहुत ही पौष्टिक सब्जी है और यह माँ के आहार में जरूर होनी चाहिए। इसमें पानी की मात्रा और फाइबर की मात्रा भरपूर होती है जिससे पाचन तंत्र मजबूत बनता है। इसे खाने से मां के शरीर में अधिक दूध बनता है और उसकी बॉडी हाइड्रेटेड रहती है।

लौकी का इस्तेमाल कैसे करें? 

  • आप लंच या डिनर में लौकी की सब्जी या फिर लौकी कोफ्ता करी बनाएं।
  • आप रोजाना ताजा लौकी का जूस निकालकर भी पी सकती हैं।
  • आप इसका भरपूर फायदा उठाने के लिए इसको रायता, खीर और कुल्फी में मिलाएं।

 

#8. ओटमील (Oatmeal)

ओटमील में आयरन और फाइबर होता है जो कि पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। इसे सुबह नाश्ते में खाने से महिला के शरीर में दूध का उत्पादन बढता है। यह छाती में दूध बढ़ाने का सबसे सही तरीका है।

 

ओटमील का कैसे इस्तेमाल करें?

  • आप सुबह नाश्ते में ओटमील का दलिया या फिर ओट्स स्मूदी बना कर खाएं।
  • आप चाहे तो सुबह नाश्ते या स्नेक्स में ओट्स की इडली और ओट्स पोहा भी बना कर खा सकती हैं।
  • आप ओट्स की कुकीज बनाकर भी खा सकती हैं।

 

मां का दूध को बढ़ाने के लिए और क्या करें?  (Maa ka Dudh Badhane ke Liye Kya kare)

  1. आराम करें: अगर महिला का दिमाग शांत रहेगा तो उसका शरीर भी उसी तरीके से काम करेगा और शरीर में दूध का उत्पादन भी सही रहेगा। इसलिए महिला को किसी भी तरह का तनाव नहीं लेना चाहिए जिससे कि उसके दूध के उत्पादन में कोई दिक्कत आए।
  2. तरल पदार्थ का सेवन ज्यादा करें: जब आप बच्चे को दूध पिलाती है तब आपको हाइड्रेटड रहने की आवश्यकता होती है। आप तरल पदार्थ जैसे कि पानी, नारियल पानी, दूध, नींबू पानी और लस्सी भरपूर मात्रा में पिए। इससे आपकी प्यास भी बुझेगी और आपकी छाती में भरपूर मात्रा में दूध भी बनेगा।
  3. अपने आप को पोषित रखें: आप ऐसे आहार का सेवन ज्यादा करें जिसमें कैल्शियम और प्रोटीन की मात्रा भरपूर हो। आप हरी पत्तेदार सब्जियां, मसूर की दाल, पालक और चुकंदर की पत्तियां, गाजर, खुरमानी इत्यादि का सेवन ज्यादा करें। इससे भी आपके शरीर में दूध की मात्रा बढ़ेगी।
  4. स्तनों को दबाये (Warm Compresses): अगर आपके शरीर में दूध नहीं बन रहा है और आपको दर्द भी हो रहा हो तो आप अपनी छाती पर गर्म पानी वाले पैड्स लगा कर स्तनों को थोड़ा दबाये। आप इसे छाती पर गोल-गोल घुमाएँ और उसके बाद थोड़ी देर आराम करें। फिर यह प्रक्रिया कुछ देर के लिए और दोहराते रहे। यह इसलिए होता है क्योंकि कभी-कभी आपकी छाती में खून या फिर पानी जम जाता है। निप्पलस को सही करने के लिए आप देसी घी खाए।

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