पहली बार मां बनने वाली महिलाओं के लिए 10 टिप्स

पहली बार मां बनने वाली महिलाओं के लिए 10 टिप्स

जब कोई महिला पहली बार गर्भधारण करती है तो वे पल उसके लिए बहुत खास होते हैं क्योंकि पहली बार मां बनना अपने आप में एक अलग एहसास होता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप एक स्वस्थ रूप से गर्भधारण कर सके। इसलिए आप अगर पहली बार गर्भधारण कर रही है तो आप नियमित रूप से गायनोक्लोजिस्ट या डॉक्टर के सम्पर्क में रहें ताकि आपके सामने कोई जटिल समस्या ना आए।

तो आइए जानते हैं कि पहली बार मां बनने वाली महिलाओं के लिए कुछ जरूरी और ज्ञानवर्धक टिप्स (Naye Moms ke Liye Tips), जो इस प्रकार है:

पहली बार मां बनने वाली महिलाओं के लिए जरूरी टिप्स (10 Health Tips for First Pregnancy in Hindi)

पहली बार मां बनने वाली माओं को काफी सतर्क रहना पड़ता है क्योंकि जब आप पहली बार मां बनने जा रही हैं तो आपको भी अपना ध्यान रखने के बारे में पता नहीं होता और दूसरा, आपके आसपास रहने वाले लोगों द्वारा दी जाने वाली सलाह व अन्य कई सारी बातों के कारण काफी भ्रम पैदा हो जाते हैं। परंतु आपको गर्भधारण से पूर्व शारीरिक कार्य और खान पान एवं डाइट प्लान से जुड़ी कुछ बातें जान लेनी चाहिए ताकि आप एक तंदुरुस्त बच्चे को जन्म दे सके।

 

#1. संतुलित आहार

गर्भावस्था के दौरान महिला को पौष्टिक और संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए। इस समय महिलाओं को ज्यादा मात्रा में फोलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम, विटामिन ए एवं विटामिन B12 की आवश्यकता होती है। आपको अनाज, हरी सब्जियां, फल, कम वसा वाला दूध का सेवन करना चाहिए। आपको जंक फूड का भी सेवन नहीं करना चाहिए।

 

पहली तिमाहीः 1,800 कैलोरी

दूसरी तिमाहीः 2,200 कैलोरी

तीसरी तिमाहीः 2,400 कैलोरी

 

#2. शारीरिक कार्य

गर्भवती महिलाओं को भारी शारीरिक कार्य व जोखिम भरे कार्यों से बचना चाहिए। परंतु इसका मतलब यह नहीं है कि आप बिल्कुल भी शारीरिक काम ना करें व सिर्फ आराम ही करें। बल्कि आप सभी प्रकार के नियमों का पालन करते हुए शारीरिक काम करें। आपको किसी प्रकार के शारीरिक व्यायाम में भारी बोझ उठाने से बचना चाहिए परंतु आप भारी कामों को छोड़कर रोजमर्रा के कुछ काम कर सकती हैं।

आप अपने डॉक्टर से परामर्श करके कुछ हल्के फुल्के व्यायाम और काम कर सकती हैं। महिलाओं को गर्भधारण करने के बाद पहले 2 महीने और अंतिम के 1 महीने में सेक्स से दूर रहना चाहिए।

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#3. धूम्रपान और शराब के सेवन से बचे

जब आप शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह से स्वस्थ और तैयार हो तभी आप गर्भ धारण करें। तब आप सभी जरूरी चेकअप भी करवा ले। आप गर्भधारण करने से पहले एनीमिया, थैलीसीमिया और ब्लड शुगर जैसे जरूरी टेस्ट करवा ले।

आप गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान और शराब आदि से दूर ही रहे क्योंकि यह सब चीजें आपके होने वाले बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है। इससे होने वाला बच्चा कमजोर पैदा हो सकता है। धूम्रपान और शराब की आदत से आपको गर्भपात भी हो सकता है। इसलिए आपको गर्भावस्था के दौरान इन सब चीजों से दूर रहना चाहिए।

 

#4. जरूरी टीके लगवाए

अगर आप पहली बार मां बनने जा रही है है तो आपको क्या खाना है व क्या नहीं, इसके साथ-साथ यह भी मालूम होना चाहिए कि आपको कौन-कौन से टीके और कब-कब लगवाने चाहिए। गर्भावस्था के दौरान सभी संभावित खतरों से बचने के लिए टिटनेस का टीका लगवाना चाहिए।

इस टीके से प्रसव के दौरान मां और बच्चा दोनों को किसी भी प्रकार का खतरा नहीं रहता। टिटनेस का पहला टीका महिलाओं को 16 से 20 सप्ताह के बाद और दूसरा टीका 20 से 24 सप्ताह के बाद और तीसरा टीका 36 से 38 सप्ताह पर लगाया जाता है। गर्भावस्था के दौरान मां को लगा हुआ टीका बच्चों को भी सुरक्षा प्रदान करता है। परंतु आप डॉक्टर से पूछ कर व सलाह करके सब टीके समय पर लगवाएं।

 

#5. अनावश्यक दवाओं का सेवन ना करें

अगर गर्भावस्था के दौरान आपकी तबीयत खराब होती है तो आप अपने आप ही किसी दवाई का सेवन ना करें बल्कि आप पहले कुछ घरेलू उपाय अपनाएं। अगर तब भी आपकी तबीयत ठीक ना हो तो आप डॉक्टर से पूछ कर ही दवाइयों का सेवन करें। कुछ दवाई ऐसी होती है जिनको गर्भावस्था में बिल्कुल नही लेना चाहिए।

आप बिना डॉक्टर को दिखाएं अपने आप से ऐसे ही किसी केमिस्ट से भी दवा ना लें। इसमें पूरी-पूरी सावधानी बरतें। कई महिलाओं के शरीर में विटामिन ए की कमी हो जाती है। इसके कारण उनके बच्चे रतौंधी के शिकार हो जाते हैं तो आप संतुलित और पौष्टिक आहार का सेवन करें ताकि आपमे विटामिन ए की कमी ना हो।

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#6. पूरा आराम करें

पहली गर्भावस्था में महिलाओं को पूरी जानकारी नहीं होती है। इसलिए वे अपना पूरा ध्यान नहीं रख पाती है परंतु उन्हें इस समय में पूरा आराम करना चाहिए। उन्हें 8 घंटे की पूरी नींद लेनी चाहिए और रोजाना सुबह और शाम को खुली हवा में अवश्य ही टहलना चाहिए। इससे उन्हें शुद्ध और पर्याप्त मात्रा में हवा मिलेगा। खुली हवा में सांस लेने के लिए हल्के व्यायाम करने चाहिए। इससे आपको बहुत लाभ मिलेगा।

आप घर का सामान्य काम कर सकती हैं परंतु आप अधिक मेहनत वाले या थकान वाले काम करने से बचें। आप दोपहर में भी धूप के समय बाहर ना जाएं। इसकी बजाये आप दोपहर में भी थोड़ी देर के लिए आराम करें। आप जो भी व्यायाम करें वह किसी व्यायाम के जानकर की निगरानी में करें। आपको इस समय ज्यादा झुकना नहीं चाहिए और पैरों के बल ज्यादा देर तक नहीं बैठना चाहिए।

 

#7. यात्रा का विशेष ध्यान रखें

अगर आप पहली बार मां बनने जा रही है तो आप यात्रा का विशेष ध्यान रखें। आप यात्रा चाहे ऑटो रिक्शा से करें या कार से या फिर हवाई जहाज से करें, आप अपनी सीट बेल्ट बांध कर रखें और अपनी गोद में कोई सामान ना रखें। अगर बाई चांस आपको कार ड्राइव करनी भी पड़े तो स्टीयरिंग विल को छाती की ओर झुका ले और इससे थोड़ी दूर ही बैठे ताकि वह आपका पेट से ना टकराए।

 

#8. सफाई का पूरा-पूरा ध्यान रखे

गर्भावस्था के दौरान महिला को अपने शरीर के प्रत्येक अंग की सफाई का ध्यान रखना चाहिए। स्नान करने से पहले शरीर पर तेल की हल्की मालिश करनी चाहिए और गर्भावस्था के दौरान अंतिम दिनों में स्तनों के निप्पलो पर जैतून के तेल की मालिश करके उन्हें उंगली और अंगूठे से ऊपर उठाते रहना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान आपको ज्यादा कसे हुए कपड़े नहीं पहनने चाहिए बल्कि आपको ढीले ढाले और आरामदायक कपड़े ही पहने चाहिए।

 

#9. लेबर पेन की जानकारी होनी चाहिए

आपको लेबर पेन के बारे में भी सारी बातें पता होनी चाहिए। लेबर पेन में क्या-क्या संकेत हो सकते हैं, उन्हें भी जानना बहुत जरूरी है जिससे आप अपने शरीर के इशारों को समझ सके और सही समय पर अस्पताल जा सके। आप अपने अस्पताल जाने की तैयारी पहले ही करके रखें ताकि समय आने पर आपको कोई दिक्कत ना हो।

आप एक बैग में जरूरी कपड़े जैसे रुई, डायपर, सूती कपड़ा इत्यादि पहले से डाल कर रखें और अस्पताल का और अपने किसी रिश्तेदार का मोबाइल नंबर भी अपने पास रखें ताकि जरुरत पड़ने पर कोई दिक्कत ना हो।

 

#10. तनाव मुक्त रहें

गर्भावस्था के दौरान आप बिल्कुल तनाव मुक्त रहें ताकि आपको किसी भी प्रकार की कोई समस्या का सामना ना करना पड़े। अगर आप इस समय तनाव में रहती हैं या रोती रहती हैं तो इसका असर आपके अजन्मे शिशु पर पड़ता है। गर्भावस्था के दौरान आपको बहुत सारे लोग मिलेंगे और आप बहुत सारे चीज़े भी सुनेंगे परंतु आप चिंता मुक्त रहिए और उस समय भ्रमों पर अमल ना करके खुश रहे।

इन सब बातों का ध्यान रखते हुए भी आप हर महीने डॉक्टर से चेकअप करवाते रहिए। आप गर्भावस्था के दौरान अपना ब्लड टेस्ट अवश्य करवाएं क्योंकि अगर मां के खून में आरएच फैक्टर नेगेटिव (RH Factor Negative) है और पिता का आरएच फैक्टर पॉजिटिव है तो ऐसे में गर्भ में पल रहे बच्चे को पीलिया होने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है। आप अपने शरीर का पूरा-पूरा ध्यान रखें और एक स्वस्थ और तंदुरुस्त बच्चे को जन्म दे।

 

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