क्या आप जानती हैं कि फाइबर क्या है और बच्चों के लिए फाइबर के फायदे (Fiber ke Fayde)। फाइबर पेट के लिए काफी लाभदायक होता है। यह पेट को साफ रखने में मदद करता है। बच्चों के लिए तो फाइबर और भी जरूरी होता है क्योंकि फाइबर, पाचन क्रिया को दुरूस्त बनाएं रखता है और मल त्याग को आसान बनाता है। तो चलिए आज जानते हैं कि बच्चों के लिए फाइबर से भरपूर आहार (Bachhon Ke Liye Fiber Rich Food) होते हैं।
सेब
100 ग्राम सेब में लगभग 2.4 ग्राम फाइबर होता हैं। आपको इसका छिलका नही उतारना हैं क्योंकि इसके छिलके में ही सबसे ज्यादा फाइबर की मात्रा होती हैं। आप बच्चों को सेब की प्यूरी बना कर भी दे सकती हैं। एक साल से बड़े बच्चों को सेब के पतले स्लाइस काट कर देती हैं।
लेकिन हां, बच्चों को सेब का जूस घर का बना हुआ ही दें। बाजार में मिलने वाला डिब्बाबंद जूस न दें। इसमें चीनी की मात्रा अधिक होती है। घर पर बिना चीनी मिलाए जूस तैयार करें और वही बच्चे को दें। घर पर सेब का जूस बनाना बेहद आसान होता है।
ओट्स
100 ग्राम ओट्स (Oats) में 1.7 ग्राम फाइबर होता हैं। इसमें घुलने वाला और न घुलने वाला दोनों ही तरह का फाइबर होता हैं। ओट्स को आप काफी तरीकों से दे सकती हैं। ओट्स का दलिया, खिचड़ी, खीर के साथ आप ओट्स का डोसा या पेनकैक भी बना सकती हैं। आप ओट्स डोसा या उत्तपम भी बना सकते हैं।
दाल
100 ग्राम उबली हुई दाल में 8 ग्राम फाइबर होता हैं। आप दाल का पानी या सब्जी बनाकर अपने बच्चे को दे सकती हैं। दाल में प्रोटीन की मात्रा काफी अधिक होती है। छह माह के बाद आप बच्चों को दाल का पानी घी डाल कर अवश्य दें। दाल का पानी बहुत जल्दी से पच जाता है जिससे शरीर को तुरंत ताकत मिलती है।
मूंग व मसूर की दाल का पानी पिलाना काफी लाभदायक होता है। छोटे बच्चों के लिए दाल का पानी निकालते हुए आप इसमें कुछ दानों को मैश भी कर सकती हैं।
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ब्रोकली
100 ग्राम ब्रोकली में 2.6 ग्राम फाइबर होता हैं। आप इसे उबालकर या भूनकर अपने बच्चे को दे सकती हैं। एक साल से बड़े बच्चों को ब्रोकली दाल, खिचड़ी या उबालकर दे सकती हैं। अगर बच्चा ब्रोकली नहीं खाता है तो उसे किसी चीज में मिक्स कर के दें। आप ब्रोक्ली को आराम से परांठों में डालकर, सूप के रूप में या नगेट्स की शक्ल में दे सकती हैं।
इसमें विटामिन ए की उच्च मात्रा होती है जो बच्चों की आंखों की रोशनी को तेज करता है। ब्रोक्ली में मौजूद फाइबर की अधिक मात्रा इसे पचाने में भी आसान बनाती है।
नाशपाती100 ग्राम नाशपाती में 3.1 ग्राम फाइबर होता हैं। इसको भी छिलके सहित ही अपने बच्चे को दे क्योंकि छिलके में ही सबसे ज्यादा फाइबर होता हैं। नाशपाती पाचन क्रिया को मजबूत बनाता है। आप छोटे बच्चों को इसे हल्का उबालकर या मैश कर के दे सकती हैं। अगर बच्चे को कब्ज हो तो आप नाशपाती को उबालकर उसे खिलाएं।
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