त्योहारों के दिनों में हर घर में पेंट या डिस्टेंपर कराया जाता है। गर्भावस्था में स्त्री को अधिक आराम की आवश्यकता होती है, पेंट और डिस्टेंपर के काम का प्रभाव उसके आराम पर पड़ सकता है इसके अलावा यह स्त्री और उसके शिशु के स्वास्थ्य को नुकसान भी पहुंचा सकता है। जानिए गर्भावस्था के दौरान पेंट या डिस्टेंपर का गर्भवती महिलाओं पर क्या इफेक्ट (Effects of Paint Fumes on Pregnancy) होता है।
पेंट और डिस्टेंपर में सॉलवेंट नाम का केमिकल होता है जो महिला और खासतौर पर गर्भ में पल रहे शिशु के लिए बेहद हानिकारक है। साँस के माध्यम से यह केमिकल शरीर में प्रवेश कर सकता है।
इसलिए उस कमरे या जगह पर न जाएं जहाँ पेंट या डिस्टेंपर किया जा रहा हो या रखा हो। अगर आपके घर में पेंटिंग करवानी है तो ऐसे पेंट को लें जिसमें सॉलवेंट की मात्रा कम हो। इससे पेंट से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि पेंट या डिस्टेंपर के संपर्क में रहने के कारण गर्भपात का भी खतरा रहता है। कई विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर गर्भवती स्त्री अधिक समय तक पेंट या डिस्टेंपर के सम्पर्क में रहती है तो सांस के माध्यम से सोलवेंट नाम का केमिकल शरीर में जा सकता है।
यह विषैला प्रदार्थ गर्भपात का कारण भी बन सकता है। इसके अतिरिक्त यह गर्भ में पल रहे शिशु को भी नुकसान पहुंचा सकता है। यह एक ऐसी वजह (Effects of Paint Fumes on Pregnancy) है जिसके कारण गर्भवती महिलाओं को पेंट या डिस्टेंपर से दूर रहना चाहिए।
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गर्भवती महिलाओं को पेंट या डिस्टेंपर सबसे ज्यादा परेशान सांस की समस्याओं को लेकर करते हैं। इसके सम्पर्क में आने से गर्भवती महिलाओं को स्वास सम्बन्धी समस्याएं हो सकती हैं जिसका प्रभाव गर्भ में शिशु पर भी पड़ सकता है। इसके अलावा उसकी त्वचा पर भी पेंट या डिस्टेंपर का असर हो सकता है।
इससे बचने के लिए अगर ऐसे स्थान पर जाना पड़े जहाँ पेंट या डिस्टेंपर हो रहा हो तो मास्क लगा कर जाएँ और त्वचा को इससे बचाने के लिए भी त्वचा के खुले हिस्सों को कवर कर के रखें।
अगर आप अपने घर को पेंट करवाने का सोच रहें हैं और आपका घर बहुत पुराना है तो इसके लिए सबसे पहले पुरानी दीवारों को खुरचना और दीवार से बालू निकालना आवश्यक हो जाता हैं। ध्यान रहे घर में जब यह काम हो रहा हो तब आप वहां न हों। पुराने पेंट में लेड हो सकता है जो शिशु के लिए बेहद नुकसानदायक है इसके साथ ही वहां की धूल मिट्टी भी आपके स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है।
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गर्भावस्था में पेंट या डिस्टेंपर के सम्पर्क में आने से हो सकता है कि आप सिरदर्द, उल्टी और बीमार महसूस करें। गर्भावस्था में स्त्री का शरीर हर गंध के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है इसलिए इस समय अधिक संभावना होती है कि स्त्री बीमार महसूस करे। ऐसे में अगर आपका पेंटिंग करने का मन करता है तो उसकी गंध भी आपको परेशान कर सकती है।
हालाँकि ऐसे पेंटिंग के लिए आप वाटर कलर जैसे नुकसानरहित रंगों का प्रयोग कर सकती हैं। पेंट और डिस्टेंपर की गंध आपको परेशान कर सकती है ऐसे में अगर आपको उस घर में रहना पड़ रहा हो जहाँ पेंट हो रहा है तो ऐसे में सुनिश्चित करें कि कमरे या घर में हवा पूरी तरफ से आ रही हो। उस कमरे की खिड़कियां खुली रखें व पंखे भी चला कर रखे। वैसे कुछ समय तक तो ऐसी जगह जाने से बचें।
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पेंट और डिस्टेंपर के सम्पर्क में आने से गर्भ में शिशु में दोष की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। ऐसे में ऐसा भी हो सकता है कि समय से पूर्व प्रसव हो जाए। केमिकल के प्रभाव से कई बच्चे सही स्थिति में जन्म नहीं ले पाते इसलिए होने वाली माँ की ज़िम्मेदारी बनती है कि वो गर्भावस्था में केमिकल के सम्पर्क से बचें। अगर आप अपने घर को पेंट करने के बारे में सोच रहे हैं तो राय लेने के लिए डॉक्टर के पास जाएँ।
आपके डॉक्टर आपकी स्थिति, स्वास्थ्य और हिस्ट्री के बारे में जानते हैं और वो आपको बता देंगे कि आपके लिए ऐसा करना सही है या नहीं। अगर इस दौरान आपको लगातार सिरदर्द या जुकाम या अन्य समस्याएं आ रही हैं तो जल्द से जल्द डॉक्टर के पास जाएँ।
इस दौरान ऐसी जगह में कुछ भी खाने पीने से बचे जहाँ पेंट या डिस्टेंपर हो रहा हो ताकि आप अनजाने में खाने के साथ केमिकल का सेवन न कर लें। अगर पेंट करवाना जरूरी है तो थोड़ा सा ब्रेक ले कर कराएं।
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