आमतौर पर सभी बच्चे सोने में थोड़ा समय लगाते हैं और कई बच्चे तो अपनी मम्मी को सोने के समय बहुत परेशान भी करते हैं। बच्चों को सोने के लिए अच्छे वातावरण और अच्छी नींद की आवश्यकता होती है। कभी-कभी तो वे पूरी थकान होने के बाद भी सोना नहीं चाहते और उसमें वे चिड़चिड़ी से होने लगते हैं और रोने लगते हैं जिससे वे खुद भी परेशान होते हैं और घर वालों को भी परेशान करते हैं।
इसलिए सबसे ज्यादा अच्छा यही है कि आप अपने बच्चों के लिए एक बेड टाइम रूटीन (Bed Time Routine) सेट कर ले ताकि आपको भी कोई परेशानी ना हो और आपका बच्चा भी आराम से सो जाए।
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कई बार बच्चे खेल-खेल में इतने मग्न हो जाते हैं कि चाहे उन्हें कितनी भी नींद आ रही हो परंतु वे सोना नहीं चाहते। इसलिए आपको वीकेंड पर या पार्टी वाले दिन को छोड़कर बाकी सब दिन का बेड टाइम रूटीन सेट कर लेना चाहिए और रात को 9 बजे कमरे की लाइट ऑफ कर दें ताकि बच्चा आराम से सो सके और और उसकी नींद पूरी हो जाए।
हालांकि यह समय आपके सोने के लिए बहुत जल्दी हो जाएगा क्योंकि यही समय होता है जब आप थोड़ी देर के लिए आराम से बैठकर टीवी देख सकती हैं परंतु आपको अपना यह समय अपने बच्चे के लिए छोड़ना होगा।
अगर आपका बच्चा आपसे 10 मिनट और मांगता है जिसमें वह कलरिंग, खेलना या कोई अन्य गतिविधि करना चाहता है तो आप उसकी बात ना सुने और उसे सुला दे क्योंकि अगर आप तब उसकी बात सुनती हैं तो उसे रोजाना यही आदत पड़ जाएगी और आपका बेड टाइम रूटीन बिगड़ जाएगा।
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जिस प्रकार कोई भी इंसान भूखे पेट नहीं सो सकता उसी प्रकार छोटे बच्चे भी खाली पेट नहीं सो सकते हैं। इसलिए जब भी आप अपने बच्चों को सुलाने की कोशिश करे तब आप यह सुनिश्चित कर लें कि आपके बच्चे ने भरपेट खाना खाया है या नहीं।
अगर बच्चा मां का दूध पीता है तो आप उसे अच्छे से दूध पिला दे और उसका पेट भर दें ताकि उसे अच्छे से नींद आ जाए। कोशिश करें कि आपका रोज का खाने का समय निर्धारित हो जिसके कारण बच्चे को उसी समय भूख लगेगी और नींद भी सही समय पर आएगी।
डॉक्टरों का मानना है कि रात का खाने का समय 7 से 8 बजे के बीच में होना चाहिए और हमें खाने के 1 या 2 घंटे बाद ही सोना चाहिए। इससे खाना पचने में आसानी होती है।
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बड़े हो या छोटे सभी को रात को सोते समय आरामदायक कपड़े पहन कर ही आराम से नींद आती है। अगर कपड़े टाइट हो तो सोने में दिक्कत आती है और नींद भी अच्छी नहीं आती है।
इसलिए बच्चों को रात को सुनाते समय हमें टाइट कपड़े नहीं पहनाने चाहिए। आप अपने बच्चों के दिन भर के सारे एक्स्ट्रा कपड़े निकाल कर सोते समय आरामदायक खुला सूती नाइट सूट उसे पहना दे जिसे पहनकर वे आराम से सो सके।
रात में सोने से पहले ब्रश करना बहुत ही अच्छा होता है। इसलिए आप अपने बच्चों को रोज रात को सोने से पहले ब्रश करवाएं ताकि उनके दांत भी साफ रहे और उन्हें यह पता चल सके कि उनका सोने का समय हो गया है और उन्हें अभी कुछ और नही खाना हैं।
अगर आप बचपन से बच्चों में यह आदत डाल देती है तो बच्चे भी इस आदत के आदि हो जाएंगे और वह इन सब बातों का अनुसरण करते हुए रोज अपने आप ही ब्रश करके सोने लगेंगे।
आप अपने बच्चों में सोने से पहले एक बार वॉशरूम जाने की आदत जरूर डालें। अगर आप अपने बच्चे को डायपर पहनाती हैं तो आप उसको सोने से पहले सूखा और साफ डायपर पहनाकर ही सुलाएं।
अगर आपका बच्चा थोड़ा सा बड़ा है तो आप उसे सोने से पहले एक बार वॉशरूम जाने के लिए जरूर आदत डालें।
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ज्यादातर बच्चों को शोर में नींद नहीं आती है। उन्हे सोने के लिए शांत वातावरण की आवश्यकता होती है। आप अपने बच्चे के सोने से पहले उसके आसपास के वातावरण को शांत कर दें ताकि वह अच्छी नींद ले सके और उसकी नींद बीच में टूटे ना। इसलिए आप अपने घर का टीवी, फोन व हर तरह की चीज जिससे आवाज तेज होती है उसे बंद कर दे। इससे आपको एक बार तो परेशानी होगी परंतु धीरे-धीरे आपको इसकी आदत पड़ जाएगी।
बच्चों का बेडटाइम रूटीन सेट करने के लिए सबसे अच्छा तरीका है कि आप रोजाना अपने बच्चों को सोते समय एक कहानी जरूर सुनाएं। आप अपने बच्चों के बालों को सहलाते हुए उन्हें कहानियां सुनाएं और उनके साथ हंसी मजाक करें। इससे बच्चों को जल्दी नींद आएगी और वे अच्छी नींद भी ले सकेंगे।
आप कमरे की सारी बड़ी लाइट बंद करके एक छोटी लाइट जगा दे। आप चाहे तो प्रोजेक्टर का इस्तेमाल भी कर सकती हैं। आप प्रोजेक्टर में सॉफ्ट म्यूजिक चलाकर अपने बच्चे को सुनाएं। इससे वे आसानी से सो जाएंगे। आप चाहे तो प्रोजेक्टर में टाइमर भी सेट कर सकती हैं। अगर आप अपने बच्चे को अलग कमरे में सुलाती है तो आप उसके कमरे की छत पर चांद सितारों के स्टीकर चिपका दें। इससे उनका कमरा सुंदर लगेगा और उनको भी अच्छा लगेगा।
आप अपने बच्चों को रोज सोने से पहले शुभरात्रि अवश्य बोले। इससे बच्चों में एक अच्छी आदत आएगी। इसलिए आप रोज सोने से पहले अपने बच्चों को शुभरात्रि बोलना बिल्कुल ना भूले ताकि बच्चों को भी पता लग जाए कि उनका सोने का समय हो गया है और वह भी आपको शुभरात्रि बोलकर सोने का प्रयास करें। वह चाहे तो अपनी किताबों या खिलौनों को भी शुभरात्रि बोल कर सो सकता हैं।
आप बाहर के मौसम के हिसाब से अपने बच्चे के कमरे का तापमान सेट करें जिससे वे अच्छी नींद ले सके। जैसे कि कुछ बच्चों को थोड़ा नरमी वाला और कुछ बच्चों को सामान्य तापमान पसंद आता है।
आप अपने बच्चों को रात में सुलाने से पहले एक बार जरूर गले से लगाए। इससे बच्चे को अपनापन भी लगेगा और वह अपने आप को सुरक्षित भी महसूस करेगा। इसका बच्चे पर एक सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और वह आराम से चैन की नींद सोता है।
अगर आपके बच्चे को ठंड लग जाती है और वह अच्छे से सो नहीं पाता है तब आप अपने बच्चे को एक मुलायम कंबल से ढके। अगर आपके बच्चे को ज्यादा सर्दी हो जाती है तो आप उसे एक स्लीपिंग बैग में भी रख सकती हैं जिससे उन्हें आराम मिलेगा।
अगर आपका बच्चा थोड़ा बड़ा है तो आप उन्हें एक अलग ही कंबल दे ताकि वे रात को बीच में उठे ना। आपको अपने बच्चे का बेडटाइम रूटीन सेट करने में 6 से 8 सप्ताह लगेंगे परंतु इसके बाद आपके बच्चे सही समय पर सोएंगे और आपको कोई दिक्कत भी नहीं होगी।
ऊपर दिए गए टिप्स अपनाने से आपके बच्चों की नींद में सुधर होगा। अच्छी नींद से आपके बच्चे में अगली सुबह नहीं ऊर्जा होगी।
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