गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के लिए सबसे बड़ी यही चिंता का विषय होता है कि वह ऐसे समय में क्या खाएं और क्या ना खाएं क्योंकि गर्भावस्था के दौरान महिला जो भी लेती है वहीं आहार उसके गर्भ में पल रहे बच्चे तक पहुंचता है। गर्भावस्था के दौरान ज्यादातर महिलाओं को चाय, कॉफी या अदरक वाली चाय पीना अच्छा लगता है परंतु माना जाता है कि प्रेगनेंसी के दौरान इन्हें इस समय इनका ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए। लेकिन यह भी एक तथ्य है कि चाय में बहुत सारे एंटीऑक्सीडेंट्स, पोलीफ़ैनल होते हैं जो कि इम्यून सिस्टम को बूस्ट करते हैं और मेटाबॉलिज्म रेट को बढ़ा देते हैं लेकिन सवाल यह है कि क्या गर्भावस्था के दौरान चाय पीना सुरक्षित होता है। तो आइए जानते हैं कि क्या प्रेगनेंसी के दौरान चाय पीनी चाहिए (Is it Safe to Drinking Tea During Pregnancy) या नहीं?
ऐसा माना जाता है कि गर्भावस्था के दौरान ज्यादा चाय और कॉफी पीना मां और बच्चे दोनों की सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। चाय और कॉफी दोनों ही कई बार गर्भपात का कारण बन भी सकती है। इसलिए आपका गर्भावस्था के दौरान 1 दिन में 200 मिलीग्राम से अधिक चाय (Chai) या कॉफी का सेवन करना हानिकारक हो सकता है। यदि आप एक दिन में 3 से 4 कप चाय या कॉफी का सेवन करती है तो आप गर्भावस्था के दौरान एक या दो कप कर दें ताकि आपको किसी भी समस्या का सामना ना करना पड़े।
चाय भी दो प्रकार की होती है एक हर्बल और दूसरी नॉन हर्बल। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को नॉन हर्बल चाय को नहीं पीना चाहिए क्योंकि इस चाय में ज्यादा कैफीन की मात्रा होती है जो गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिये महिलाओं को हर्बल चाय पीनी चाहिए।
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अदरक वाली चाय का सेवन नहीं करना चाहिए और इसके अलावा उन्हें पाउडर के दूध से बनी चाय, बाहर की चाय, काली कॉफी, फिल्टर कॉफी से बचना चाहिए। उन्हें ग्रीन टी का भी सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इनमें कैफीन की मात्रा ज्यादा होती है जो बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है।
इनसे गर्भपात होने का डर बना रहता है वैसे तो गर्भवती महिलाओं को चाय पीने से मना नहीं किया जाता है परंतु कुछ चीज़े ऐसी हैं जिन्हें पीने से रोका जाता है। वैसे तो ब्लैक टी को स्वास्थ्य की दृष्टि से फायदेमंद माना जाता है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं परंतु गर्भवती महिलाओं को इसे पीने से मना किया जाता है।
इसे भी पढ़ेंः Precautions in Pregnancy in Hindi
#1. भ्रूण के विकास पर असर (Effects on fetus development)
गर्भावस्था के दौरान महिला को 200 मिलीग्राम चाय या कॉफी का सेवन करना चाहिए क्योंकि इस दौरान ज्यादा चाय या कॉफी का सेवन करने से इसमें मौजूद कैफीन गर्भवती महिला और उसके होने वाले शिशु के स्वास्थ्य पर असर डालता है। रोजाना इसका सेवन अजन्मे शिशु का वजन भी कम कर सकता है।
#2. गर्भपात का खतरा (Chances of miscarriage)
गर्भावस्था के दौरान बहुत अधिक मात्रा में चाय और कॉफी का सेवन गर्भपात की समस्या को बढ़ा सकता है क्योंकि इसमें मौजूद कैफीन, एलथाइनीन, और थिलोफाइलिन भी पाया जाता है जो कि शरीर में उत्तेजना को बढ़ाते हैं और उत्तेजना का बढ़ना गर्भावस्था के दौरान गर्भपात के खतरे को ज्यादा बढ़ा देता है।
इसे भी पढ़ेंः प्रेगनेंसी के दौरान मधुमेह और इसके खतरे
#3. भूख में कमी लाना (Less appetite)
चाय और कॉफी का ज्यादा सेवन करने से भूख ना लगना और भूख में कमी की समस्या बढ़ जाती है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को एक संतुलित और पौष्टिक आहार खाने की सलाह दी जाती है ताकि उसके घर में पल रहा बच्चा और मां दोनों स्वस्थ रहे। प्रेगनेंसी के दौरान चाय पीने से (Pregnancy mein Chai Pine) आपको भूख कम लगेगी जिससे उनका स्वास्थ्य खराब होगा। इसलिए गर्भावस्था के दौरान ज्यादा चाय और कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए।
चाय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट मॉर्निंग सिकनेस को कम करने में सहायक होते हैं परंतु चाय चाहे कोई भी हो, उसका ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए। हर्बल चाय कई फूलों, जड़ों, पत्तियों और बीजों से बनने के कारण यह औषधीय रूप में इस्तेमाल की जाती है। इसलिए जो महिलाएं चाय पीने की शौकीन है यह हर्बल चाय पी सकती हैं। हर्बल चाय पीना शरीर के लिए लाभकारी होता है और यह आपको और शिशु को पर्याप्त मात्रा में पोषण देता है।
हर्बल चाय में विटामिन ए, सी, के, पौटेशियम, आयरन जैसे पोषक तत्व होते हैं और इसमें कैफीन की मात्रा भी नहीं होती हैं।
उन्हें ऐसे समय में लेमन टी, दूध की चाय आदि का सेवन करना चाहिए परंतु हर्बल चाय पीने वाली महिलाओं को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह इस दौरान दो बार से ज्यादा इसका सेवन ना करें। गर्भवती महिलाओं को चाय या कॉफी का सेवन करने के लिए डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए।
इसे भी पढ़ेंः प्री-मेच्योर डिलीवरी से कैसे बचें?
क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से अपने अनुभव बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माताओं के संयुक्त संगठन का हिस्सा बने। यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे।
null
null