गर्भावस्था के नौवें महीने में क्या करें और क्या ना करें

गर्भावस्था के नौवें महीने में क्या करें और क्या ना करें

एक महिला के लिए जहां मां बनना एक अद्भुत एहसास होता है तो वही गर्भधारण से लेकर बच्चे के जन्म तक और उसके बाद भी चुनौतियों से भरा होता है। वैसे तो पूरे 9 महीने गर्भवती महिला को अपना ध्यान रखना चाहिए चाहे वह शारीरिक हो या मानसिक हो या फिर खानपान से संबंधित परंतु नौवा महीने शुरू होते ही गर्भवती महिला को अपना ज्यादा ख्याल रखने की जरूरत पड़ती है। इस महीने में उसका शिशु मां के गर्भ को छोड़कर इस दुनिया में आने की तैयारी करता है। आज हम आपको इन सब बातों के बारे में बताएंगे की आपको अपनी गर्भावस्था के अंतिम चरण में क्या करना चाहिए और क्या नहीं (Do and Dont’s During Last Month of Pregnancy)।

 

गर्भावस्था के दौरान नौवें महीने में क्या करें और क्या ना करें (Do and Dont’s During Last Month of Pregnancy in Hindi)

#1. उठने बैठने पर ध्यान (Proper care on movement)

गर्भ का जब आठवां महीना पूरा होता है तो शिशु मां के गर्भ में पैर चलाने शुरू कर देता है जिससे आपको ज्यादा सावधानियां बरतने की जरूरत होती है। नौवें महीने में उसका लाते मारना बढ़ जाता है जिसके कारण आपको पेट में हल्का सा दर्द होने लगता है। इसलिए इस महीने में आपको सिर्फ खाने-पीने का ही नहीं बल्कि आपको अपने उठने बैठने पर भी पूरा ध्यान देना होगा क्योंकि इस दौरान बच्चे का वजन तेजी से बढ़ता है। अगर आप इस समय उठने बैठने में कोई गलती करती है तो यह आपके शिशु के लिए भारी पड़ सकता है।

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#2. खान-पान का रखें विशेष ख्याल (Taking good nutrients)

गर्भावस्था के दौरान आपको आखिरी महीने में विशेष ख्याल रखना चाहिए। इस समय आपको अपने खाने को दिन में तीन बार खाने की बजाये उसको 6 बार में बांटकर लेना चाहिए। इस दौरान आपको ऐसे आहार लेने चाहिए जिनमें कैल्शियम ज्यादा हो जैसे लो फैट मिल्क डेयरी उत्पाद, ताजे फल और सब्जियां आदि। आपको विटामिन, प्रोटीन और मिनरल्स का भी सेवन पर्याप्त मात्रा में करना चाहिए। इस दौरान आपको भूरे चावल रोटी हरी सब्जियां दूध आदि आहार लेने चाहिए आपको संतुलित पौष्टिक और स्वास्थ्य वर्धक आहार लेने चाहिए।

 

#3. व्यायाम करें (Do exercise)

इस दौरान आप को हल्के फुल्के व्यायाम करने चाहिए। इसके लिए आप अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य ले व आखिरी महीने में सफल प्रसव के लिए आप कौन-कौन से व्यायाम कर सकती हैं, यह जान ले। जैसे श्रेणी मांसपेशियां या केवल प्राणायाम भी कर सकती हैं। यह व्यायाम आप की श्रेणी मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करेंगे और श्रेणी और मलाशय में रक्त प्रवाह को सुचारू रखेंगे। प्राणायाम करने से आपका मन शांत रहेगा व आप तनाव का शिकार होने से भी बचेगी।

 

#4. पैदल सैर करें (Do morning walk)

इस समय आपको सुबह और शाम को पैदल चलना चाहिए। आप चाहे तो शाम को खाना खाने के बाद रोजाना टहलने जाए जो आपके लिए बहुत जरूरी है। रोजाना थोड़ी बहुत सैर करने से आपके शरीर में रक्त का प्रवाह सही रहता हैं व अनावश्यक कैलोरी भी ख़त्म होती हैं।

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#5. आराम करें व तनाव ना ले (Do rest and don’t take stress)

आपको अपनी गर्भावस्था के आखिरी महीने में पूरा आराम करना चाहिए। इस समय आप अपने आराम में कोई कमी ना होने दे व शरीर को ज्यादा थकने ना दे। साथ ही आप अपने ऊपर किसी भी प्रकार के तनाव का हावी ना होने दे। इस दौरान स्वाभाविक तौर पर आपको अपने बच्चे की आने की ख़ुशी व घबराहट दोनों होगी व साथ ही परिवार वालो का दबाव भी होगा लेकिन सबसे जरुरी यही हैं कि आप कोई तनाव ना ले क्योंकि यही आपके सफल प्रसव के लिए सबसे आवश्यक चीज़ हैं। आप चाहे तो इसके लिए योग व प्राणायाम का सहारा ले सकती हैं।

 

 

#6. हल्का फुल्का काम करें (Do little work)

गर्भावस्था के आखिरी दौर में आपको पूरे आराम की आवश्यकता होती हैं लेकिन इसका मतलब यह नही हैं कि आप कुछ भी ना करें। इस दौरान आप कुछ छोटे-मोटे काम कर सकती हैं जैसे कि सिलाई मशीन का काम, सब्जी काटना इत्यादि। नौवें महीने में आप घर की हल्की-फुल्की साफ सफाई भी कर सकती हैं। अगर आप झाड़ू लगाती हैं तो इससे आपकी पीठ व रीड की मांसपेशियों और हड्डियों को आराम मिलेगा। लेकिन ज्यादा झुककर झाड़ू ना लगाये।

 

 

#7. भारतीय शौचालय का इस्तेमाल (Use Indian Toilet)

नौवें महीने में आपको भारतीय शौचालय का इस्तेमाल करना चाहिए। यह आपको सक्वाट की मुद्रा देता है जो प्रसव के समय आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगा। अगर आपके घर में भारतीय शौच नही हैं तो आप किसी और समय शौच की मुद्रा में बैठकर अभ्यास कर सकती हैं।

 

 

#8. जरुरी सामान को पैक करें (Make pregnancy kit)

नौवा महीना लगते ही आपको एक बैग तैयार करके रख देना चाहिए। उसमें आपको अपने और आपके होने वाले शिशु के कपड़े रखने चाहिए। शिशु के लिए नए कपड़े बिल्कुल ना रखें क्योंकि नए कपड़ों से शिशु की कोमल त्वचा पर रैशेज हो सकते हैं। बैग में आप जरूरी सामान जैसे एक मेडिकेटेड साबुन, क्रीम, टूथ ब्रश, टूथपेस्ट, एक कॉटन का पैकेट, एक साफ चद्दर, डायपर, साफ़ तौलिया आदि डालकर तैयार रखें।

 

 

#9. ठंडी चीज़े ना खाए (Don’t eat cold things)

नौवां महीना शुरू होने के बाद आपको फ्रिज में रखी ठंडी चीज या फिर ठंडी तासीर वाली चीजें नहीं खानी चाहिए। ऐसा करने से आपको डिलीवरी होने में दिक्कत हो सकती है।

 

 

#10. अन्य जरुरी बातें (Other Important things)

यदि आप अकेली रहती हैं तो मोबाइल में सबसे ऊपर उस व्यक्ति का नंबर सेव करके रखें जो सबसे जल्दी आपके पास पहुंच जाए। इसके अलावा एक डायरी में अपने करीबियों, एंबुलेंस व अपने डॉक्टर का नंबर अवश्य लिखकर रखें ताकि समय पड़ने पर आपको कोई दिक्कत ना हो। इसके अलावा डिलीवरी की तारीख के दिन अगर आपको कोई दर्द या तकलीफ ना भी हो तो भी जरूर डॉक्टर को दिखाएं ताकि बाद में आपको कोई दिक्कत ना हो। गर्भावस्था के दौरान आखिरी समय पर यदि आपको बुखार आए या ब्लड प्रेशर कम या ज्यादा हो तो डॉक्टर के पास जाने में जरा भी देरी ना करें।

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