डायबिटीज एक ऐसी खतरनाक और जानलेवा बीमारी है जो धीरे-धीरे पूरे शरीर को अंदर से खत्म कर देती है। आम भाषा में लोग इसे शुगर या मधुमेह (Madhumeh) कहते हैं। आजकल यह बीमारी हमारे देश में बड़ी तेजी से बढ़ती जा रही है। इसमें बड़े ही नही बल्कि बच्चे भी चपेट में आ रहे हैं। डायबिटीज के होने पर शरीर में इंसुलिन का बनना बेहद कम या कई बार बंद भी हो जाता है जिससे शरीर में शुगर लेवल बढ़ने लगता है। अगर इस बीमारी के लक्षण को समय पर पहचान कर इलाज किया जाए तो बच्चों के आने वाले भविष्य़ को रोगमुक्त किया जा सकता है। इसके लिए माता-पिता को बच्चों में डायबिटीज के लक्षण (Diabetes Symptoms in Children) पहचान कर तुरंत इलाज करवाने की जरूरत है। तो आइयें आज हम बच्चों में डायबिटीज के लक्षणों (Diabetes Symptoms in Children) और उसके प्रकार के बारें में जानें।
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बच्चों में मधुमेह के प्रकार (Different types of Diabetes in Children)
आमतौर पर बच्चों में केवल दो प्रकार के मधुमेह देखने को मिलते हैं। बच्चों में होने वाले डायबिटीज़ को जुवेनाइल डायबिटीज़ (Juvenile Diabetes) कहा जाता है। बच्चों में अधिकांश टाइप 1 मधुमेह पाया जाता है। टाइप 3 शुगर अभी रिसर्च का विषय है। यह मधुमेह के बेहद एडवांस स्टेज को कही जाती है।
टाइप 1 मधुमेह (Type 1 Diabetes in Kids)- जो बच्चे इस रोग से पीड़ित होते हैं उनके शरीर में इंसुलिन या तो बेहद कम बनता है या फिर बनता ही नही है। इस वजह से शरीर में इंसुलिन की कमी हो जाती है। इस परिस्थिति में कई बार बच्चों को पूरी जिंदगी बाहर से इंसूलिन के इंजेक्शन लेने पड़ते हैं। लेकिन इसके बाद भी इसे काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। यह ज्यादातर बच्चों में पाया जाता है।
टाइप 2 मधुमेह (Type 2 Diabetes in Kids)- यह मधुमेह की एडवांस स्टेज होती है। इस प्रकार के मधुमेह में ब्लड शुगर लेवल बहुत ज्यादा बढ़ जाता है जिसको नियंत्रण करना बहुत मुश्किल होता है। इसे नियंत्रण करने के लिए बेहद स्ट्रिक डाइट का प्रयोग करना होता है और लंबे समय तक ब्लड शुगर पर नजर रखनी होती है। इस प्रकार के मधुमेह से वजन अत्यधिक और आक्रमक तौर से बढ़ता है। मधुमेह के अधिकांश रोगी टाइप 2 से पीड़ित होते हैं।
टाइप 3 मधुमेह (Type 3)- यह अभी रिसर्च का विषय है। इस अवस्था में व्यक्ति को अल्जाइमर के लक्षण दिखने लगते हैं। यह अमूमन तब होता है जब दिमाग इंसुलन प्रतिरोधी रसायन उत्पन्न करने लगता है। यह टर्म या शब्द उन लोगों के लिए प्रयोग किया जाता है जिन्हें शुगर होने के बाद अल्जाइमर होता है या उसके लक्षण दिखने लगते हैं।
मधुमेह के प्रकार जानने के बाद आइए जानते हैं कि बच्चों में डायबिटीज के लक्षण (Diabetes Symptoms in Children) को कैसे पहचाना जाए।
बच्चों में डायबिटीज के लक्षण (Diabetes Symptoms in Children in Hindi)
#1. ज्यादा प्यास लगना (Excessive Thirst)
बच्चों में शुगर लेवल की मात्रा बढ़ जाने से उन्हें बहुत ज्यादा प्यास लगने लगती है। वे पानी पीने के अलावा और लिक्विड जैसे जूस, कोल्ड ड्रिंक आदि पीना भी बहुत पसंद करते हैं। अगर आपको भी अपने बच्चों में अचानक ये लक्षण दिखाई दे तो आप जरा सी भी देरी ना करके तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और अपने बच्चे का इलाज चालू करें।
#2. ज्यादा पेशाब लगना (Frequent Urination)
बार-बार पेशाब लगना बच्चों में डायबिटीज होने का सबसे बड़ा लक्षण (Diabetes Symptoms in Children) माना जाता है। जाहिर सी बात है अगर बच्चा ज्यादा लिक्विड पिएगा तो पेशाब भी ज्यादा करेगा। वैसे यह मधुमेह का सबसे सामान्य लक्षण (Madhumeh ke Lakshan) है जो व्यस्कों में भी पाया जाता है। अगर आपको भी अपने बच्चे में ये लक्षण दिखे तो तुरंत सावधान हो जाएं क्योकि हो सकता है यह मधुमेह की शुरुआत हो।
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#3. बार-बार भूख लगना लेकिन वजन घटना (Frequent Hunger)
जिन बच्चों में मधुमेह की बीमारी आ जाती है तो उनको बार-बार और ज्यादा भूख लगने लगती है क्योंकि मधुमेह के रोगियों में उर्जा की कमी हो जाती है। इस बीमारी के शिकार बच्चे कितना भी खाले परंतु उनका वजन बढ़ने के बजाय घटने लगता है। यह बच्चों में मधुमेह का एक आम लक्षण है।
#4. हमेशा थकान महसूस करना (Fatigue)
मधुमेह के कारण शरीर में इंसुलिन की मात्रा घट जाती है जिससे बच्चों के शरीर में ऊर्जा की कमी महसूस होने लगती है जिसके कारण वे अपने आप को बिना कुछ किए ही थका हुआ महसूस करते हैं। मधुमेह से पीड़ित बच्चे अन्य बच्चों की तुलना में कम सक्रिय होते हैं।
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#5. यीस्ट संक्रमण (Yeast Infection)
मधुमेह की वजह से छोटी लड़कियों में यीस्ट संक्रमण भी हो सकता है। यहां तक कि जो बच्चे डायपर पहनने वाले होते हैं उन्हें भी यीस्ट की वजह से घाव हो सकता है।
#6. मूड परिवर्तन (Mood Swing)
मधुमेह के शिकार बच्चों में अचानक मूड परिवर्तन होने लगता है। वे अचानक चिड़चिड़े, मूडी या उदास हो जाते हैं।
इसके अलावा अगर आपके बच्चे के घाव जल्दी सही नहीं होते या उसका वजह एकदम से बढ़ या घट रहा हो तो भी डायबिटीज का खतरा होता है। अगर आपके बच्चों में उपरोक्त डायबिटीज का कोई भी लक्षण (Diabetes Symptoms in Children) नजर आए तो तुरंत डॉक्टर की सलाह ले।
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