डिलीवरी के बाद पीठ और कमर दर्द से निजात पाने के 11 उपाय

डिलीवरी के बाद पीठ और कमर दर्द से निजात पाने के 11 उपाय

महिला को गर्भावस्था के दौरान ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है लेकिन प्रसव के बाद भी उसे काफी संभल कर रहना पड़ता है। गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर में हार्मोन परिवर्तन होने के कारण कई बदलाव आते हैं लेकिन प्रसव के बाद भी शरीर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। प्रसव के पहले सप्ताह में शरीर में आप कई तरह के परिवर्तन महसूस करती है जिसके कारण आपको सिर में दर्द होना, यूट्रस में दर्द होना या फिर कमर में दर्द (Delivery Ke baad Kamar mein Dard) होना। इसके अलावा कई बार पेट के निचले हिस्से में भी दर्द होना होता हैं। इसके अलावा आप स्तनों में भी दर्द को महसूस कर सकती हैं। तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि डिलीवरी के बाद कमर दर्द क्यों होता है और प्रेगनेंसी के बाद कमर दर्द से आराम पाने के आसान तरीके व घरेलू उपाय (Home Remedies for Back Pain After Delivery)। इसे भी पढ़ेंः प्रेगनेंसी के बाद पेट कम करने के व्यायाम

प्रसव के बाद पीठ व कमर में दर्द क्यों होता है (Causes of Back Pain After Delivery in Hindi)

डिलीवरी के बाद पीठ में दर्द का एक मुख्य कारण लंबे समय तक होने वाली प्रसव पीड़ा या कोशिकाओं के समय से पहले डैमेज होने के कारण होता है। यह कम साफ सफाई के कारण भी हो सकता है। अगर डिलीवरी के बाद कमर दर्द ज्यादा बढ़ जाता है तो बुखार, सिर दर्द, पेट के निचले हिस्से में दर्द, योनि से बदबू आना, उल्टी, दस्त इत्यदि भी हो सकते है। आइयें जानें डिलीवरी के बाद कमर दर्द (Reason for Post Pregnancy Back Pain) क्यों होता हैः
  • प्रसव के बाद यूट्रस (Utreus) अपने सामान्य अवस्था में आ जाती है जिसके कारण कौशिकाये सिकुड़ती है। इसकी वजह से कमर में दर्द होता है।
  • स्तनों में भी दूध ज्यादा होने से ये सख्त और पीड़ा दायक हो जाते हैं।
  • प्रसव के समय मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं जिससे नसों पर दबाव पड़ने के कारण पीठ दर्द होने लगता है।
  • गर्भावस्था के दौरान लिगामेंट्स (Ligaments) जो जो टिश्यूज हड्डियों को आपस में जोड़ते हैं वह कमजोर हो जाते हैं। यह लिगामेंट्स रीढ़ की हड्डियों को पैल्विक हड्डियों से जोड़ते हैं।
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डिलीवरी के बाद कमर दर्द से निजात पाने के उपाय (Home Remedies of Back Pain After Pregnancy in Hindi)

सामान्य प्रसव के बाद अगर दर्द होता है तो आप ज्यादा घबराए नहीं। यहां हम आपको कुछ ऐसे उपाय (gharelu upay) बताने जा रहे हैं जिनकी सहायता से आपको कमर दर्द से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी।

#1. सिकाई करें (Fomentation)

गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय का आकार बड़ा होने के कारण मांसपेशियों में खिंचाव आ जाता है और प्रसव के बाद एकदम से आए ढीलेपन के कारण आपको कमर दर्द हो सकता है। हार्मोन बदलाव भी कमर दर्द होने का एक कारण है। आप इससे राहत पाने के लिए दिन में दो से तीन बार गर्म पानी से अच्छे से अपनी कमर की सिकाई करें। आपको नहाने के लिए भी गर्म पानी का इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसा करने से आपकी मांसपेशियों को आराम मिलेगा और कमर दर्द से राहत मिलेगी। अगर कमर में ज्यादा अकड़न है तो आप नहाने के पानी में सेंधा नमक डालकर नहाएं।  

#2. दूध का सेवन (Drink Milk)

शरीर में कैल्शियम की कमी होने के कारण भी कमर दर्द और हड्डियों में दर्द होने लगता है। शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए दुग्ध उत्पाद और कैल्शियम से भरपूर आहार का सेवन ज्यादा करें। रोजाना दो गिलास दूध का सेवन करने से भी कैल्शियम की कमी दूर होती है। इसके अलावा कमर दर्द शरीर के कमजोर होने के कारण होता है तो आप हड्डियों की कमजोरी दूर करने के लिए रोज सुबह की धूप में आधा घंटा तक बैठे। इससे आपको विटामिन डी मिलेगा जो आपकी हड्डियों को मजबूत करके आपको कमर दर्द से आराम दिलाएगा।  

#3. अजवाइन (Parsley)

दर्द से राहत पाने के लिए आप अजवाइन को तवे पर भून ले। जब इसका रंग हल्का भूरा हो जाए तब आप इसे ठंडा करके चबा चबाकर खाएं। इससे भी आपका कमर का दर्द धीरे-धीरे ठीक हो जाएगा। इसके अलावा आप अजवायन के पानी का भी सेवन करें। यह भी आपके कमर दर्द और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए उपयोगी उपाय है।  

#4. लहसुन (Garlic for Peeth Dard)

लहसुन में एंटीसेप्टिक गुण आपके कमर के दर्द को कम करने में बहुत लाभकारी होते हैं। इसके लिए आप लहसुन को बारीक काट कर इसमें सूरजमुखी का तेल डालकर एक बर्तन में डालकर इसे अच्छे से बंद कर दें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि इस जार पर धूप बिल्कुल न पड़े। इस जार को 15 दिनों तक लगातार रोज हिलाते रहे। फिर आप इस तेल को छानकर रख ले और दो महीने तक इस तेल से रोजाना सुबह व शाम अपनी पीठ की मालिश करने से कमर दर्द ठीक हो जाता है। मालिश करने से शरीर में आई कमजोरी से भी राहत मिलती है। यह महिला की कमजोरी दूर करने के साथ-साथ उसकी मांसपेशियों को भी मजबूत बनाता है जिससे रक्त संचार भी अच्छे से होता है।

#5. सूखे अंजीर, खुबानी और आलूबुखारे का सेवन (Dried Figs, Apricots and Plums)

प्रसव के बाद अगर आपको कमर दर्द सता रहा है तो आप एक सूखे अंजीर, एक सूखे खुबानी और पांच सूखे आलूबुखारे रात को सोने से पहले चबाकर खाएं। यह उपाय अपनाने से आपको बहुत जल्द कमर दर्द से राहत मिलेगी।  

#6. शहद और दालचीनी (Honey and Cinnamon)

कमर दर्द से राहत पाने के लिए आप एक चम्मच शहद में दालचीनी पाउडर डालकर मिलाएं। फिर सुबह व शाम इसका दो बार सेवन करें। इससे भी आपको कमर दर्द से छुटकारा मिलेगा। इसे भी पढ़ेंः प्रेगनेंसी के बाद झड़ते बालों के लिए घरेलू उपाय

#7. पौष्टिक आहार का सेवन (Eat Healthy Food)

प्रसव के बाद महिला को अपने आहार का खास ध्यान रखना चाहिए। महिला को हमेशा डिलीवरी के बाद हरी सब्जियां, फल आदि भरपूर मात्रा में खाने चाहिए। उन्हें थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ ना कुछ खाते रहना चाहिए ताकि उनके शरीर में पोषक तत्वों की कमी ना रहे व उन्हें कमर दर्द से भी कोई समस्या ना हो।  

#8. पूरा आराम करें (Take full rest)

प्रसव के बाद महिलाओं को आराम की बहुत आवश्यकता होती है। इसलिये इसके बाद महिला को एकदम से अपने शरीर पर किसी भी काम का दबाव नहीं डालना चाहिए क्योंकि इस समय महिला का शरीर बहुत कमजोर होता है। इसलिए आपको पर्याप्त मात्रा में आराम और भरपूर नींद लेनी चाहिए ताकि आपके शरीर और कमर को पूरा आराम मिल सके। इसके साथ ही आप सोते समय यह भी ध्यान रखें कि आप आरामदायक स्थिति में ही सोए। इस समय महिला को भारी समान उठाने से भी बचना चाहिए। साथ ही प्रसव के बाद अपने शरीर को वापस ठीक होने में कुछ समय दें ताकि आप पूर्ण रूप से स्वस्थ हो जाए।  

#9. ज्यादा देर तक ना बैठे (Don’t sit for a long time)

प्रसव के बाद महिलाओं को ज्यादा देर तक बैठना नहीं चाहिए क्योंकि ज्यादा देर तक बैठने के कारण आपको कमर दर्द या अन्य दर्द की समस्या हो सकती है। यदि आप शिशु को स्तनपान भी करवाती हैं तो आपको ऐसी जगह बैठना चाहिए जहां आपकी कमर को सहारा मिल सके और शिशु भी आराम से दूध पी सके। प्रसव के बाद महिला को उठते व बैठते समय विशेष ध्यान रखना चाहिए। अगर आप बेड से नीचे उतर रही है तो आप एक पैर को ना रखकर दोनों पांव को जमीन पर रखकर उठे। इस समय आपको बार-बार झुकना भी नहीं चाहिए और बच्चे को गोद में उठाते समय ध्यान रखें कि कई आपकी बाहों में खिंचाव ना लाए। आप शिशु को आराम से और करीब से ही उठाएं। इसके लिए आप अपने परिवार वालों की सहायता ले सकती हैं।  

#10. हील ना पहने (Don’t wear heels)

प्रसव के बाद आपको कुछ महीनों तक आरामदायक और बिना हील के जूते पहनने चाहिए। आपको यह खास ख्याल रखना चाहिए कि आप हील वाले जूते ना पहनें। यह भी आपके कमर दर्द का कारण बन सकते है।  

#11. योग और व्यायाम करें (Do Yoga and Pranayama)

प्रसव के कुछ समय बाद आप प्राणायाम का सहारा ले सकती है। इसमें आपको शारीरिक क्रिया करने की इतनी आवश्यकता नहीं है क्योंकि इसमें आपकी श्वास से जुड़े प्राणायाम होते हैं जिससे आपको तनाव व अन्य शारीरिक संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। इसके साथ ही आप धीरे-धीरे करके योग करना भी शुरू करें। प्रसव के तुरंत बाद आपको कोई भारी व्यायाम या अन्य शारीरिक गतिविधियां नहीं करनी चाहिए लेकिन आप अपने डॉक्टर की सलाह पर योग करना शुरू कर सकती हैं। इसे भी पढ़ेंः प्रेगनेंसी के दौरान पैर के फूल जाने के घरेलू उपाय इतना सब करने के बाद भी अगर आपको प्रसव के बाद पीठ दर्द (pregnancy ke baad kamar dard) से राहत नहीं मिल रही है तो यह कोई गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है। इसके लिए आप अपने डॉक्टर को दिखाकर उनसे सलाह अवश्य लें। क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से अपने अनुभव बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माताओं के संयुक्त संगठन का हिस्सा बने। यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे।

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