क्या बच्चों में दांत आने पर बुखार होता है? - भ्रम व तथ्य

क्या बच्चों में दांत आने पर बुखार होता है? - भ्रम व तथ्य

दांत निकलते हुए बुखार होता है या नहीं, इसके बारे में लोगों की राय भी अलग-अलग है। कुछ लोग कहते हैं कि इस दौरान शिशु को बुखार होता है तो कुछ लोग ऐसा नहीं मानते हैं। आज हम इसी विषय के बारे में बात करने वाले है। आइये जानते हैं कि दांत आने पर बुखार (Teething Fever) आना तथ्य है या भ्रम।

बच्चे को बड़े होने के लिए कई पड़ावों से गुजरना पड़ता है। उन्हीं में से एक है उसके दांतों का निकलना। बच्चे का दांत निकालना बच्चे और माता-पिता दोनों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होता। दांत निकलने के समय बच्चा बेचैन और चिड़चिड़ा हो जाता है।

चार से सात महीने की उम्र में बच्चे के दांत निकलना शुरू होते हैं। बच्चे के दाँत निकलने पर दिखने वाले लक्षण हैं लूज़ मोशन, उसके स्वभाव ने परिवर्तन, मुँह से लार निकलना या बच्चे का हर चीज़ को चबाने की कोशिश करना आदि। इस लेख की कुछ महत्वपूर्ण बातें निम्न हैंः

  • दांत निकलने के दौरान बच्चे के शरीर का तापमान बढ़ सकता है।
  • दांत निकलने के दौरान औसतन 99 से 101 डिग्री के बीच तापमान हो सकता है। यह सामान्य है।
  • अगर तापमान या बुखार इससे अधिक है तो डॉक्टर की सलाह लें।
  • बुखार के साथ अगर दस्त, उल्टी आदि हैं तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।

क्या बच्चों में दांत आने पर बुखार होता है? – भ्रम व तथ्य (Do Children Have Fever During Teething? – Myths and Facts)

बच्चे के दांत आते समय उसे बुखार होता है या नहीं, यह बात हमेशा चर्चा का विषय बनती है। विशेषज्ञों और अध्ययन के अनुसार दांत आने पर शिशु को 100 या 101 F से कम बुखार हो सकता है। दांत आने के समय बच्चे के शरीर का तापमान हल्का बढ़ सकता है। इस दौरान ध्यान रहे कि बुखार इससे अधिक न हो क्योंकि इसमें अधिक बुखार नहीं होता।

 

वैज्ञानिक रूप से इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि बच्चों में जब दांत निकलते हैं तो उन्हें तेज़ बुखार होता ही है। यह कहना सही होगा कि इस दौरान बच्चे के शरीर का तापमान थोड़ा बढ़ सकता है। लेकिन, इसे आप बुखार नहीं कह सकते। अगर ऐसा है, तो यह किसी अन्य बीमारी का प्रतीक है ऐसे में किसी खतरनाक समस्या से बचने के लिए बच्चे को डॉक्टर के पास ले जाएँ।

इसे भी पढ़ेंः बच्चों के दांत निकलने से जुड़ी जानकारी

 

इसलिए तथ्य यह है कि इस दौरान बच्चे के शरीर का तापमान थोड़ा बढ़ जाता है जो बढ़कर कभी कभी 100 या 101 F तक हो सकता है लेकिन इसे बुखार नहीं कहा जा सकता। यह किसी अन्य बीमारी का संकेत हो सकता है। जानिए क्या कारण हो सकता है अधिक बुखार होने के पीछे। अगर इससे ज्यादा बुखार है और बुखार दो से तीन दिन से अधिक है तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

 

अधिक बुखार होने के कारण (Reason of High Fever)

  • दांत आते समय अगर बच्चे को अधिक बुखार हो, तो इसके कारण पाचन में समस्या, अच्छे से न सो पाना, डायरिया या उलटी आदि भी हो सकते हैं ।
  • जब बच्चे के दांत निकलते हैं तो उसके मसूड़ों में सूजन और जलन होती है और इससे शरीर का तापमान बढ़ सकता है।
  • इसके साथ ही इस दौरान बच्चों को बुखार बैक्टीरिया के कारण भी हो सकता है।
  • अत्यधिक लार का निकलने के कारण बच्चे को पतली पॉटी हो सकती हैं लेकिन यह लूस मोशन नहीं होने चाहिए। लूस मोशन होने पर भी बच्चे को तेज़ बुखार हो सकता है।

इसे भी पढ़ेंः बच्चों के दूध के दांत कब आते व गिरते हैं?

 

कितने दिन तक रहता है ये बुखार?

जब बच्चे के दांत निकलते हैं तो उस के मसूड़े में जलन या सूजन होना आम है। ऐसे में उस के मसूड़े में दर्द या शरीर का तापमान दो से तीन दिन ऐसे ही रहते हैं। हर दांत अलग समय पर निकलता है। इसलिए, जब भी कोई दांत निकलता है तो शिशु को इन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। किंतु, जरूरी नहीं कि हर दांत निकलते वक्त बच्चे को सामान दर्द हो या बुखार हो।

 

किन मामलों में आपको खास ध्यान रखना चाहिए :

  • बच्चा तीन महीने से छोटा है लेकिन उसे 100.4 F से भी अधिक बुखार हो।
  • बच्चा तीन महीने से ऊपर का है लेकिन 102 F से अधिक बुखार है।
  • अगर आपके बच्चे को चौबीस घंटे से भी अधिक समय तक बुखार हो
  • बच्चे को डायरिया, उलटी और रेशेस हो।
  • बच्चा बीमार लग रहा हो या सुस्त हो।
  • बच्चा ठीक से स्तनपान या कुछ खा ना रहा हो।

 

बरते कुछ सावधानियां (Precautions)

  • अगर आपके बच्चे के दांत निकल रहे हैं तो कभी भी कमरे का तापमान कम न रखें।
  • दांत निकलते हुए बच्चे को अच्छा महसूस कराने के लिए बच्चे को हलके गुनगुने पानी से नहलाये या बच्चे के कपड़े को गुनगुने पानी में डुबाएं। इस कपड़े को बच्चे के शरीर पर रगड़े।
  • बच्चे को दांत निकलते हुए अगर बुखार हो तो उन्हें कभी भी बड़ों की दवाईयां जैसेएस्प्रिन,पेरासिटामोल आदि न दें। ऐसे में अपने बच्चे को डॉक्टर की राय के बाद ही कोई दवाई दें।
  • अपने बच्चे को पीने के लिए भी ठंडा पानी भी न दें। अपने बच्चे को थोड़ा गुनगुना पानी दें इसके साथ ही अपना दूध पिलायें या बेबी फार्मूला दे। उसके शरीर में पानी की कमी न होने दें।

इस बात का भी ध्यान रखें कि इस दौरान बच्चे को कुछ न कुछ चबाने की बहुत इच्छा होती है। इसे मसूड़ों का दर्द न समझ लें। इसके साथ ही बच्चे के आराम के लिए उन्हें वो कोमल खिलौना दें जिन्हें खासतौर पर इस समय के लिए बनाया जाता है। ताकि, वो इन्हें चबा सके। इससे बच्चे को मसूड़ों में होने वाली खारिश से आराम मिलेगा।

 

दांत निकलना बच्चे और माता-पिता सब के लिए बेचैनी भरा और मुश्किल होता है। ऐसे में, आपको अपने बच्चे को आराम महसूस कराना होगा। बच्चे का खास ध्यान रखें। अगर आपको लगे कि कोई समस्या है तो तुरंत डॉक्टर से मिले। डॉक्टर से भी कुछ उपाय जान लें ताकि बच्चे के लिए यह समय मुश्किल या दर्द भरा न हो। जैसे ही बच्चे को पहला दांत आये तो उसे हर रोज ब्रश कराने की आदत डालें ताकि वो उसके दांत स्वस्थ रहें।

 

इसे भी पढ़ेंः बच्चों के दांतों को साफ कैसे करें?

क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से अपने अनुभव बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माताओं के संयुक्त संगठन का हिस्सा बने। यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे।

null

null