मां का दूध बच्चों के लिए बहुत जरूरी होता है। हर माँ अपने बच्चे को स्तनपान करवाना चाहती है, पर कभी-कभी किसी कारण से ऐसा ना हो पाए तो क्या कोई विकल्प है? किसी भी परेशानी के चलते आप बच्चे को स्तनपान नहीं करवा पा रही है तो परेशान होने की जरुरत नहीं है। ऐसे बहुत से विकल्प है जिन्हें अपना कर आप बच्चे की सभी पोषण संबंधी जरुरत पूरी कर सकते है। जाने क्या हैं वो –
माँ का दूध अमृत समान
माँ के दूध में विटामिन, खनिज, एंटीबॉडीज व जरूरी पोषक तत्व होते हैं जो बच्चे के लिए संपूर्ण पौष्टिक आहार माना जाता है। बच्चों के लिए मां का दूध ही सभी पोषण पूरा करने का एक स्त्रोत होता है। यह एक आवश्यक तत्व डीएचए की भी कमी को पूरा करता है जो बच्चों के दिमागी विकास के लिए बेहद अहम होता है।
ब्रेस्टमिल्क पर्याप्त ना होने पर फ़ॉर्मूला मिल्क है विकल्प
किसी भी परेशानी की वजह से माँ का दूध ना आने पर, डॉक्टर की सलाह से आप बच्चे को फ़ॉर्मूला मिल्क पिला सकते हैं। याद रखें कि फॉर्म्यूला मिल्क नंबर या उम्र के अनुसार मिलते हैं। बच्चे की उम्र के अनुसार ही आप फॉर्म्यूला मिल्क चुनें। साथ ही छह माह से कम या प्री मेच्योर बच्चों के लिए फॉर्म्यूला खरीदते समय पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
फ़ॉर्मूला मिल्क हो DHA युक्त
हमेशा DHA युक्त फ़ॉर्मूला मिल्क का चुनाव करें। ब्रेस्ट मिल्क में प्राकृतिक रूप से DHA पाया जाता है जो बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए बहुत जरुरी है। DHA मुख्यतः मछली, अखरोट, बादाम आदि में पाया जाता है।
ब्रेस्टमिल्क के अन्य विकल्प
स्तनपान ना करवा पाने की स्थिति में आप बच्चों को डोनेटिड ब्रेस्ट मिल्क भी पिला सकती हैं।1 साल से बड़े बच्चों को सोया मिल्क, बादाम मिल्क आदि भी दिया जा सकता है।
छह माह के बाद बच्चों को अर्ध ठोस आहार
छह महीने के बाद बच्चों को आप सेमी सॉलिड फूड दे सकती हैं। छह माह के बाद आप बच्चों को खिचड़ी, दलिया, दाल का पानी, अंडे की जर्दी, ओट्स, दाल का पानी आदि दे सकती हैं।