बीमार माँ को स्तनपान करवाते समय इन बातो का अवश्य ध्यान रखना चाहिए

बीमार माँ को स्तनपान करवाते समय इन बातो का अवश्य ध्यान रखना चाहिए

क्या पहली बार मां बनी है?

क्या आपको कोई बीमारी है और अपने बच्चे को स्तनपान कराने में डर लग रहा है?

क्या आपको लगता है कि अपने बच्चे को अपना दूध पिलाने से वह भी बीमार हो जाएगा?

इन सब के बारे में चिंता होना स्वाभाविक है और आप दुविधा में भी होगी कि अपने बच्चे को स्तनपान कराना जारी रखें या नहीं! इसलिए आज हम आपके सभी सवालो का जवाब लेकर आए हैं।

हाँ, एक बीमार मां अपने बच्चे को स्तनपान कराना जारी रख सकती है चाहे उसे ठंड, खांसी, बुखार, पेट में संक्रमण जैसी आम बीमारियां क्यों ना हो। यदि आपको कोई गंभीर बीमारी हो या कुछ और तब आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए लेकिन सामान्य बीमारियों के होने पर आपको स्तनपान कराना बंद नहीं करना चाहिए। ऐसी बहुत कम बीमारी है जिसके लिए मां को स्तनपान कराने से रोकने की सलाह दी जाती है।

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अगर आप बीमार हैं तो स्तनपान कराने से क्या आपका बच्चा संक्रमित होगा?

अधिकार संक्रमण वायरस के कारण होते हैं और संक्रामक होते हैं। आपके अंदर सर्दी, खांसी, बुखार जैसे लक्षण दिखने पर ऐसे बहुत कम वायरस होंगे जिसका प्रभाव आपके बच्चे पर पड़ेगा। इसके अलावा अधिकतर संक्रमण हवा, नाक और साँस के माध्यम से प्रसारित होते हैं लेकिन स्तन दूध के माध्यम से नहीं। इसलिए मां के दूध पीने से बच्चे के संक्रमित होने का खतरा बहुत कम रहता है।

उदाहरण के तौर पर यदि आप को बुखार है तो आप डॉक्टर से सलाह ले। डॉक्टर आपको सामान्य लोगों की जैसी दवाइयां ना देकर कोई अलग दवाई देगा जिससे बच्चों में संक्रमित होने की संभावना कम हो जाती है। हालांकि कुछ दवाई ऐसी है जिनका असर माँ के दूध पर पड़ता है इसलिए खुद से कभी दवाई ना लें और अपने डॉक्टर से सलाह लेकर ही दवाई ले।

बीमार माँ के स्तनपान करवाते समय सावधानियां

#1. अपने आप को हाइड्रेटेड रखें

बीमारी के दौरान दूध की आपूर्ति में कमी की संभावना होती है। इसलिए हमेशा दूध की आपूर्ति को बनाए रखने के लिए बहुत सारे तरल पदार्थ लेते रहें। थोड़े-थोड़े अंतराल में कुछ ना कुछ लेते रहे जो आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा हो और दूध की आपूर्ति भी होती रहे।

#2. अपने डॉक्टर को सूचित करे

यदि आप एक स्तनपान कराने वाली मां है तो यह बहुत ही आवश्यक है कि आपको कोई भी बीमारी होने पर अपने डॉक्टर को जरूर बताना चाहिए। डॉक्टर को बताने पर वह आपकी बीमारी के लिए उचित दवाई देगा जिससे आपके बच्चे पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

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#3. साफ-सफाई का ध्यान रखे

संक्रमण जैसा कि आप जानते हैं कि हवा और शरीर के तरल पदार्थों के माध्यम से फैलता है। इसलिए स्तनपान कराते समय छींकने से बचे। बच्चे के पास खांसी भी ना करें और अपने बच्चे को स्तनपान कराने से पहले अपने हाथ जरूर धोएं।

#4. नर्सिंग के बाद बच्चे से दूर रहे

अपने परिवार के सदस्यों को बच्चे का ध्यान रखने को कहें हालांकि आपके लिए यह मुश्किल है लेकिन स्तनपान कराने के बाद आप अपने बच्चे से दूर रहें व उसके पास ज्यादा ना जाए। परिवार के किसी अन्य सदस्य को उनका ध्यान रखने के लिए कहे।

#5. अपनी बीमारी को जाने

जब भी आपको कोई बीमारी हो जैसे कि वायरल फीवर या जीवाणु संक्रमण तो उसकी अच्छे से जांच कराएं जिससे आपको पता चल सके कि आपको असलियत में क्या बीमारी है। जिससे इसका कोई विपरीत प्रभाव आपके बच्चे पर ना पड़े।

#6. अपनी मर्जी से दवाई ना ले

कुछ महिलाओं की आदत होती है कि वह डॉक्टर को दिखाने के बावजूद भी कुछ सामान्य दवाइयां अपनी मर्जी से ले लेती है लेकिन स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका ज्यादा ध्यान रखना चाहिए। छोटी सी बीमारी के लिए भी आपको अपनी मर्जी से कोई दवाई नहीं लेनी चाहिए क्योंकि इससे आपके बच्चे के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

#7. ग्लब्स व मास्क पहने

स्तनपान करवाते समय किसी भी प्रकार के संक्रमण से बचने के लिए आप हाथो पर ग्लब्स व मुहं पर मास्क का इस्तेमाल करे। इससे बच्चो में संक्रमित होने की सम्भावना बहुत कम हो जाती हैं।

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बिमारी के समय स्तनपान कराने के कुछ फायदे

बीमारी के दौरान अपने बच्चे को स्तनपान कराने में उसको कुछ फायदे भी होते हैं। यह जानकर आपको आश्चर्य होगा लेकिन इस दौरान कुछ विशिष्ट संक्रमण से बचने के लिए आपके दूध के जरिए एंटीबॉडी उसके शरीर में स्थानांतरित होते हैं जो उसकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं। यदि आपका बच्चा भी संक्रमित है और आप उसे स्तनपान कराती है तो उसे और आराम व सुरक्षा प्रदान होती है। यह बच्चों को हाइड्रेटेड भी रखता है।

इसलिए बीमार मां को अपने बच्चे को स्तनपान कराना नहीं रोकना चाहिए। ऐसी बहुत ही कम बीमारी है जिसमें एक मां को अपने बच्चे को स्तनपान कराने से रोकने की आवश्यकता पड़ती है। इसलिये उसे स्तनपान रोकने की सलाह नहीं दी जाती है क्योंकि यही बच्चे का आहार होता है जिससे उसे सभी तरह के पोषक तत्व प्राप्त होते हैं।

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