सामान्य प्रसव के 7 मुख्य फायदें

सामान्य प्रसव के 7 मुख्य फायदें

गर्भवती महिलाएं अपने शिशु को 2 तरीके से जन्म दे सकती हैं एक तो सामान्य प्रसव और दूसरा सी-सेक्शन प्रसव के द्वारा। सी-सेक्शन प्रसव में शिशु को मां के पेट का ऑपरेशन करके निकाला जाता है जबकि सामान्य प्रसव में शिशु मां की योनि से बाहर निकाला जाता है। गर्भावस्था का समय किसी भी महिला की जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण पल होता है और इस अवस्था में एक गर्भवती महिला का हर तरह से विशेष ध्यान रखा जाता है। इस समय यही कोशिश की जाती है कि गर्भवती महिला को खुश रखा जाए ताकि उसके बच्चे को कोई दिक्कत ना हो। सामान्य प्रसव (Natural Delivery) तभी होता है जब महिला और बच्चा दोनों पूर्ण रूप से स्वस्थ हो और उन्हें कोई समस्या ना हो। यह सामान्य प्रसव मां और शिशु दोनों के लिए कई तरह से फायदेमंद रहता है। तो आइए जानते हैं सामान्य प्रसव से मां और शिशु को होने वाले फायदो (Benefits of Normal Delivery) के बारें में जो इस प्रकार है।  

सामान्य प्रसव से होने वाले फायदे (Benefits of Normal Delivery in Hindi)

#1. स्वस्थ होने का कम समय (Take less time to recover) वैसे तो सामान्य प्रसव में गर्भवती महिला को लेबर और योनि प्रसव होना एक लंबी प्रक्रिया है जो शारीरिक रूप से मां के लिए बहुत कठिन और कठिन काम होता है परंतु सामान्य प्रसव से यह एक फायदा होता है कि महिला को सी-सेक्शन (C Section Delivery) के मुकाबले अस्पताल में रहने और उसे अपने आप को रिकवर होने में कम समय लगता है। इसे भी पढ़ेंः सामान्य प्रसव या डिलीवरी से जुड़ी अहम बातें 

#2. कम दुविधा (Less Problems) जिन महिलाओं की डिलीवरी सामान्य होती है वह महिलाये प्रमुख शल्य चिकित्सा और उससे संबंधित जोखिम से बच सकती हैं जैसे बहुत ज्यादा रक्त का बहना, जलन, संक्रमण और अधिक लंबे समय तक रहने वाला स्थायी दर्द इत्यादि। #3. परिपक्व होकर बाहर आना (Complete All Cycles) सामान्य प्रसव में शिशु मां के गर्भ से उस समय बाहर निकलता है जब वह इस दुनिया में आने के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाता है यानी शिशु मां के अपने आप ही प्रसव पीड़ा होने से प्राकृतिक रूप से होता है जिसके कारण शिशु के फेफड़े और दूसरे शारीरिक अंग परीपक्व हो जाते हैं और तब आपका शिशु इस दुनिया में आने के लिए पूरी तरह से तैयार होता है। #4. बैक्टीरिया का कवच (Protection from Bacteria) सामान्य प्रसव (Natural Birth) में शिशु को डिलीवरी के वक्त माँ के द्वारा बैक्टीरिया का एक कवच मिल जाता है। इस कवच से शिशु की रक्षा शक्ति काफी हद तक बढ़ सकती है।   इसे भी पढ़ेंः सी सेक्शन डिलीवरी के फायदे व नुकसान 

#5. स्तनपान करवाना (Ease in Breastfeeding) सामान्य प्रसव में शिशु का अपनी मां के साथ अधिक प्रारंभिक संपर्क होता है यानी मां अपने बच्चे को जल्दी अपनी गोद में उठा सकती है। इसके साथ ही वह अपने शिशु को बहुत जल्द ही स्तनपान कराना शुरू कर सकती है और जन्म के कुछ घंटों तक शिशु के स्तनपान की शक्ति काफी होती है। #6. मजबूत प्रतिरक्षा तंत्र (Strong Immune System) सामान्य प्रसव के जरिए जन्म लेने वाले बच्चों की प्रतिरक्षा तंत्र उतरा कमजोर नहीं होता जितना सिजेरियन डिलीवरी से लेने वाले बच्चों का होता है। इसके साथ ही सामान्य प्रसव (Samanya Prasav) में शिशु के गले में दबाव पड़ने से अमीनी ओटिक फ्लूइड नाम के रसायन का उत्पादन होता है जिससे शिशु के जन्म के समय सांस लेने की समस्या कम होने की संभावना होती है। सामान्य प्रसव के जरिए जन्म लेने वाले शिशु को अच्छी जीवाणुओं की एक प्रारंभिक खुराक मिल जाती है क्योंकि शिशु अपनी मां की बिरथ कैनाल के माध्यम से गुजरते हैं जिससे उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा मिल सकता है और उनके आंतों के क्षेत्र की रक्षा की जा सकती है। #7. कम खर्चा (Cost Effective) सामान्य प्रसव में आर्थिक फायदा भी होता है क्योंकि इसमें सिजेरियन डिलीवरी की अपेक्षा कम खर्चा आता है जो जरूरी नहीं है कि सब इस ज्यादा खर्च को उठा सके। सामान्य डिलीवरी में तो एक या दो दिन में ही अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है और मां और शिशु अपने घर आकर खुशियों में शामिल हो सकते हैं। इसे भी पढ़ेंः सी सेक्शन डिलीवरी में किन बातों का रखें ध्यान  क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से अपने अनुभव बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माताओं के संयुक्त संगठन का हिस्सा बने। यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे।

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