नकसीर की समस्या ज्यादातर गर्मियों के मौसम में होती हैं। इसका कारण सुखी जलवायु और ज्यादा तापमान होता हैं। गर्मियों में अनायास ही नाक से नकसीर आने लग जाती हैं। ऐसे मौसम में नाक के अंदर की झिल्ली सूख जाती हैं और उस में पपड़ी आ जाती हैं। इस पपड़ी के तड़कने से नाक से खून आने लगता हैं, इसे ही नकसीर (Naksir) कहते हैं। बच्चों के नाक से खून आना काफी आम समस्या होती है।
नकसीर फूटना रोग यदि साधारण हो तो अपने आप ठीक हो जाता हैं। लेकिन नकसीर फूटने का रोग बार-बार हो तो उसे रोकना कठिन होता हैं। नाक से खून का बहना नाक के एक या दोनों छेदों से भी हो सकता हैं।
नाक से खून निकलने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि:
#1. साइनस संक्रमण के कारण या सर्दी जुकाम की दवाइयों के लेने से, नाक वाले रास्ते में खुश्की आ जाती हैं जिसके कारण खून निकलने लगता है। इसमें खतरे की कोई बात नहीं होती हैं।
#2. मुँह पर नाक की उभरी हुई स्थिति के कारण नाक पर चोट लगने की बहुत अधिक संभावना होती हैं। नाक में बहुत सारी रक्त वाहिकाएं होती है। इसलिए नाक पर हल्की सी चोट लगने पर भी रक्त वाहिनी को हानि पहुँच कर खून आ सकता हैं।
#3. बच्चों द्वारा खुद की नाक में उंगली या दूसरी वस्तु डालने से भी खरोच आ कर खून आ सकता हैं।
#4. दर्द दूर करने की दवाएं भी नाक से खून आने का कारण होती हैं क्योंकि ये दवाईयां खून पतला करती हैं।
#5. कई बार शरीर में विटामिन सी, के, बी-12, फ्लोरिक एसिड की कमी के कारण नाक से खून का बहना हो सकता हैं।
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इबोला वायरस एक घातक बीमारी हैं व इसमें भी नाक से रक्त निकलने लगता हैं। ल्यूकेमिया एक प्रकार की रक्त संबंधी बीमारी हैं जिसमें शरीर की कोशिकाएं प्रभावित हो जाती हैं। हीमोफीलिया बी होने पर नाक से रक्त आने लगता हैं जो कि एक दुर्लभ बीमारी हैं।
नाक को अंगूठा व उंगली की मदद से बंद करें और नाक को पकड़कर हल्का सा पीछे (चेहरे की तरफ) दबाएं| 8 या 10 मिनट ऐसे ही रहे और मुँह से सांस ले| थोड़ा सा आगे की तरफ झुके और सिर को भी थोड़ा आगे की तरफ झुकाये। पीछे की तरफ झुकने से या सिर को पीछे की तरफ झुकाने से रक्त साइनस, गले या श्वास नली में जा सकता हैं जो परेशानी का कारण बन सकता हैं। इसलिए शांति से बैठे, लेटे नहीं। सबसे पहले नाक पर क्रीम लगाएं और खून सूख जाने पर आइस क्यूब से सेंक ले।
ज्यादा तेज धूप होने से भी या उस समय बहार घुमने से नाक से खून बहने लगता हैं| उस समय सिर पर ठंडा पानी डालने से नाक से खून बहना बंद हो जाता हैं।
बेल के पत्तों को पानी में पकाकर, उसमें मिश्री या बताशा मिलाकर पीने से नकसीर बंद हो जाती हैं।
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नकसीर आने पर कपड़े में बर्फ लपेटकर बच्चे की नाक पर रखने से भी नकसीर बंद हो जाती है।
एक बड़ी चम्मच मुल्तानी मिट्टी को रात को आधा लीटर पानी में भिगोकर रख दें| सुबह उस पानी को निथारकर व छानकर पीने से नाक से खून आने की परेशानी से फायदा मिलेगा| यह एक उत्तम उपाय हैं।
लगभग 15 से 20 ग्राम गुलकंद को सुबह शाम दूध के साथ खाने से नकसीर का पुराने से पुराना रोग भी ठीक हो जाता हैं।
प्याज को काटकर नाक के पास रखने से या सूंघने से भी खून आना बंद हो जाता हैं।
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सुहागे को पानी में घोलकर नथुनों पर लगाने से भी नकसीर बंद हो जाती हैं।
बच्चो के खाने में साइट्रस फल जैसे कि निम्बू, संतरा आदि दे| साइट्रस फलों में बायोफ्लैवोनाइड्स की मात्रा अधिक होने से नाक से खून आने की समस्या दूर हो जाती हैं।
बच्चे की नाक में शुद्ध सरसों का तेल डाले व ठंडे पानी से नहलाये।
अचानक नाक से खून बहना हमें डरा देता हैं लेकिन ज्यादा घबराने की बात नहीं हैं। थोड़ी सी सावधानी और घरेलू उपचार से इससे छुटकारा पाया जा सकता हैं। लेकिन बार-बार नकसीर आती हैं तो डॉक्टर को दिखा लेना चाहिए क्योंकि यह एक बड़ी बीमारी भी हो सकती हैं। कैंसर जैसी बीमारी में भी नाक से रक्त बहता हैं।
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