बच्चों के कान से मैल निकालने के आसान तरीके

बच्चों के कान से मैल निकालने के आसान तरीके

जन्म के बाद शिशु का ख्याल रखना बहुत जरूरी हो जाता हैं। खासकर उनकी साफ-सफाई पर तो ज्यादा ध्यान देना पड़ता हैं क्योंकि छोटे बच्चे बहुत जल्दी संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में अगर उनके कान की बात की जाए तो छोटे बच्चों के कान में मैल (Ear Wax in Kids) बहुत जल्दी जम जाता हैं क्योंकि कान में वैक्स का जमना एक प्राकृतिक तरीका हैं। यह कानों की नली में आने वाली गंदगी और बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकता हैं। लेकिन ज्यादा वैक्स या मैल का भर जाना भी ठीक नहीं हैं। छोटे बच्चों के कान से मैल (Bachho Ke Kaan) निकालना थोड़ा मुश्किल होता हैं। जब मैल कठोरता से जम जाता हैं और वह अपने आप बाहर नहीं निकल पाता तो इससे कान से कम सुनाई देने लगता हैं और उसमे दर्द भी होने लगता हैं। मानो कान ब्लॉक हो जाते हैं। ऐसे में कई लोग रुई की तीली से या फिर किसी महीन चीज़ से उसे बाहर निकालने की कोशिश करते हैं जो कि घातक हो सकता है क्योंकि छोटे बच्चे बहुत हिलते डुलते रहते हैं और खासकर जब आप उनके कान में कुछ करेगी तो वो जरुर हिलेगा व इससे वो चीज़ ज्यादा अन्दर जाने का खतरा बना रहता हैं जो कि कान के पर्दों को नुकसान पहुंचा सकता हैं। तो चलिए जानते हैं बच्चों के कान की सफाई कैसे करें (Bachcho ke Kaan Kaise Saaf Kare)।

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कान में मैल होने के संकेत (Symptoms of Ear Wax in Kids in Hindi)

  • कान दर्द
  • कान भरा भरा सा लगना
  • कानों में आवाज आना
  • कानों से कम सुनाई देना

कान से मैल निकालने के आसान तरीके (How to Clean Ear Wax in Kids in Hindi)

आज हम आपको कुछ ऐसे आसान तरीके (Bachcho ke Kaan Saaf Karne ka Tarike) बताएंगे जिन्हें फॉलो करके आप अपने बच्चे के कान की सफाई (Bachcho Ke kaan ki safai) बहुत आसानी से कर सकती हैं। ध्यान रखें कि बच्चों के कान की सफाई हमेशा बड़ी सावधानी से करें।

5 साल से कम उम्र के बच्चो के लिए:

रोजाना नहलाने के बाद करें

छोटे बच्चों के कान साफ करने का यह सबसे बढ़िया व उत्तम उपाय हैं। आप जब भी अपने बच्चों को नहलाये तो नहलाने के बाद आप उनके कान की सफाई करना ना भूलें। क्योंकि नहलाने के बाद बच्चों के कान से मैल (Ear Wax in Kids) आसानी से निकल जाता हैं| इस समय कान ज्यादा सुखा नहीं होता और गिला होने के कारण रुई से आसानी से निकल जाता हैं जिससे बच्चों को ज्यादा तकलीफ भी नही होती हैं।

5 साल से ज्यादा उम्र के बच्चो के लिए:

#1. बेबी ईयर बड

शिशु के कान साफ करते समय हमेशा बेबी ईयर बड का ही इस्तेमाल करें। इस बात का भी विशेष ध्यान रखें कि ईयर बड कान के ज्यादा अंदर तक ना डालें क्योंकि ज्यादा गहराई तक डालने से कान के परदे में चोट लगने का खतरा रहता हैं। इसलिए जरा प्यार से और सहजता से ही मैल निकालें।

#2. बेबी आयल

आप चाहे तो कान से गंदगी को निकालने के लिए बेबी ऑयल या फिर मिनरल ऑयल की कुछ बूंदें कान में डाल सकती हैं। इसके बाद कान में रुई लगा ले जिससे तेल बाहर ना निकले। तेल कान के वैक्स को मुलायम कर देगा जिससे वह आराम से बाहर निकल आएगा।

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#3. ऑलिव ऑयल (जैतून का तेल)

ऑलिव ऑयल की 2-3 बूंदे कान में डालें, इससे कान की गंदगी मुलायम हो जाएगी| ऐसा रात को सोने से पहले करें| तीन-चार दिनों तक ऐसा करने से कान बिल्कुल साफ हो जाएगा।

#4. सैलाइन स्लपुरान

आधा कप पानी में एक छोटा चम्मच नमक डालकर घोल लें। फिर उसमें रुई का छोटा सा टुकड़ा भिगोये और उसे कानों में निचोड़ दें। कान में पानी अच्छी तरह से चले जाना चाहिए। उसके बाद पानी को बाहर निकालें।

#5. प्याज

प्याज का बफाकर (उबालकर) उस का रस निकाल लें। ड्रॉपर की मदद से इस की कुछ बूंदें कान में डालें।

छोटे बच्चे बहुत शरारती होते हैं, उनका शरीर कभी भी शांत नहीं रहता। ऐसे में कोशिश करें कि जब बच्चे सो रहे हो तब उनके कानों की सफाई करें। क्योंकि जब बच्चे के जगे हुए में कानों की सफाई करते हैं तो उससे वह हिलते रहेंगे और उनके कानों में चोट लगने का खतरा बना रहता है। बच्चों के कान की सफाई करते हुए दवा का प्रयोग केवल डॉक्टर की सलाह पर ही करें। बच्चों के कानों में बड़ों के ईयर ड्रॉप्स ना ही डालें।

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