बच्चों के गले में इन्फेक्शन या संक्रमण (bachho ke gale mein infection) एक बहुत ही सामान्य समस्या है जो कि वायरल होता हैं। लंबे समय तक गले में संक्रमण काफी तकलीफदेह होता है व साथ ही साथ यह आपके गले को भी जाम कर देता है।
गले में होने वाली खराश अन्य बीमारियों की तरह लंबे समय तक नहीं रहती लेकिन कुछ ही दिनों में यह आपको पूरी तरह से प्रभावित कर बीमार कर देती हैं। बच्चों के गले में इन्फेक्शन कई कारणों से होता है। आइयें जानते हैं कि बच्चों के गले में संक्रमण होने के कारण और घरेलू उपाय (Home Remedies for Throat Infection of Kids in Hindi)
गले में संक्रमण एक बहुत ही सामान्य स्वास्थ्य समस्या है। यह मूल रूप से तब होती है जब गले की नाजुक अंदरूनी परत वायरस या बैक्टीरिया से संक्रमित होती है जिसके परिणामस्वरुप सूजन, खांसी, गले में दर्द आदि की समस्या हो जाती हैं। कभी-कभी लंबे समय तक बच्चों के गले में रहने वाली खराश किसी गंभीर बीमारी का भी संकेत हो सकती हैं, ऐसे में तुरंत डॉक्टर को दिखाएं और पूरी चिकित्सा ले।
बच्चों के गले में दर्द (bachho ke gale mein dard) के ज्यादातर प्रकार सर्दी, जुकाम और फ्लू फैलाने वाले वायरस के कारण होता है जो घरेलू देखभाल से ठीक हो जाते हैं।
बच्चों के गले में दर्द के लक्षण उसके कारणों के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं। इसके कुछ लक्षण व संकेत निम्न हैं:
#1. गले में खुजली या खराश का होना
#2. बोलते समय दर्द का होना
#3. निगलने में कठिनाई
#4. गला सूखना
#5. गले व जबड़े की ग्रंथियों में सूजन व दर्द
#6. टोन्सिल में सूजन व लाल होना
#7. टोन्सिल से सफेद निशान बनना या पीप बनना
#8. कर्कश या धीमी आवाज का निकलना इत्यादि।
सामान्य संक्रमण जिनके कारण गले में दर्द (Gale Mein Dard) होता हैं, वह कई बार अन्य संकेत या लक्षण का परिणाम भी हो सकते हैं। इनमें शामिल हैं:
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गले में दर्द होने पर क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए इन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। जब गले में दर्द होता है या निगलने में कठिनाई होती है तो ऐसे कई खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थो का सेवन करने से आपको बचना चाहिए जो निम्न है:
जिन खाद्य पदार्थों के किनारे नुकीले होते हैं जैसे कुछ बिस्कुट, सूखे टोस्ट, कच्ची सब्जियां और अखरोट आदि। ये खाद्य पदार्थ गले में और अधिक बेचैनी बढ़ा सकते हैं।
हालाँकि जुखाम होने पर कुछ लोग संतरे का रस पीते हैं। लेकिन गले के ख़राब होने पर ऐसा करने से दर्द और बदतर हो जाता हैं। संतरा व अन्य खट्टे फल अम्लीय होते हैं और गले को परेशान कर देते हैं।
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वे खाद्य पदार्थ जो सिरका या नमक से बनाए जाते हैं, गले में सूजन, दर्द और जलन को और अधिक बढ़ा देते हैं। इसलिये इनको खाने से भी परहेज़ करना चाहिए।
चित्र स्रोत: Nutralite
जिन लोगों को गले में संक्रमण है उन्हें टमाटर का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह भी अम्लीय होता हैं।
जहां कुछ मसाले गले में दर्द से राहत देते हैं वही मिर्च और जायफल जैसे मसाले स्थिति को और खराब बना देते हैं।
बच्चों के गले में दर्द (gale me dard) होने के दौरान खाने और पीने के लिए सबसे अच्छी चीजों में स्वास्थ्यवर्धक नरम पदार्थ और आराम देने वाले पेय पदार्थ लेने चाहिए जो साथ में पोषण व रोगनिवारक को बढ़ावा दें। जमे हुए खाद्य पदार्थ जैसे फलों से बने शरबत आदि भी गले में दर्द और सूजन को आराम दिला सकता है।
चित्र स्रोत: acchitips.com
अध्ययन के अनुसार अनार का रस गले में संक्रमण पर रोकथाम लगाता है और सूजन व दर्द को कम करता हैं। इसलिये अपने बच्चे को अनार का रस दे।
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केला एक नरम व स्वास्थ्यवर्धक फल होता है जो संक्रमित गले में जलन आदि पैदा नहीं होने देता हैं। अगर बच्चे के गले में इन्फेक्शन हो तो आप उसे केला मैश करके खिलाएं।
चित्र स्रोत: वेबदुनिया
अदरक की चाय बनाकर अपने बच्चे को दे, इससे भी गले में खराश को बहुत आराम मिलता हैं। गले में दर्द और इन्फेक्शन होने का यह रामबाण घरेलू उपाय है।
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चीनी की जगह अपने बच्चे के आहार में शहद को जगह दे। यह भी गले में दर्द से राहत दिलाती हैं।
गाजर, गोभी, आलू और कुछ अन्य सब्जियां गले के दर्द से पीड़ित लोगों के लिए लाभकारी हो सकती हैं। उन्होंने नर्म होने तक पकाकर या उबाल कर खाना चाहिए।
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