बच्चो में मधुमेह होने के कारण व लक्षण

बच्चो में मधुमेह होने के कारण व लक्षण

कुछ साल पहले यही सुनने में आता था कि मधुमेह की बीमारी सिर्फ बड़ों में होती है परंतु आजकल यह बीमारी बच्चों को भी अपना शिकार बनाने लगी है| लोगों को बड़ा आश्चर्य होता है जब यह पता चलता है कि बच्चों को शुगर की बीमारी होने लगी है| परंतु आज यह कड़वी सच्चाई है कि बच्चों में होने वाले रोगों में मधुमेह मुख्य रूप से है| इसकी कोई निश्चित आंकड़े तो नहीं है कि देश में कितने बच्चों को मधुमेह हैं परंतु यह बात जरूर सामने आई है कि यह संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है| पहले बच्चों में सिर्फ टाइप 1 मधुमेह होता था परंतु अब किशोरों में टाइप 2 भी दिखने शुरू हो गए हैं| मधुमेह होने पर बच्चों में ज्यादा थकावट होना, जल्दी मन बदलना, घाव का जल्दी ठीक ना होना और छोटी बच्चों में योनि में ईस्ट का संक्रमण होना भी हो सकता है| किशोर लड़कियों में पीरियड ना आना या पीरियड की डेट में बदलाव होना भी मधुमेह के लक्षण हैं|

बच्चों में मधुमेह के कारण

टाइप 1 मधुमेह अग्नाशय की इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाओं को नष्ट होने से उत्पन्न होती है और इसकी उपज पर हमारा नियंत्रण नहीं है| टाइप 2 मधुमेह मूल रूप से एक ऐसा रोग है जो हमारी जीवनशैली से जुड़ा हुआ है| इसकी रोकथाम बहुत कुछ हमारे हाथ में है| 21वीं सदी की पिज्जा, बर्गर, जंक फूड, कोल्ड ड्रिंक्स, शारीरिक सुविधाएं और इनसे फूलते हुए भारी भरकम शरीर इसके मुख्य कारण हैं| यदि बच्चे अच्छे स्वास्थ्य के नियमों का पालन करे और व्यायाम करे तो मधुमेह टाइप 2 की रोकथाम की जा सकती है|

बच्चों में मधुमेह होने के लक्षण

#1. भूख लगना

इस दौरान बच्चे को ज्यादा भूख लगती है और उनकी ऊर्जा भी कम होती जाती है| यह दोनों विरोधाभासी है लेकिन यह मधुमेह का एक लक्षण है|

#2. प्यास लगना

जब बच्चों में शुगर लेवल की मात्रा बढ़ जाती है तो उन्हें बार-बार और ज्यादा प्यास लगती है| उनका मन पानी के अलावा कुछ मीठी कोल्ड ड्रिंक पीने का भी करता है| इसे भी पढ़ें:  बच्चो के शरीर पर फूंसी होने से रोकने के घरेलु उपाय

#3. ज्यादा पेशाब लगना

जब ज्यादा प्यास लगेगी तो पानी ज्यादा पिया जाएगा जिससे बच्चों को बार-बार पेशाब भी आएगा| अगर बच्चे बार-बार पेशाब करते हैं और उनका पेशाब कही जम जाता है तो मां-बाप को सावधान हो जाना चाहिए| अगर पेशाब में चींटियां भी लग जाए तो इसका मतलब बच्चे को मधुमेह हो सकता है|

#4. वजन घटना

मधुमेह से पीड़ित बच्चे चाहे जितना खा ले लेकिन उनका वजन नहीं बढ़ता है या फिर आप यह कह सकती है कि मधुमेह से पीड़ित बच्चे को खाया-पिया ज्यादा नहीं लगता है|

#5. घाव का जल्दी न भरना

मधुमेह से पीड़ित बच्चों को कैसा भी घाव हो या चोट लगी हो, वह जल्दी से ठीक नहीं होता है| यह मधुमेह का एक मुख्य लक्षण हैं|

#6. थकान महसूस होना

मधुमेह से पीड़ित बच्चों में जब इन्सुलिन नहीं रहता है तो उनकी उर्जा खत्म हो जाती है और वह किसी भी काम को करने पर जल्दी थक जाते हैं| इसे भी पढ़ें:  बच्चो के पेट में गैस से बचने के लिए घरेलु व आयुर्वेदिक नुस्खे

#7. यिस्ट संक्रमण

छोटी बच्चियों में यिस्ट संक्रमण भी हो सकता है| यहां तक कि जो शिशु डायपर पहनते हैं उनमें भी इसकी वजह से घाव हो जाते हैं| मधुमेह एक जानलेवा बीमारी है जो पूरे शरीर को बुरी तरह खत्म कर देती है| इस बीमारी की वजह से बच्चों की आंखों व किडनी पर बुरा असर पड़ता है| इसलिए माता-पिता को अपने बच्चों के ये लक्षण पहचान कर पूरी सावधानी बरतनी चाहिए और बच्चों का सही समय पर सही से पूरा इलाज करवाना चाहिए और साथ ही उनकी हर चीज का ध्यान रखना चाहिए| क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से अपने अनुभव बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माताओं के संयुक्त संगठन का हिस्सा बने| यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे|

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